अमेरिका से एविएशन इंजन की सप्लाई में हो रही देरी के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इंग्लैंड के समकक्ष जॉन हैली से फोन पर बात की है. दोनों देशों के बीच रक्षा मंत्रियों ने डिफेंस कोऑपरेशन बढ़ाने के साथ ही जेट इंजन पर भी खास चर्चा की.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, राजनाथ सिंह ने इंग्लैंड (यूनाइटेड किंगडम) के रक्षा सचिव जॉन हैली से दोनों देशों के बीच जारी रक्षा सहयोग को गति देने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर बात की है.
राजनाथ और यूके के रक्षा मंत्री की फोन पर हुई बात
दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों ने एक दूसरे के मिलिट्री इंस्टीट्यूट में सैन्य प्रशिक्षकों (ट्रेनर) की तैनाती पर भी बात की है. यूके का इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में ‘फोकस’ बढ़ रहा है, ऐसे में दोनों देश किस तरह मिलकर इस साल (2025 में) ‘मेरीटाइम इंगेजमेंट’ बढ़ा सकते हैं, इस पर भी बात की गई.
इंडो-पैसिफिक में इंग्लैड की दिलचस्पी
उल्लेखनीय है कि बुधवार को ही अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) माइक वॉल्ज ने एक कार्यक्रम में कहा था कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका की नीति में भारत एक ‘अहम स्तंभ’ है. इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की दादागिरी को काउंटर करने के लिए अमेरिका सहित सभी पश्चिमी देश भारत की भूमिका को काफी अहम मानते हैं. (इंडो-पैसिफिक का केंद्रीय स्तंभ है भारत: अमेरिका)
जेट इंजन पर इंग्लैड से चर्चा
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, गुरूवार को राजनाथ सिंह और हैली ने फोन पर, दोनों देशों ने ‘इलेक्ट्रिक-प्रोप्लसन’ और जेट इंजन जैसी ‘नीश-टेक्नोलॉजी’ के क्षेत्र में क्या प्रगति की है, उसकी भी समीक्षा की.
क्योंकि भारत को अमेरिका से एलसीए तेजस प्रोजेक्ट के लिए एविएशन इंजन में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में एलसीए के मार्क-1ए वर्जन के तैयार होने में पूरे एक साल का विलंब हो चुका है. (राजनाथ चले अमेरिका, LCA इंजन पर होगी बात)
यूके की रॉल्स-रॉयस और बीएई कंपनियों को एयरक्राफ्ट इंजन बनाने में महारत हासिल है. ऐसे में भारत, यूके के साथ जेट इंजन पर भी चर्चा कर रहा है. (https://x.com/RollsRoyce/status/1009473450371477504)
हालांकि, करीब एक दशक पहले, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ एयरक्राफ्ट इंजन के सौदे में घूस देने के मामले में रॉल्स रॉयस फंस चुकी है. उस दौरान, सीबीआई ने भी इस सौदे की जांच की थी.