By Nalini Tewari
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रूस-यूक्रेन जंग को समाप्त करने की हर कोशिश विफल साबित हो रही है. रूस की ओर से यूक्रेन की राजधानी कीव पर किए गए हमले के बाद यूक्रेन ने पलटवार करते हुए रूस के चार (04) एयरबेस को निशाना बनाया है.
यूक्रेनी सेना की तरफ से ये दावा किया गया है कि रूस के वोरोनिश क्षेत्र में बोरिसोग्लबस्क, चेवोक्सरी (चुवाश रिपब्लिक), इंजेल्स और सारातोव एयरबेस पर हमले किए गए हैं. बोरिसोग्लबस्क एयरबेस को रूस के एसयू-34, एसयू 35 एस और एसयू-30 एसएम लड़ाकू विमानों का प्रमुख अड्डा माना जाता है.
रूस के बोरिसोग्लबस्क एयरबेस पर हमले का दावा
यूक्रेन ने रूस के हमलों के जवाब में शनिवार को रूसी एयरबेस पर हमले का दावा किया है. यूक्रेन के जनरल के मुताबिक शुक्रवार को कीव पर किए गए मिसाइल और ड्रोन के खिलाफ यूक्रेनी सेना ने रूस पर एक्शन लिया है. यूक्रेनी सेना ने बोरिसोग्लबस्क एयरबेस पर हमला किया है.
यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने ‘फेसबुक’ पर लिखा है सेना ने एक एयरबेस को निशाना बनाया, जहां स्थित डिपो में ग्लाइड बम, एक प्रशिक्षण विमान और दूसरे विमान भी थे.
यूक्रेन ने रूस के एयरबेस को तब निशाना बनाया, जब उसने शुक्रवार रात से शनिवार सुबह तक रूस की ओर से यूक्रेन पर 300 से ज्यादा ड्रोन दागे गए थे.
चेवोक्सरी में रूस के ड्रोन निर्माण की फैक्ट्री है जिस पर हमला किया गया है. साथ ही एक मिलिट्री वेयरहाउस पर एरियल स्ट्राइक की खबर है. इंजेल्स और सारातोव मिलिट्री एयरफील्ड पर भी बम धमाकों की आवाज सुनी गई है.
उधर रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि बीती रात, यूक्रेन के 94 ड्रोन हमलों को नाकाम किया गया.
यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्र पर रूस ने किया अटैक, कीव पर सबसे बड़ा हमला
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर एक घंटे तक बातचीत के बाद यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए थे. रूसी सेना ने शुक्रवार को कीव पर बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन से हमले किए तो शनिवार को यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्र पर ड्रोन दागे,
यूक्रेनी वायुसेना ने कहा है कि रूस के हमले का मुख्य लक्ष्य यूक्रेन का पश्चिमी क्षेत्र खमेलनित्स्की था, लेकिन सारे ड्रोन्स गिरा दिए गए, कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. जबकि शुक्रवार की रात को कीव पर किए गए ड्रोन और मिसाइलों के अटैक में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 26 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
अमेरिका ने बंद की यूक्रेन को हथियारों की डिलीवरी
ट्रंप प्रशासन ने यूक्रेन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. अमेरिका ने यूक्रेन को दी जाने वाली अहम सैन्य सहायता अस्थायी रूप से रोक दी है, जिसमें हवाई रक्षा मिसाइलें भी शामिल हैं. वहीं यूक्रेन के यूरोपीय समर्थकों से भी यूक्रेन को पहले जैसी सैन्य मदद नहीं मिल पा रही है. कहा जा सकता है कि साढ़े 3 साल से चल रहे इस युद्ध में जेलेंस्की अलग-थलग पड़ते नजर आ रहे हैं.
पुतिन के बाद जेलेंस्की ने भी की ट्रंप से बातचीत
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बात की है. इस दौरान यूक्रेन की हवाई सुरक्षा को मजबूत करने, संभावित संयुक्त हथियार निर्माण और युद्ध समाप्ति के प्रयासों पर मंथन किया गया. वहीं पुतिन और ट्रंप के बीच भी एक घंटे तक बातचीत की गई थी. जिसके बाद ट्रंप निराश दिखे थे, क्योंकि पुतिन ने साफ तौर पर ये कह दिया था कि जब तक रूस अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं करता, तब तक युद्ध समाप्ति संभव नहीं है.