गाजा में इजरायल और आक्रामक हो गया है. इजरायली हमलों में लगातार बच्चों और महिलाओं की मौतों से नाराज 28 देशों ने इजरायल के खिलाफ ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी किया है. ब्रिटेन, कनाडा, जापान समेत 28 देशों ने मिलकर एक बयान जारी किया है जिसमें गाजा में चल रही जंग को फौरन खत्म करने की मांग की गई है.
इजरायली पीएम नेतन्याहू की ओर से ये ज्वाइंट स्टेटमेंट ठुकरा दिया गया है. नेतन्याहू ने कहा कि, देशों का ये संयुक्त बयान आतंकी संगठन हमास को गलत संदेश दे रहा है.
हमास के खात्मे के चक्कर में गाजा के लोगों तक नहीं इजरायल नहीं पहुंचने दे रहा मदद
गाजा में लगातार खराब हो रही स्थिति को देखते हुए इजरायल के मित्र देश भी ये मांग करने लगे हैं कि आईडीएफ को अब रुक जाना चाहिए. ब्रिटेन, फ्रांस और कई यूरोपीय देशों सहित तकरीबन 28 देशों ने कहा है कि “गाजा में युद्ध अब खत्म होना चाहिए और इजरायल को अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करना चाहिए.”
28 देशों ने इजरायल पर आरोप लगाया कि “उनका तरीका खतरनाक है और गाजा में अस्थिरता बढ़ा रहा है. इजरायल का आम लोगों को बुनियादी मदद से वंचित रखना गैरकानूनी है. लोग खाना, पानी और बुनियादी जरूरतों के लिए तरस रहे हैं.”
विदेश मंत्रियों ने अपने संयुक्त बयान में कहा, “गाजा में आम लोगों की तकलीफें हद से ज्यादा बढ़ गई हैं. इजरायल की तरफ से इंसानी मदद की सप्लाई में रुकावट और आम लोगों, खासकर बच्चों, पर हमले बर्दाश्त के लायक नहीं हैं.”
जर्मनी इस बयान में शामिल नहीं था, लेकिन जर्मन विदेश मंत्री योहान वादेपुल ने इजरायली समकक्ष गिदोन सार से बात की और गाजा के इंसानी हालात पर चिंता जताई है.
इजरायल-अमेरिका ने 28 देशों पर लगाया हमास को शह देने का आरोप
इजरायल ने देशों के संयुक्त बयान को ठुकराते हुए कहा है कि, बयान ‘हकीकत से दूर’ है और हमास को गलत संदेश देता है. इजरायल के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता औरेन मर्मोरस्टीन ने हमास पर इजरायल के सीजफायर और बंधक रिहाई के प्रस्ताव को ठुकराने का इल्जाम लगाते हुए एक्स पर लिखा, ‘हमास ही जंग को लंबा खींच रहा है और दोनों पक्षों की तकलीफों का जिम्मेदार है.
वहीं एक बार फिर से अमेरिका ने इजरायल का साथ देते हुए बयान को गलत बताया है. अमेरिकी राजदूत माइक हकबी ने फ्रांस, कनाडा, ब्रिटेन के संयुक्त बयान को ‘घिनौना’ बताते हुए एक्स पर लिखा, इन देशों को ‘हमास के आतंकियों’ पर दबाव डालना चाहिए.
इस जंग का कोई हल नहीं, फौरन युद्ध रुकना चाहिए: ब्रिटेन
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया था, जिसमें करीब 1200 लोग मारे गए और 251 को बंधक बनाया गया. इजरायल का मानना है अभी 50 बंधक गाजा में छिपाए गए हैं, जिनमें से आधे से कम के जिंदा होने की उम्मीद है. इजरायल ने कहा है जब तक एक एक बंधक छुड़ा नहीं लिए जाते, और हमास को जड़ से उखाड़ कर फेंक नहीं दिया जाता, तब तक हमला होता रहेगा.
28 देशों ने तुरंत सीजफायर की मांग की और शांति के लिए राजनीतिक रास्ता तलाशने की बात कही है. ब्रिटिश विदेश सचिव डेविड लैमी ने संसद में कहा, ‘इस जंग का कोई सैन्य हल नहीं है. अगला सीजफायर आखिरी होना चाहिए.’
ट्रंप ने किया नेतन्याहू को कॉल, हमला रोकने को कहा
बताया जा रहा है कि नेतन्याहू के हालिया एक्शन से नाराज है. पहले इजरायल ने सीरिया पर अटैक किया. फिर इजरायल ने गाजा में एक कैथोलिक चर्च पर हमला किया था, जिस पर ट्रंप ने तुरंत नाराजगी जाहिर की है. ट्रंप ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की और उनसे ‘हालात सुधारने’ को कहा है.
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने कहा, राष्ट्रपति ट्रंप “सीरिया में बमबारी और गाजा में एक कैथोलिक चर्च पर बमबारी से अचंभित थे. दोनों ही मामलों में, राष्ट्रपति ट्रंप ने तुरंत प्रधानमंत्री नेतन्याहू को इन स्थितियों को सुधारने के लिए फोन किया.”
कैरोलिन लेविट ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के बीच अच्छे संबंध हैं और आप जानते ही हैं, वह उनके साथ लगातार संपर्क में रहते हैं.
गाजा संघर्ष में 59000 से ज्यादा लोगों की जान गई
गाजा हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक, इजरायल की कार्रवाई में 59,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें आधे से ज्यादा औरतें और बच्चे हैं. संयुक्त राष्ट्र इस आंकड़े को विश्वसनीय मानता है. इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम समझौते को लेकर बातचीत जारी हैं, लेकिन कई कोशिशों के बाद भी सहमति नहीं बन पाई है.