अमेरिका और कनाडा के युद्धपोत के ताइवान स्ट्रेट से गुजरने से चीन भड़क गया है. चीन ने इस हरकत को क्षेत्र में शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंचाने वाला कदम करार दिया है. अमेरिका और कनाडा के इस कदम से ताइवान और चीन में तनातनी और गहरा गई है. पहले चीन का युद्धाभ्यास फिर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का ताइवान के बॉर्डर पर रुकने से टेंशन पहले से ही बढ़ी ही हुई थी.
ताइवान में अमेरिका-कनाडा ने दिखाई चीन को आंख
चीन की क्षेत्र में धमक कम करने के लिए अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत, चीन को ताइवान से अलग करने वाले संवेदनशील ताइवान स्ट्रेट (चीन-ताइवान को अलग करने वाली समुद्री जलमार्ग) से नियमित रूप से गुजरते हैं. अमेरिका के युद्धपोत 112 मील लंबे ताइवान स्ट्रेट को इसलिए भी पार करते हैं ताकि इसको अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग के रूप माना जाता रहे. क्योंकि चीन इस पर अपना दावा करता आया है. ऐसे में कभी-कभी मित्र देशों के जंगी जहाज भी यूएस नेवी के साथ होते हैं. अमेरिका और कनाडा के युद्धपोत हालांकि, ऐसे वक्त में साथ दिखे हैं, जब पिछले सप्ताह है चीन ने ताइवान को घेरकर एक बड़ा युद्धाभ्यास ज्वाइंट स्वार्ड-2 किया था.
अमेरिकी नौसेना के सातवें बेड़े (सेवंथ फ्लीट) ने सोमवार को बयान जारी करते हुए कहा है कि “सभी देशों के लिए नौवहन की स्वतंत्रता के सिद्धांत को कायम रखने के लिए विध्वंसक पोत ‘यूएसएस हिगिंस’ और कनाडाई युद्धपोत ‘एचएमसीएस वैंकूवर’ ताइवान स्ट्रेट से नियमित रूप से गुजरे.
अमेरिका ने अपने बयान में इस बात पर भी जोर दिया कि “ताइवान स्ट्रेट से हिगिंस और वैंकूवर का गुजरना इस क्षेत्र के अंतरराष्ट्रीय अधिकार को दिखाता है. साथ ही इसकी स्वतंत्रता को कायम रखने के प्रति अमेरिका और कनाडा की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.” (https://x.com/US7thFleet/status/1848061621404361011)
भड़का चीन, वायुसेना-नौसेना को किया अलर्ट
कनाडा और अमेरिकी युद्धपोतों की चहलकदमी से भड़के चीन ने फौरन वायुसेना को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के ईस्टर्न थिएटर कमांड ने बयान जारी करते हुए कहा कि “अमेरिकी और कनाडाई पोतों पर निगरानी के लिए कानून के अनुसार नौसेना और वायुसेना को तैनात किया है. चीन ने अमेरिका और कनाडा के निंदा की और कहा कि “युद्धपोतों की ताइवान स्ट्रेट में आवाजाही स्ट्रेट में शांति और स्थिरता को बाधित करेगी.”
पिछले सप्ताह चीन ने ताइवान में किया युद्धाभ्यास
ताइवान पर चीन लगातार दबाव बना रहा है. चीन ने पिछले हफ्ते ताइवान और उसके बाहरी द्वीपों के आसपास बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास किया था. युद्धाभ्यास में युद्धक विमानों के साथ एक विमानवाहक पोत भी तैनात किया गया था. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि “सुबह 6 बजे तक 24 घंटे में 14 चीनी सैन्य विमान और 12 नौसेना जहाजों को क्षेत्र से गुजरते देखा है.” दरअसल चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है तो वहीं ताइवान खुद अपनी स्वतंत्रता के लिए अमेरिका समेत कई देशों के बल पर चीन से मुकाबला कर रहा है. (ताइवान पर लटकी चीन की तलवार, घेराबंदी शुरू)