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रूस-अमेरिका की बढ़ी नजदीकियां, फ्रांस ने बुलाई अलग बैठक

नाटो और यूरोपीय देशों को नजरअंदाज करते हुए यूक्रेन युद्ध को सुलझाने के लिए रूस से डायरेक्ट डील कर रहा है अमेरिका. सऊदी अरब के रियाद में मंगलवार से अमेरिका और रूस के अधिकारियों में बैठक होने जा रही है, जिसमें यूक्रेन को शामिल नहीं किया गया है.

अमेरिका के रुख से बढ़ी चिंता के बाद अब फ्रांस के राष्ट्रपति ने यूक्रेन मुद्दे पर यूरोपियन नेताओं के सम्मेलन की मेजबानी करने का फैसला किया है. ट्रंप ने सत्ता संभालने के बाद से ही यूरोपीय यूनियन को कटघरे में खड़ा किया है. उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी पिछले सप्ताह कहा था कि यूरोप अब अपने सुरक्षा खुद करे. अमेरिका के इस बयान के बाद फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने यूरोप की सुरक्षा के लिए यूरोप के बड़े नेताओं के साथ रणनीति बनाएंगे.

पेरिस में एकजुट होंगे यूरोपीय नेता, अमेरिका के रूख के बाद बनेगा प्लान

फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट ने बताया, “यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के अमेरिकी प्रयासों पर बढ़ती चिंताओं के बीच, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों यूरोप की सुरक्षा पर चर्चा करने के लिए प्रमुख यूरोपीय देशों के नेताओं की मेजबानी करेंगे. यूरोपीय सुरक्षा के लिए मुख्य यूरोपीय देशों को एक साथ एक मंच पर लाएंगे.”

नोएल बैरोट ने ये नहीं बताया कि बैठक में कौन-कौन से देश शामिल होंगे, लेकिन माना जा रहा है कि पेरिस में होने वाली बैठक में  ब्रिटेन, जर्मनी, पोलैंड, इटली, डेनमार्क और नाटो प्रमुख मार्क रूटे और यूरोपीय संघ प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन शामिल रहेंगी. ब्रिटेन की ओर से पीएम कीर स्टार्मर शामिल हो सकते हैं. 

अमेरिका देगा झटका, यूरोप को चाहिए अपनी आर्मी: जेलेंस्की

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने यूरोपीय देशों के अपील की है कि उन्हें एक ‘संयुक्त सेना’ बनाने की जरूरत है. जेलेंस्की ने दावा किया कि उन्हें अपनी खुफिया एजेंसी से पता चला है कि रूस इन गर्मियों में ही यूरोप को निशाना बनाने की तैयारी कर रहा है. जेलेंस्की ने पिछले सप्ताह आशंका जताई है कि “अमेरिका, यूरोप को भी तगड़ा झटका दे सकता है और अगर ऐसा हुआ तो यूरोप की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा हो जाएगा. इसलिए यूरोप के लिए अब अपनी खुद की सशस्त्र सेना बनाने का समय आ गया है.” जेलेंस्की ने अपने बयान में कहा, “ईमानदारी से कहूं तो अब हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि अमेरिका उन मुद्दों पर यूरोप को ‘नहीं’ कह सकता है, जो उसके लिए खतरा पैदा कर सकते हैं. इसलिए यूरोप को एकजुट होने और एक समान विदेश और रक्षा नीति बनाने की जरूरत है, जो अमेरिका को दिखाए कि ब्लॉक अपनी सुरक्षा के बारे में गंभीर है.”

जेलेंस्की ने ये भी दावा किया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने सशस्त्र बलों में 150,000 सैनिकों को शामिल कर रहे हैं, जो कि अधिकांश यूरोपीय सेनाओं से बड़ा आंकड़ा है. रूस में हर सप्ताह सेना भर्ती कार्यालय खोले जा रहे हैं.

दुनिया में ऐसा कोई नेता नहीं, जो हमारे बिना पुतिन से सौदा करे: जेलेंस्की

सऊदी अरब में रूसी और अमेरिकी अधिकारियों के साथ शांति वार्ता का निमंत्रण यूक्रेन को न मिलने से भड़के राष्ट्रपति जेलेंस्की. जेलेंस्की ने अपने ताजा बयान में कहा, “मैं यूक्रेन के बारे में अमेरिका और रूस के बीच किसी भी फैसले को कभी स्वीकार नहीं करूंगा. न ही यूक्रेन के वयस्क और बच्चे इसे स्वीकार करेंगे. यह युद्ध हमारे खिलाफ है और यह हमारी मानवीय क्षति है. दुनिया में कोई भी ऐसा नेता नहीं है जो हमारे बिना पुतिन के साथ सौदा कर सके.”

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