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चीन के बाद उत्तर कोरिया जाएंगे पुतिन, सियोल में खलबली

चीन की यात्रा के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अब नॉर्थ कोरिया की यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे हैं. यानी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में तनाव लगातार बढ़ सकता है. चीन के ताइवान के खिलाफ आक्रामक मिलिट्री एक्सरसाइज और उत्तर कोरिया की साउथ कोरिया के खिलाफ गंदगी भरे बैलून भेजने के बाद पुतिन का एशियाई दौरा बेहद अहम मायने रखता है. 

पुतिन की उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग उन से मुलाकात के पहले दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री एक बड़ा दावा किया है. दावा ये कि यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में किम जोंग उन ही वो शख्स हैं जो रूस को खतरनाक हथियार सप्लाई कर रहे हैं. दक्षिण कोरिया ने कहा है कि “उसके पास पुख्ता सबूत हैं कि रूस में इस्तेमाल किए गए हथियार अवैध रूप से उत्तर कोरिया से आयात किए गए थे.”

प्योंगयांग पर मॉस्को  को हथियार देने के सबूत: दक्षिण कोरिया

दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री शिन वोन-सिक ने अपने ताजा बयान में कहा है कि “उनके देश को पुख्ता सबूत मिले हैं कि यूक्रेन युद्ध में रूस के इस्तेमाल किए गए हथियार अवैध रूप से उत्तर कोरिया ने दिए थे. शिन ने कहा कि “रूस और उत्तर कोरिया के बीच सैन्य सहयोग” कोरियाई प्रायद्वीप पर तनाव बढ़ा रहा है और “यूरोप में युद्ध के मैदान को भी प्रभावित कर रहा है.” शिन वोन सिन ने कहा कि “अगर उत्तर कोरिया को बदले में रूस से सैन्य सहयोग मिलेगा तो तो उत्तर कोरिया की सैन्य क्षमता में सुधार होगा और कोरिया प्रायद्वीप में जोखिम बढ़ेगा.”

उत्तर कोरिया की मिसाइलों से अटैक कर रहा रूस: पेंटागन
अमेरिका रक्षा मंत्रालय पेंटागन की एक नई रिपोर्ट में इस बाद का खुलासा किया गया है कि रूस, यूक्रेन में उत्तर कोरियाई बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल कर रहा है. पेंटागन की रक्षा खुफिया एजेंसी (डीआईए) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, “इस साल जनवरी में यूक्रेन के खारकीव क्षेत्र में पाया गया मलबा उत्तर कोरिया में बनी कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का है.” रिपोर्ट में मलबे के विश्लेषण का हवाला देते हुए कहा गया है प्योंगयांग, मॉस्को को हथियार भेज रहा है. इससे पहले अमेरिका ने फरवरी में भी कहा था कि उत्तर कोरिया ने रूस को 10,000 से अधिक गोला-बारूद और हथियारों से संबंधित कंटेनर भेजे हैं. मरीन ट्रैफिक पर नजर रखने वाली एजेंसियों ने भी उत्तर कोरिया और रूस के बीच कई शिपमेंट का पता लगाया है. इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि रूस ने इन हथियारों के बदले उत्तर कोरिया को बड़े पैमाने पर ईंधन की सप्लाई की है. साथ ही रुस ने उत्तर कोरिया के स्पेस प्रोग्राम में काफी मदद की है.

किम जोंग उन की बहन ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
दक्षिण कोरिया के आरोप को उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन की बहन ने झूठा बताया है. किम जोंग की बहन किम यो जोंग ने दक्षिण कोरिया के दावे को बेतुका और बेबुनियाद करार दिया है. किम यो जोंग ने हाल ही में दिए एक बयान में कहा था कि “हमारे हथियार देश की रक्षा के लिए हैं, किसी देश को देने के लिए नहीं.” किम यो जोंग का नाम दुनिया की खतरनाक महिलाओं में से एक माना जाता है और वे उत्तर कोरिया के प्रोपेगेंडा विंग की प्रमुख हैं. एक तरह से किम जोंग उन की बहन को नॉर्थ कोरिया की प्रवक्ता माना जाता है. 

नॉर्थ कोरिया ने सियोल को फिर भेजे गंदगी भरे बैलून
उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर फिर से कूड़े से लदे गुब्बारे गिराए हैं. दक्षिण कोरिया की सेना ने दक्षिणी सीमा पर कूड़े से लदे बैलून गिराए जाने का दावा किया है. एक सप्ताह के अंदर ये दूसरा मौका है जब उत्तर कोरिया ने कूड़े और मल मूत्र से भरे गुब्बारे दक्षिण कोरिया की सीमा में भेजा है. इससे पहले उत्तर कोरिया ने गुरुवार को भी दक्षिण कोरिया की सीमा के अंदर कूड़े से लदे तकरीबन 150 से ज्यादा बैलून गिराए थे. दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री ने तानाशाह की इस हरकत को ‘निम्न-श्रेणी का व्यवहार’ बताया है और लोगों से गुब्बारा ना छूने की अपील की है.

नॉर्थ कोरिया और वियतनाम की यात्रा पर पुतिन
चीन की यात्रा के बाद राष्ट्रपति पुतिन जल्द नॉर्थ कोरिया और वियतनाम की यात्रा पर जाने वाले हैं. यूक्रेन के साथ युद्ध के दौरान पश्चिमी प्रतिबंधों के बीच पुतिन और किम जोंग उन की करीबी और बढ़ चुकी है. रूसी प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने बताया है कि “राष्ट्रपति पुतिन को उत्तर कोरिया की आधिकारिक यात्रा के लिए निमंत्रण मिला है. यात्रा की तैयारी की जा रही है.” हालांकि रूस ने तारीखों की घोषणा नहीं की है. साल 2000 के बाद प्योंगयांग नहीं गए हैं पुतिन. किम जोंग उन के पिता किम जोंग इल के साथ बैठक के लिए तकरीबन 24 साल पहले नॉर्थ कोरिया की राजधानी प्योंगयांग पहुंचे थे. हालांकि, किम जोंग पिछले साल सितंबर (2023) के महीने में रुस की यात्रा पर गए थे और पुतिन से मुलाकात की थी. 

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