- ईरान में लापता हुए एक भारतीय का पता चला, 4 फरवरी को भारत वापसी
ईरान में तकरीबन 2 महीने से लापता महाराष्ट्र के योगेश पंचाल का पता चल गया है. अपनी पत्नी को व्हाट्सएप कॉल करके भारतीय इंजीनियर ने बताया कि वो तेहरान की जेल में बंद हैं और वो भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं. बताया जा रहा है फोटो खींचने के आरोप में योगेश पंचाल को ईरान की पुलिस ने गिरफ्तार किया था और वो तब से तेहरान की जेल में हैं. माना जा रहा है कि 4 फरवरी को जेल से रिहा किया जाएगा और वो दूतावास की मदद से भारत लौट आएंगे.
- सोमालिया की गुफा में अमेरिकी एयरस्ट्राइक, आईएस आतंकी ढेर
सोमालिया की गुफा में छिपे आईएसआईएस आतंकियों को अमेरिकी एयरस्ट्राइक में मार गिराने का दावा किया गया है. अमेरिकी सेना ने सोमालिया में आईएसआईएस के ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा- मैंने आईएसआईएस के सीनियर अटैकर और उसके द्वारा सोमालिया में भर्ती किए गए आतंकवादियों पर सटीक सैन्य एयर स्ट्राइक का आदेश दिया था. ये हत्यारे गुफाओं में छिपे थे. अमेरिका और हमारे सहयोगियों के लिए ये खतरा थे. हमने सटीक हमला किया. ट्रंप ने कहा- कहीं भी छिपे हो, हम तुम्हें ढूंढ लेंगे और मार डालेंगे.
- बलूचिस्तान में मुठभेड़, 18 सैनिकों की मौत, 12 आतंकी ढेर
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में सेना और बीएलए के बीच बड़ी मुठभेड़ हुई है. मुठभेड़ में 18 सैनिक की मौत हुई और 12 आतंकी मारे गए हैं. इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने हमले की पीछे बाहरी ताकतों को जिम्मेदार बताया है, आईएसपीआर ने दावा किया है कि पिछले 24 घंटे में अलग-अलग 5 इलाकों में 23 आतंकी मारे गए हैं. पाकिस्तान सेना ने कहा- दुश्मन और दुश्मन ताकतों के इशारे पर दहशतगर्दी के इस कायरतापूर्ण कृत्य का मकसद खासतौर पर निर्दोष लोगों को निशाना बनाकर बलूचिस्तान के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करना था.
- सूडान में बाजार में हमला, 54 लोगों की मौत, 150 से ज्यादा घायल
सूडान में सेना के खिलाफ लड़ रहे अर्धसैनिक समूह रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आएसएफ) ने ओमडुरमैन शहर के एक मार्केट हमला किया है. इस अटैक में 54 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 150 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. सू़डान सरकार के प्रवक्ता ने इस हमले को मानवता के खिलाफ एक क्रूर कृत्य बताया और कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का ये घोर उल्लंघन है. सूडान में लगभग दो साल से संघर्ष चल रहा है. आए दिन आरएसएफ बम धमाकों को अंजाम दे रहा है
- 3 और बंधक रिहा, 183 फिलिस्तीनी कैदी छूटे
हमास ने गाजा युद्ध विराम के तहत शनिवार को 3और इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया है. भारी सुरक्षा के बीच बंधकों को रेडक्रॉस को सौंपा गया. समझौते के तहत इजरायल में 183 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की है. हमास ने जिन बंधकों को छोड़ा है, उनमें 35 साल के यार्दन बिबास, 54 वर्षीय ओफर कैल्डेरोन और 65 वर्षीय अमेरिकी-इजरायली कीथ सीगल शामिल हैं.युद्धविराम का पहला चरण मार्च तक चलेगा. वहीं स्थाई युद्धविराम को लेकर 3 फरवरी से फिर से बातचीत शुरु की जाएगी.
- अफगानिस्तान की विशेष सहायता अमेरिका ने रोकी
अफगानिस्तान को अमेरिका ने बड़ा झटका दिया. ट्रंप के विदेशों की सहायता रोकी जाने के बाद एक संस्था ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है, तालिबान यह धनराशि चाहता है, लेकिन उसके पास इन पर कोई कानूनी अधिकार नहीं है, क्योंकि उसे अफगानिस्तान की सरकार के रूप में अमेरिका द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है, तालिबान, अमेरिका की विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी सूची में हैं, और अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के अधीन हैं.’’ नवीनतम रिपोर्ट में यह भी कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन और कांग्रेस (अमेरिकी संसद) अफगानिस्तान के लिए निर्धारित लगभग चार अरब डॉलर को अमेरिकी सरकार की ‘‘देखरेख और नियंत्रण’’ में वापस करने पर विचार कर सकते हैं.
