यूक्रेन के रूस पर सबसे बड़े हमले के बाद मंडराने लगा है थर्ड वर्ल्ड वॉर का खतरा. यूक्रेन ने रूस के 5 बड़े एयरबेस पर 40 से अधिक रूसी सैन्य विमानों को नष्ट करने का दावा किया है. यूक्रेन ने रूस के न्यूक्लियर सब मरीन पोर्ट पर भी अटैक किया है. यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस पर हमलों को शानदार बताते हुए कहा, युद्ध रूस ने किया था और अब समाप्त भी रूस को करना चाहिए. हमने जो किया वो सही किया.
ट्रकों की फाल्स सीलिंग में छिपाए ड्रोन से हमला, रूस में मचा हड़कंप
यूक्रेन ने पलटवार करते हुए रूस के स्ट्रेटेजिक एयरबेस पर ड्रोन अटैक किए हैं. यूक्रेन ने बड़ी चालाकी से रूस में बेहद खास ट्रकों को रूस के महत्वपूर्ण एयरबेस और अहम ठिकानों पर भेजा और फिर ट्रकों में बनी फाल्स-सीलिंग में छिपाए गए स्वार्म-ड्रोन यानी ड्रोन के झुंडों से रशियन एयरबेस पर अटैक कर दिए. माना जा रहा है कि रूस के कई अहम एयरक्राफ्ट और बॉम्बर इन हमलों में नष्ट हो गए हैं. ये सभी एयरक्राफ्ट, एयरबेस में खड़े थे. कुर्स्क और एक ब्रायेंस्क प्रांत में यूक्रेन ने बम लगाकर रूस के रेलव ब्रिज को उड़ा दिया, जिसके कारण 02 बड़े ट्रेन हादसे सामने आए हैं.
रूसी सीमा में घुसकर सैन्य अड्डों पर यूक्रेन का बड़ा हमला
1 जून, 2025 को, यूक्रेन ने रूस के अंदर 4000 किलोमीटर तक घुस कर हमला किया. यूक्रेन ने दावा किया है कि इन हमलों में रूस के 5 बड़े एयरबेस बेलाया, ड्यागिल, इवानोवो, ओलेन्या और अन्य तबाह हुए. यूक्रेन की सीक्रेट एजेंसी एसबीयू ने इस हमले को लेकर कहा है कि उसके मिसाइल अटैक में रूस के 41 लंबी दूरी के बमवर्षक विमान तबाह हो गए. यूक्रेन के हमले की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं.
रूस की न्यूक्लियर सबमरीन पोर्ट पर भी अटैक
यूक्रेन ने रूस के न्यूक्लियर सब-मरीन पोर्ट को भी टारगेट किया है. रूस के सेवेरोमोर्स्क में विस्फोट और धुआं देखा गया है, जो कि परमाणु-सशस्त्र पनडुब्बियों का भंडारण पोर्ट है. यह बैरेंट्स सागर के पास कोला खाड़ी में रूसी उत्तरी बेड़े का मुख्य अड्डा है. इस जगह रूस की दो-तिहाई परमाणु-संचालित पनडुब्बियाँ हैं, जिनमें यासेन, ऑस्कर II, सिएरा II और विशेष-उद्देश्य वाली पनडुब्बियाँ हैं.
रूस की रक्षा प्रणालियां और पुलों को पहुंचा नुकसान
ड्रोन, वायुसेना, तोपखाने और गुप्तचर एजेंटों का इस्तेमाल करते हुए यूक्रेन ने चार अलग-अलग रणनीतियों से रूस के 13 जगहों पर नुकसान पहुंचाया. रूस के कई शहरों में ड्रोन हमले हुए, रक्षा प्रणालियां तबाह हुईं और पुलों को उड़ा दिया गया. ड्रोन, वायुसेना, आर्टिलरी और एजेंट्स के जरिए ये अटैक किए गए. रूसी खुफिया एजेंसी ने तोड़फोड़ के जरिए रूसी इन्फ्रास्ट्रक्चर को तबाह कर दिया. जिस पुल को धमाके से उड़ाया गया उसकी चपेट में एक यात्री ट्रेन भी आ गई. फ्रंटलाइन और रूसी शहरों पर यूक्रेनी ड्रोन ब्रिगेड ने हमले किए. यूक्रेनी वायुसेना ने रूस के सीमाई शहरों पर बमबारी की. यूक्रेनी आर्टिलरी ने कुर्स्क पर एक बार फिर हमले किए हैं. हालांकि पुलों को नुकसान को लेकर यूक्रेन ने पल्ला झाड़ लिया है. यूक्रेन ने कहा है कि “सिर्फ सेना से जुड़े ठिकानों पर हमला किया गया है.”
