भारत के तगड़े प्रहार और ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान की हालत पतली हो गई है. देशवासी जिस भाषा में जवाब चाहते थे, वो पाकिस्तान को मिल चुका है. आतंकियों की ट्रेनिंग कैंप पर भारत ने ऐसा अटैक किया है कि पाकिस्तान की बोलती बंद हो गई है. ऑपरेशन सिंदूर के फौरन बाद अमेरिका से भी टिप्पणी आई है.
खुद अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मैंने भारत के ऑपरेशन के बारे में सुना. हमें अभी-अभी खबर मिली है. वहीं एनएसए अजीत डोवल ने इस ऑपरेशन को लेकर अमेरिका विदेश मंत्री (कार्यवाहक एनएसए) मार्को रुबियो को ब्रीफ किया है.
बताया जा रहा है कि भारत के अटैक के बाद मार्को रुबियो ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है और कहा है, कि “भारत को आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई का अधिकार था.”
आतंक के खिलाफ पूरी दुनिया को दिखानी चाहिए जीरो टॉलरेंस नीति: एस जयशंकर
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. एस जयशंकर ने कहा, “आतंकवाद को लेकर पूरी दुनिया को जीरो टॉलरेंस की नीति दिखानी चाहिए.” 22 अप्रैल को पहलगाम नरसंहार के बाद से एस जयशंकर एक्शन में थे, कूटनीतिक तौर पर पाकिस्तान को घेर रहे थे. हमले के बाद भी विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में 30 से ज्यादा राजनयिकों को बुलाकर हमले की जानकारी दी थी और अब ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भी देशों को जानकारी साझा की गई है.
अजीत डोवल ने की मार्को रुबियो से बात. रुबियो ने दी पाकिस्तानी एनएसए को चेतावनी
पाकिस्तान पर ये एयरस्ट्राइक एनएसए अजीत डोवल की निगरानी में की गई. ऑपरेशन के फौरन बाद एनएसए अजीत डोवल ने मार्को रुबियो से फोन पर बात की. और ऑपरेशन को लेकर ब्रीफ किया. बताया जा रहा है कि मार्को रूबियो ने पाकिस्तान को वॉर्निंग दी है कि भारत को आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई का अधिकार था.अब भारत की तरफ से किए गए इस अटैक के जवाब में पाकिस्तान कोई हमला न करने का प्लान बनाए. मार्को रुबियो ने पाकिस्तानी एनएसए से फोन पर बात की है और कहा है कि पाकिस्तान चुप बैठे और भारत की स्ट्राइक का जवाब देने का नहीं सोचे. मार्को रुबियो ने अपने सार्वजनिक बयान में कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं.
ऑपरेशन सिंदूर पर क्या बोले अमेरिकी राष्ट्रपति
ओवल ऑफिस में अपने विशेष दूत स्टीव विटकॉफ की शपथ ग्रहण के बाद ट्रंप ने कहा, “हमें इसकी खबर अभी-अभी मिली, जब हम ओवल ऑफिस में दाखिल हो रहे थे. शायद कुछ लोगों को अंदाजा था, क्योंकि दोनों देश लंबे समय से लड़ रहे हैं, दशकों से. मुझे बस उम्मीद है कि ये जल्द खत्म हो जाएगा.”
भारत को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार- इजरायल
हमास आतंकियों से गाजा में लड़ रहे इजरायल को भारत के दर्द का अहसास है. पहलगाम में आतंकियों ने हमास की स्टाइल में ही अटैक करके नागरिकों को निशाना बनाया था. पहलगाम हमले से पहले हमास के आतंकी पीओके पहुंचे थे और एजेंसियों ने इस बात को माना है कि हमास के आतंकियों ने लश्कर और जैश के आतंकियों को ट्रेनिंग दी थी. ऑपरेशन सिंदूर के बाद इजरायल ने भारत के समर्थन में बयान दिया है. इजरायल ने कहा है कि “भारत को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है. अपराधियों को छिपने की कोई जगह नहीं मिलनी चाहिए.”
भारत ने किन-किन देशों को जानकारी दी?भारतीय अधिकारियों ने कई देशों में अपने समकक्षों से बात की है और उन्हें भारत द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी है. अमेरिका के अलावा भारत ने ब्रिटेन, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और रूस से बात की है. पहलगाम हमले के बाद भारत लगातार कूटनीतिक तौर पर पाकिस्तान को घेर रहा था. देर रात रक्षा मंत्रालय बयान ने एक में कहा, “ये कदम बर्बर पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर उठाए गए हैं जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई थी.हम इस प्रतिबद्धता पर कायम हैं कि हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए.”