- नुकसान के बाद युद्ध मैदान से पीछे हटे उत्तर कोरियाई सैनिक: यूक्रेन
रूस की तरफ से युद्ध के मैदान में उतरे उत्तर कोरियाई सैनिकों को लेकर यूक्रेन ने बड़ा दावा किया है. यूक्रेनी सैन्य अधिकारी ने बताया कि उत्तर कोरियाई बलों ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र से “भारी नुकसान” के बाद मोर्चे से अपनी सेनाएं वापस बुला ली हैं. यूक्रेनी सेना के विशेष संचालन बलों के प्रवक्ता कर्नल ओलेक्सांद्र ने कहा है कि उत्तर कोरियाई सैनिकों को पिछले तीन हफ्तों से युद्ध भूमि पर नहीं देखा गया है.यूक्रेनी राष्ट्रपति के सलाहकार मिखाइलो पोडोल्यक ने भी इस बात की पुष्टि की है. यूक्रेनी अधिकारियों और पश्चिमी खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लगभग 12,000 उत्तर कोरियाई सैनिक रूस भेजे गए थे, जिनमें से लगभग 4,000 सैनिक मारे गए या घायल हुए हैं. तो 2 नॉर्थ कोरियाई सैनिक यूक्रेन के कब्जे में हैं.
- खैबर पख्तूनख्वा में सशस्त्र समूहों के कब्जे का दावा
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में सशस्त्र समूहों के कब्जे का दावा किया गया है. जमीयत उलेमा ए इस्लाम फजल के मुख्य मौलाना फजलुर रहमान के मुताबिक खैबर पख्तूनख्वा पर सशस्त्र समूहों ने कब्जा कर लिया है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेतृत्व वाली सरकार ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अपना अधिकार खो दिया है क्योंकि सशस्त्र समूहों ने प्रांत पर कब्जा कर लिया है. पुलिस गश्त नहीं कर पा रही है. लोग दहशत में हैं, कानूनी स्थिति बिगड़ने की आशंका है.
- अफगानिस्तान के एकमात्र लग्जरी होटल पर तालिबान का कब्जा
तालिबान ने अफगानिस्तान के आलीशान होटल पर कब्जा कर लिया है. काबुल में स्थित अफगानिस्तान का एकमात्र आलीशान होटल ‘द सेरेना होटल’ ने कहा है कि 1 फरवरी से होटल का संचालन बंद कर दिया गया है, जिसके बाद ‘होटल स्टेट ओन्ड कॉर्पोरेशन’ उसे अपने नियंत्रण में लेगा. ‘होटल स्टेट ओन्ड कॉर्पोरेशन’ वित्त मंत्रालय के तहत आता है. साल 2008 और 2014 में भी द सेरेना होटल पर अटैक किया जा चुका है. तालिबान ने हमला किया था. 2008 में हुए हमले में अमेरिकी नागरिक थॉर डेविड हेसला समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी.
- ईरान ने एंटी वॉरशिप क्रूज मिसाइल गदर का किया परीक्षण
ट्रंप और नेतन्याहू की मीटिंग से पहले दुश्मन देश ईरान ने 1,000 किलोमीटर रेंज वाली नई एंटी-वॉरशिप क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. ये मिसाइल फारस की खाड़ी और ओमान सागर में अमेरिकी नौसेना के जहाजों को निशाना बना सकती है. ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड की नौसेना के प्रमुख जनरल अली रेजा तांगसिरी के मुताबिक, यह मिसाइल भूमिगत सुविधाओं से लॉन्च की जा सकती है. साथ ही इसे पांच मिनट से भी कम समय में तैयार और लॉन्च किया जा सकता है.
- सलवान मोमिका के आरोपियों को पूछताछ के बाद छोड़ा गया
स्वीडन में कुरान जलाने के आरोपी सलवान मोमिका की हत्या के आरोपियों को रिहा कर दिया गया है. मोमिका को शूट करने के आरोप में बुधवार को पांच लोगों को हिरासत में लिया गया था, लेकिन पूछताछ के बाद हिरासत में लिए गए पांचों आरोपियों को रिहा कर दिया गया. सलवान मोमिका को इस सप्ताह उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वो अपने सोशल मीडिया पर लाइव था. स्वीडन पुलिस ने कहा, मोमिका की हत्या की जांच जारी है. पांचों संदिग्धों से पूछताछ की गई है, लेकिन पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है. संदिग्धों से फिर पूछताछ की जाएगी.
- सीरिया में पूर्व राष्ट्रपति असद के भाई की गिरफ्तारी
सीरिया में तख्तापलट के बाद एचटीएस विद्रोही संगठन ने पूर्व राष्ट्रपति बशर अल असद के चचेरी भाई अतेफ नजीब को गिरफ्तार कर लिया है. ब्रिगेडियर जनरल और दारा में राजनीतिक सुरक्षा विभाग के पूर्व प्रमुख अतेफ नजीब को पश्चिमी लताकिया प्रांत में गिरफ्तार किया गया है. एटीएस ग्रुप अतेफ नजीब को दक्षिणी शहर दारा में हुए विरोध प्रदर्शन को भड़काने के लिए जिम्मेदार मानती है. इसी के चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया है. बशर अल असद सीरिया से भागकर रूस में शरण लिए हुए है.