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ऑपरेशन सिंदूर से स्वदेशी कंपनियों में जोश, दुश्मन के खिलाफ कसी कमर

ऑपरेशन सिंदूर के बाद स्वदेशी हथियार बनाने वाली कंपनियों में भी देश की रक्षा-सुरक्षा के लिए जबरदस्त जोश है. यही वजह है कि अगले महीने (6-8 नवम्बर) बेंगलुरु में होने वाले इंडिया मैन्युफैक्चरिंग शो (आईएमएस-2025) में भारतीय कंपनियों बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने जा रही हैं.

बेंगलुरू एक्सपो में जुटेंगी हथियार बनाने वाली कंपनियां

आईएमएस-205 को राष्ट्रीय सेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ी संस्था, लघु उद्योग भारती और इंडिया एक्सपोजिशन मार्ट लिमिटेड आयोजित करने जा रही है. दो वर्ष में एक बार आयोजित आईएमएस एक्सपो का ये सातवां संस्करण है. इस बार एक्सपो में डिफेंस और एयरोस्पेस क्षेत्र पर खासा जोर दिया गया है. आयोजकों की मानें तो इस बार आईएसएम एक्सपो में 400 से ज्यादा कंपनियां हिस्सा ले रही हैं. इनमें से 220 एमएसएमई यानी छोटी, लघु और मध्यम दर्जे की कंपनियां हैं.

राजनाथ सिंह करेंगे एक्सपो का उद्धाटन

6 नवम्बर को खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, आईएमएस एक्सपो का उद्घाटन करेंगे. इस दौरान, केंद्रीय मंत्री एचडी देवगौड़ा, प्रहलाद जोशी और शोभा करांदलजे सहित कर्नाटक राज्य के गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहेंगे.

वोकल फॉर लोकल

आईएमएस एक्सपो की एडवाइजरी बोर्ड के सदस्य सुनील देवधर के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर के चलते स्वदेशी कंपनियों में भी देश की सुरक्षा में अपना योगदान देने की होड़ मची है. यही वजह है कि डिफेंस और एयरोस्पेस सेक्टर से जुड़ी कंपनियां बड़ी संख्या में एक्सपो में हिस्सा ले रही हैं. देवधर के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल के आह्वान पर एक्सपो में स्वदेशी कंपनियों को जगह दी गई है. हालांकि, कुछ विदेश कंपनियां भी एक्सपो में हिस्सा ले रही हैं.

एक्सपो में डीआरडीओ (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन), एचएएल, बीईएमएल, बीईएल, इसरो, भारत फोर्ज, एलएंडटी डिफेंस और सोलर ग्रुप जैसी कंपनियां हिस्सा ले रही हैं.

आईएमएस फाउंडेशन के चेयरमैन और लघु उद्योग भारती के पूर्व चेयरमैन एचवीएस कृष्णा ने बताया कि  के आत्मनिर्भर भारत के विजन को साकार करने की दिशा में एक अहम कदम है. एक्सपो के दौरान बिजनेस के साथ ही कई सेमिनार को आयोजन किया गया है. 

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