डेढ़ साल की तैयारी के बाद यूक्रेन ने किया हमला
रूस-यूक्रेन के बीच 3 साल से ज्यादा वक्त से युद्ध चल रहा है. तमाम शांति प्रयासों की कोशिशें नाकाम हो चुकी हैं. रूस लगातार यूक्रेन पर हावी रहा है. लेकिन रविवार को यूक्रेन ने रूस पर ऐसा पलटवार किया है, जिससे रूस भी चौंक गया है. ये यूक्रेन का अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है. यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के मुताबिक, “डेढ़ साल की तैयारी के बाद रूस के खिलाफ ऑपरेशन स्पाइडरवेब लॉन्च किया गया. यूक्रेन द्वारा हासिल किया गया यह परिणाम बेहतरीन है.” यूक्रेन की इस सफलता के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्ली ने जनरल मालियुक को धन्यवाद दिया है.
लंबी दूरी का ऑपरेशन, ऑपरेशन से जुड़े लोग सुरक्षित:यूक्रेन
यूक्रेन की सुरक्षा सेवा के प्रमुख वसील मालियुक ने ऑपरेशन के बारे में एक रिपोर्ट पेश की और कहा, “योजना बनाने से लेकर प्रभावी क्रियान्वयन तक एक साल, छह महीने और नौ दिन लगे. वसील मालियुक बताते हैं, “यह हमारा सबसे लंबी दूरी का ऑपरेशन था. ऑपरेशन की तैयारी में शामिल हमारे लोगों को समय रहते रूसी क्षेत्र से वापस बुला लिया गया.”
यूक्रेनी सुरक्षा सेवा के मुताबिक, “यह हमला रूस के ओलेन्या एयरबेस और बेलाया एयरबेस पर किया गया, जो क्रमशः रूस के टुपोलेव टीयू 95 और टीयू 22एम3 बमवर्षकों का अड्डा है. इस हमले में नष्ट हुए फाइटर में ए 50, एडब्ल्यूएसीएस विमान शामिल हैं.”
हमारा ऑपरेशन उचित और योग्य:जेलेंस्की
यूक्रेन के अटैक के बाद जेलेंस्की ने कहा, “यह ऑपरेशन पूरी तरह से उचित और योग्य है. हम एक पूर्ण और बिना शर्त युद्धविराम का प्रस्ताव करना जारी रखना चाहते हैं, लेकिन इसके साथ ही सभी तर्कसंगत और सम्मानजनक कदम भी उठाते हैं जो एक स्थायी और विश्वसनीय शांति की ओर ले जा सकते हैं. रूसियों के सामने हमने जो यूक्रेनी प्रस्ताव पेश किया है वह तार्किक और यथार्थवादी है.”
जेलेंस्की बोले, “हम रूस को इस युद्ध को समाप्त करने की आवश्यकता महसूस कराने के लिए ये सब कुछ कर रहे हैं. रूस ने इस युद्ध को शुरू किया था और अब रूस को इसे समाप्त करना चाहिए. यूक्रेन की जय हो!”
रूसी रक्षा मंत्रालय ने हमले को कीव का टेरर अटैक बताया
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा, “देश के उत्तर में मरमंस्क रीजन, मध्य रूस में इवानोवो और रियाजान रीजन के साथ-साथ साइबेरिया में इरकुत्स्क रीजन और सुदूर पूर्व में अमूर रीजन में हवाई अड्डों को निशाना बनाया गया, इन हमलों में फर्स्ट-पर्सन व्यू कामिकेज ड्रोन का इस्तेमाल किया गया, जिनमें से कुछ को हवाई अड्डों के नजदीकी क्षेत्रों से लॉन्च किया गया. सेना ने कहा कि मरमंस्क और इरकुत्स्क क्षेत्रों में हमलों के कारण कुछ विमानों में आग लग गई.”
रूसी मंत्रालय ने दावा किया है कि “हमलों को लेकर कुछ लोगों हिरासत में लिया गया है. इन हमलों के लिए कीव शासन जिम्मेदार है. रूस ने इसे आतंकवादी हमला माना है. किसी भी घटना में कोई हताहत नहीं हुआ.”