रूस और यूक्रेन के बीच आक्रामक हुई जंग के बीच भारतीय दवा कंपनी पर हमले को रूस ने बेबुनियाद करार दिया है. यूक्रेन ने पिछले हफ्ते दावा किया था कि राजधानी कीव में भारतीय दवा कंपनी कुसुम के गोदाम पर रूस ने मिसाइल अटैक किया है.
भारत में यूक्रेन के राजदूत ने रूस-भारत की स्पेशल फ्रेंडशिप पर तंज कसते हुए हुए कहा था कि रूस ने अपने दोस्त भारत को भी नहीं छोड़ा. लेकिन दिल्ली में रूसी दूतावास ने आधिकारिक बयान जारी करके यूक्रेनी दावे को झूठा करार देते हुए यूक्रेन पर भारतीय दवा कंपनी पर हमला करने का आरोप लगाया है.
भारत की कंपनी पर रूस की ओर से नहीं किया गया कोई हमला- रूस
पिछले सप्ताह यूक्रेन की राजधानी कीव में मौजूद कुमुस हेल्थकेयर की एक वीडियो सामने आया था. गोदाम धू धू कर जल रहा था. बताया गया कि मिसाइल अटैक में इसका ये हाल हुआ. अब रूसी एंबेसी ने सच बताते हुए यूक्रेन के आरोपों को झूठा बताया है, उल्टा यूक्रेन पर ही हमले का आरोप लगा दिया है. रूसी एंबेसी ने दिल्ली स्थित यूक्रेनी दूतावास द्वारा फैलाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया. रूस ने भारतीय दवा कंपनी के गोदाम पर हुए हमले के लिए उल्टा यूक्रेन पर आरोप लगा दिया है.
रूसी दूतावास ने अपने बयान में कहा, रूसी सशस्त्र बलों ने कुसुम हेल्थकेयर के गोदाम पर हमला नहीं किया और न ही हमले की योजना बनाई. उस दिन (12 अप्रैल को) रूसी स्ट्रैटेजिक बॉम्बर, यूएवी स्ट्राइक यूनिट और मिसाइल रेजीमेंट ने यूक्रेनी सैन्य औद्योगिक परिसर के एक विमान संयंत्र, एक सैन्य हवाई क्षेत्र के बुनियादी ढांचे और एक अलग स्थान पर बख्तरबंद वाहन मरम्मत और यूएवी असेंबली कार्यशालाओं को निशाना बनाया था.
यूक्रेन की रक्षा मिसाइल भारतीय कंपनी पर गिरी-रूस
रूसी दूतावास के मुताबिक- यूक्रेनी वायु रक्षा मिसाइलों में से एक कुसुम हेल्थकेयर के गोदाम पर गिर गई, जिससे उसमें आग लग गई. इसी तरह के मामले पहले भी हुए हैं, जहां यूक्रेनी वायु रक्षा इंटरसेप्टर अपने लक्ष्य को मारने में विफल रहे और अक्षम रूप से संचालित इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियों के कारण शहरी क्षेत्रों में गिर गए. रूसी दूतावास ने कहा कि स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन के दौरान रूसी सशस्त्र बलों ने कभी भी नागरिक सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया. यूक्रेनी सेना के लिए शहरी क्षेत्रों में नागरिकों को मानव ढाल के रूप में उपयोग करते हुए वायु रक्षा प्रणाली, रॉकेट लॉन्चर, तोपखाने के टुकड़े और अन्य सैन्य उपकरण तैनात करना आम बात हो गई है.
क्या है पूरा मामला
12 अप्रैल को कीव में भारतीय दवा कंपनी कुसुम हेल्थकेयर के फार्मेसी गोदाम पर एक मिसाइल हमला हुआ था. हमले के बाद गोदाम में आग लग गई थी. इस हमले में गोदाम पूरी तरह खाक हो गया था लेकिन हमले में कोई हताहत नहीं हुआ था. हमले के बाद यूक्रेनी राजदूत ने वीडियो शेयर करते हुए रूस पर हमले का आरोप लगाया था. भारत में यूक्रेन के दूतावास ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “यूक्रेन में रूसी मिसाइल द्वारा भारतीय दवा कंपनी कुसुम के गोदाम पर हमला किया गया. भारत के साथ स्पेशल फ्रेंडशिप होने के बावजूद मॉस्को जान-बूझकर भारतीय व्यवसायों को निशाना बना रहा है. बच्चों और बुजुर्गों के लिए बनाई गई दवाओं को नष्ट कर रहा है.”