अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद डोनाल्ड ट्रंप क्या रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात करेंगे, हर किसी की नजर इस बात पर टिकी थी. ट्रंप ने पीएम मोदी से बात की, तुर्की के राष्ट्रपति से बात की, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की तक से फोन पर चर्चा की. लेकिन चुनाव जीतने के पांच दिन बाद अब पुतिन को फोन कर ड़ोनाल्ड ट्रंप ने हर किसी को चौंका दिया है.
बताया जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद 7 नवंबर को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी. इस बातचीत की मुख्य केन्द्र रूस-यूक्रेन युद्ध था. तो वहीं पुतिन ने ट्रंप से कहा कि रूस-अमेरिका से बातचीत करने के लिए तैयार है.
यूक्रेन के किसी नए संकट के साथ व्हाइट हाउस में नहीं जाना चाहते ट्रंप!
अमेरिका की कुछ अधिकारियों के मुताबिक, नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने अपने फ्लोरिडा के रिसॉर्ट से ये कॉल की थी. इस दौरान ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति को यूक्रेन में युद्ध को न बढ़ाने की सलाह दी और उन्हें यूरोप में में अमेरिका की बड़ी सैन्य उपस्थिति को लेकर भी चेतावनी दी. अमेरिका के मुताबिक- डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन से यह भी कहा कि वो “रूस के आक्रमण के कारण यूक्रेन में किसी नए संकट के साथ व्हाइट हाउस में प्रवेश नहीं करना चाहते.”
इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने ट्रंप को राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी और इस बात पर जोर दिया कि रूस- उनसे (अमेरिका)से बात करने के लिए तैयार है. पुतिन ने अमेरिका-रूस संबंधों को बहाल करने और यूक्रेन युद्ध के जल्द ही समाधान पर बातचीत जारी रखने पर सहमति जताई है. इस दौरान ट्रंप ने पुतिन से बातचीत के दौरान उन जमीन का मुद्दा भी उठाया, जिसपर रूस ने कब्जा किया हुआ है.
यूक्रेन को दी गई पुतिन से कॉल की जानकारी, यूक्रेन ने किया खंडन
यूक्रेनी अधिकारियों को भी पुतिन की कॉल के बारे में जानकारी देने का दावा किया गया है. यूक्रेन ने किसी प्रकार की आपत्ति नहीं जताई. हालांकि, यूक्रेनी विदेश मंत्रालय ने इस बात का खंडन किया है कि कीव को इस कॉल के बारे में कोई शुरुआती जानकारी नहीं दी गई थी.
जेलेंस्की, पुतिन और ट्रंप के रिश्ते को अच्छे से जानते हैं, लिहाजा जो बाइडेन के जाने से दुविधा में फंस गए हैं. जेलेंस्की ने खुद भी ट्रंप को कॉल करके जीत की बधाई दी थी. ट्रंप के साथ उस वक्त एलन मस्क मौजूद थे और ट्रंप ने अपने कॉल को लाउडस्पीकर पर रख कर मस्क को भी जेलेंस्की से की गई बात सुनवाई थी.
माना जा रहा है कि ट्रंप ने एलन मस्क की मौजूदगी में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को युद्ध खत्म करने का फॉर्मूला भी साझा किया है. इस फॉर्मूला के हिसाब से अगले 20 सालों तक यूक्रेन नाटो का सदस्य नहीं बन सकता है. साथ ही यूक्रेन को मिलने वाली फंडिंग भी बंद हो जाएगी. (क्या ट्रंप रुकवा पाएंगे यूक्रेन युद्ध, White House पहुंचने तक रूस करेगा इंतजार)
यूक्रेन के लिए क्या है ट्रंप का रुख, जेलेंस्की को ट्रेलर दिया गया
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एडवाइजर ने दो टूक कह दिया है कि यूक्रेन के सामने जीत का नहीं बल्कि शांति का ‘विकल्प’ बचा है. ट्रंप के चुनावी सलाहकार ब्रायन लांज़ा ने अपने ताजा बयान में साफ कह दिया है कि जेलेंस्की को क्रीमिया को भूलना होगा. क्योंकि क्रीमिया, यूक्रेन के हाथों से निकल चुका है. (Crimea का मोह छोड़े जेलेंस्की, ट्रंप के एडवाइजर की सलाह)
जेलेंस्की ने रूस से वार्ता के लिए क्रीमिया को वापस लौटने की शर्त रखी थी. इसी साल अगस्त के महीने में यूक्रेन की सेना ने रूस के कुर्स्क प्रांत में घुसकर करीब 1200 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र पर भी कब्जा कर लिया था. माना जा रहा है कि यूक्रेन बातचीत की टेबल पर कुर्स्क के इस इलाके के बदले क्रीमिया की मांग करने की फिराक में है. लेकिन ट्रंप के सलाहकार ने जेलेंस्की की हसरतों पर पानी फेर दिया है.
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