राफेल फाइटर जेट की डील स्थगित करने की खबर के साथ ही सोशल मीडिया ऐप टेलीग्राम के सीईओ पावेल डूरोव को फ्रांस की एक अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया है. जमानत की शर्त में पावेल को 50 लाख यूरो की राशि जमा करने और हफ्ते में दो बार पुलिस के समक्ष पेशी के साथ ही फ्रांस छोड़ने पर रोक लगाई गई है. रूसी ‘टेक-मुगल’ पर फ्रांसीसी अदालत में मुकदमा जारी रहेगा.
चार दिन बाद रिहा हुए टेलीग्राम के सीईओ
रूस में जन्मे और फ्रांसीसी नागरिक पावेल कों संगीन आरोपों के बाद 24 अगस्त को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया गया था, जब वो चार्टर्ड प्लेन से अजरबैजान से पेरिस पहुंचा था. फ्रांसीसी पुलिस ने बाल यौन शोषण और मादक पदार्थों की तस्करी, धोखाधड़ी, साइबर क्राइम समेत कई आरोपों के चलते पावेल को गिरफ्तार किया था. पावेल पर मनी लॉन्ड्रिंग और अपराधियों को क्रिप्टोग्राफिक सेवाएं प्रदान करने के भी आरोप लगे हैं. पेरिस के अभियोजक लॉर बेक्यू का दावा है कि पावेल ड्यूरोव के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं. सुनवाई के बाद जज ने पावेल को शर्त के साथ रिहा कर दिया है.
पावेल की गिरफ्तारी के पीछे मोसाद की मिस्ट्री गर्ल ?
पावेल की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया पर एक थ्योरी मोसाद और उसकी मिस्ट्री गर्ल को लेकर तेजी से फैल रही है. दरअसल पावेल के साथ फ्रांसीसी पुलिस ने उनकी कथित गर्लफ्रेंड जूलिया (यूलिया) वाविलोव को भी गिरफ्तार किया था. दावा किया जा रहा है कि पावेल की गिरफ्तारी के पीछे जूली वाविलोव का हाथ है क्योंकि वो मोसाद की एजेंट हैं.
कहा जा रहा है कि जूली ने ही सोशल मीडिया के जरिए पावेल की लोकेशन का खुलासा किया था. जूलिया लगातार ऐसे पोस्ट शेयर कर रही थी जो अजरबैजान में दुनिया के सबसे अमीर लोगों की श्रेणी में शुमार पावेल के साथ उनकी यात्रा की लोकेशन साझा कर रही थी. जूलिया की पोस्ट में पावेल की फोटो और वीडियो भी थे. ये फोटो और वीडियो पावेल की एक एक गतिविधियों की जानकारी दे रहे थे, जिसके बाद जैसे ही उसे पेरिस के पास ले बॉर्गेट हवाई अड्डे पर पहुंचे अधिकारियों ने जूलिया की लोकेशन से गिरफ्तार कर लिया.
बताया जाता है कि पावेल और जूलिया यूएई में ही रहते हैं. जूलिया दुबई में स्थित एक क्रिप्टो कोच और स्ट्रीमर हैं. इंस्ट्राग्राम के बायो में कहा गया है कि जूली अंग्रेजी, रूसी, स्पेनिश और अरबी जानती है.
सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि जूलिया ने पावेल को हनीट्रैप में फंसाया क्योंकि वो मोसाद एजेंट है. हालांकि, अधिकारियों द्वारा जूली के बारे में ऐसी किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं की गई है.
कुछ रिपोर्ट्स की हालांकि, मानें तो पावेल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैंक्रो के बुलावे पर ही पेरिस पहुंचा था. कहा तो ये भी जा रहा है कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैंक्रो ने पावेल को डिनर के लिए पेरिस आमंत्रित किया था. लेकिन जैसे ही पावेल पेरिस के एयरपोर्ट पहुंचा, उसे फ्रांसीसी पुलिस ने धर-दबोचा.
गौरतलब है कि वर्ष 2018 में फ्रांस ने पावेल को टेलीग्राम का हेडक्वार्टर पेरिस शिफ्ट करने का ऑफर दिया था. पावेल ने हालांकि, ये प्रस्ताव ठुकरा दिया था.
पावेल की गिरफ्तारी के बाद रूस-यूएई में आक्रोश
फ्रांस में पावेल की गिरफ्तारी के बाद रूस और यूएई ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. दरअसल पावेल के पास फ्रांस, रूस और यूएई की नागरिकता है. यूक्रेन के साथ युद्ध के बाद रूस और फ्रांस में तल्खी बढ़ गई थी. रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि पावेल की गिरफ्तारी से रूस-फ्रांस के बीच संबंध अब सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं. वहीं क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कहा कि रूस, पावेल की मदद करने के लिए तैयार है, लेकिन फ्रांसीसी नागरिकता के कारण स्थिति जटिल हो गई है.
वहीं यूएई ने भी पावेल की गिरफ्तारी के खिलाफ 80 रफाल (राफेल) लड़ाकू विमानों की खरीद वाले समझौते को निलंबित कर दिया था. टीएफए ने आपको पहले ही बताया है कि पावेल की दोस्ती यूएई के अमीर जायेद अल नाहयन के बेटे (उप-प्रधानमंत्री) से है. माना जाता है कि अब पावेल यूएई में ही ज्यादा वक्त बीतता था और टेलीग्राम को भी यहीं से ऑपरेट किया जाता था. यूएई ने फ्रांस के साथ वर्ष 2021 में जो 20 बिलियन डॉलर की डील फ्रांस से की थी उसके तहत रफाल फाइटर जेट की पहली खेप 2027 में मिलनी थी. लेकिन पावेल की गिरफ्तारी से गुस्साए यूएई ने अब इस सौदे पर रोक लगा दी है. (UAE ने फ्रांस से राफेल सौदे पर लगाई रोक, टेलीग्राम के मालिक की गिरफ्तारी से है खफा)