ऑपरेशन सिंदूर के बाद परास्त हुआ पाकिस्तान बार-बार भारत से बातचीत की गुहार लगा रहा है. पहले भारत की सैन्य पिटाई के बाद सीजफायर करने के लिए रोया तो कूटनीतिक मार के बाद बातचीत के लिए अमेरिका के बाद सऊदी अरब के पास जाकर गिड़गिड़ाया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भारत से बात के लिए इतनी बेचैन हैं कि वो सऊदी अरब के प्रिंस से कह रहे हैं कि भारत से बात करवा दीजिए.
शहबाज ने की सऊदी प्रिंस से बात, भारत से वार्ता के लिए लगाई गुहार
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से फोन पर बातचीत की है. इस बातचीत में सऊदी प्रिंस से कहा है कि वो भारत से वार्ता करवाने की कोशिश करें. शरीफ ने ने कहा कि वह लंबित मुद्दों के समाधान के लिए भारत के साथ सार्थक वार्ता करना चाहते हैं.
भारत के संबंधों पर बात करते हुए शहबाज शरीफ ने कहा, “पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर, जल विवाद, व्यापार और आतंकवाद सहित सभी लंबित मुद्दों पर सार्थक वार्ता करने के लिए तैयार है.”
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान डरे पाकिस्तान ने सऊदी प्रिंस से की थी बात
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जब पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को भारत ध्वस्त कर रहा था तो उस दौरान पाकिस्तान के कहने पर सऊदी अरब के प्रिंस ने की थी विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात. ये खुलासा पाकिस्तान के डिप्टी पीएम इशाक डार ने किया है. हाल ही में इशाक डार ने बताया कि भारत ने जब नूर खान एयरबेस और शोरकोट एयरबेस पर हमला किया तो उन्होंने अमेरिका और सऊदी अरब की मदद ली थी.
इशाक डार ने कहा, “भारत के इस हमले के 45 मिनट बाद ही मुझे सऊदी प्रिंस फैसल साहब का फोन आया और उन्होंने मुझे कहा कि ब्रदर मुझे समझ में आ रहा है कि आपकी बात अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से हुई है और क्या मैं जयशंकर से बात करने के लिए अधिकृत हूं कि आप रुकने के लिए तैयार हैं अगर वो रुक जाएं.”
इशाक डार बताते हैं कि उन्होंने इस बातचीत में सऊदी प्रिंस से कहा कि हां पाकिस्तान इसके लिए तैयार हैं और ब्रदर आप जयशंकर से बात करें. सऊदी प्रिंस ने बाद में उन्हें फिर से फोन किया और कहा कि उन्होंने जयशंकर को ये बात कह दी है.
मार्को रुबियो से भी गिड़गिड़ा चुके हैं शहबाज शरीफ
शहबाज शरीफ ने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से भारत से बातचीत करने की इच्छा जाहिर की थी. मार्को रुबियो से भी शहबाज शरीफ ने कहा था कि अमेरिका, भारत से बातचीत करवाने के लिए पाकिस्तान की मदद करे.
हालांकि, भारत ने साफतौर पर कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की वापसी और आतंकवाद के मुद्दे पर ही बातचीत करेगा.