चाहे रूस-यूक्रेन युद्ध हो, चाहे टर्की में आया भूकंप हो, दुनियाभर में कोरोना वैक्सीन पहुंचाने की बात हो या मालदीव में पानी संकट से मचा त्राहिमाम , मॉरीशस हो, बांग्लादेश हो, भूटान हो या अफगानिस्तान हो, भारत दुनिया के तमाम देशों के लिए हर दम मदद के लिए तैयार रहता है.
‘वसुधैव कुटुंबकम’ की नीति पर चलते हुए भारत, कूटनीति के तहत दूसरे देशों की मदद के लिए हाथ बढ़ाता है तो कभी मानवता की सच्ची सेवा में अपना योगदान देता है. दुनिया के तमाम देशों के मुश्किल वक्त में भारत की छवि एक मददगार के तौर पर जानी जाती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जिस तरह से भारत ने संकट के वक्त दुनिया की मदद की है उसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने एक भारतीय पर भरोसा जताया है. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने आपदा जोखिम कम करने के लिए भारत की नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (एनडीएमए) के एक अफसर को विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया है.
भारतीय पर एंटोनियो गुटेरेस को भरोसा
भारत के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सचिव स्तर के अधिकारी कमल किशोर को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए अपना विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घोषणा की कि कमल किशोर को ‘आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए संयुक्त राष्ट्र के डिजास्टर रिस्क रिडक्शन (यूएनडीआरआर) में महासचिव का सहायक और विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है. यूएनडीआरआर में कमल किशोर, जापान की मामी मिज़ुटोरी का स्थान लेंगे.
जी-20 कार्य समूह में था अहम रोल
भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान कमल किशोर ने आपदा जोखिम कम करने के लिए जी-20 कार्य समूह का नेतृत्व किया था. साल 2019 में क्लाइमेट एक्शन समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन के विकास में कमल किशोर की अहम भूमिका रही है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि ‘कमल किशोर सरकार, संयुक्त राष्ट्र और नागरिक समाज संगठनों के साथ काम कर चुके हैं. कमल किशोर वैश्विक, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर आपदा जोखिम में कमी, जलवायु कार्रवाई और सतत विकास में काम करने का भी लगभग तीन दशकों का अनुभव है.’ गुटेरेस के प्रवक्ता ने कहा कि “एनडीएमए में शामिल होने से पहले किशोर ने जेनेवा, नई दिल्ली और न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के साथ लगभग 13 साल काम किया. इसके अलावा यूएनडीपी-कार्यक्रम के देशों का समर्थन करने के लिए किशोर ने आपदा जोखिम कम करने वाली सलाहकारों की एक वैश्विक टीम का नेतृत्व भी किया है.”
टाइगर-ट्रायम्फ एक्सरसाइज
कमल किशोर की संयुक्त राष्ट्र में नियुक्ति ऐसे समय में सामने आई है जब इनदिनों विशाखापट्टनम में भारत और अमेरिका की ट्राई-सर्विस एक्सरसाइज ‘टाइगर ट्राइम्फ’ (19-31 मार्च) चल रही है. ये आपदा के वक्त मानवीय सहायता प्रदान (एचएडीआर) से जुड़ी एक्सरसाइज है जिसमें दोनों देशों की थललेना, वायुसेना और नौसेना शिरकत कर रही हैं.
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