अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ फिर से खुफिया सूचना लीक करने के मामले में कंट्रोवर्सी में फंस गए हैं. मार्च के महीने में हूती विद्रोहियों के खिलाफ प्लान ऑफ एक्शन को व्हाट्सएप ग्रुप पर शेयर कर दिया था, तो अब आरोप है कि पीट हेगसेथ ने यमन के हूती विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिकी सैन्य हमले की संवेदनशील जानकारी को सिग्नल एप के जरिए अपनी पत्नी, भाई और वकील को लीक कर दी है.
पीट हेगसेथ ने पत्नी-भाई को लीक कर दिया सीक्रेट डॉक्यूमेंट
हूती विद्रोहियों पर हमले का प्लान एक बार फिर लीक हो गया है. इसका आरोप किसी और पर नहीं बल्कि अमेरिकी रक्षा मंत्री और पूर्व एंकर पीट हेगसेथ पर है. पीट हेगसेथ ने “डिफेंस टीम हडल” नाम के ग्रुप पर संवेदनशील जानकारियां शेयर की हैं. इस ग्रुप में उनकी पत्नी जेनिफर राउचेट हेगसेथ, भाई फिल हेगसेथ और निजी वकील टिम पार्लटोर सहित करीब एक दर्जन लोग शामिल थे.
बताया जा रहा है कि ग्रुप को जनवरी 2025 में बनाया गया था. और हेगसेथ ने किसी सरकारी डिवाइस से नहीं बल्कि अपने पर्सनल फोन से हूतियों से जुड़ा सीक्रेट डॉक्यूमेंट ग्रुप में शेयर किया.
विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिकी सैन्य हमले की संवेदनशील जानकारी को सिग्नल पर लीक करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है और पीट हेगसेथ पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. आपको बता दें, पीट हेगसेथ की पत्नी जेनिफर राउचेट हेगसेथ फॉक्स न्यूज की प्रोड्यूसर रह चुकी हैं, इसलिए उनके पास सीक्रेट डॉक्यूमेंट भेजा जाना चिंता का विषय माना जा रहा है.
सीक्रेट जानकारियां मीडिया में लीक होना ट्रंप प्रशासन की मुसीबत बना, एनएसए माइक वॉल्ट्ज पर भी उठे थे सवाल
मार्च में एनएसए माइक वॉल्ट्ज ने भी एक हाईलेवल व्हाट्सएप ग्रुप में अमेरिकी मैग्जीन के एडिटर को गलती से जोड़ दिया था. “हूती पीसी स्मॉल ग्रुप” में उप राष्ट्रपति जेडी वेंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो से लेकर तमाम बड़े सैन्य अधिकारी जुड़े हुए थे और हूती आतंकियों पर किए जाने वाले अटैक को लेकर बातचीत की जा रही थी. इसमें सैन्य अधिकारी एक दूसरे को चीयर करते हुए भी दिखे थे. ऐसे में एडिटर के पास एक-एक सीक्रेट जानकारी पहुंच गई.
पत्रकार ने ये दावा किया था कि उसे हूतियों के हमले से पहले ही पता चल गया था कि अमेरिकी सेना किन हथियारों से और कब अटैक करने वाली है, क्योंकि पीट हेगसेथ ने हमले से पहले ही अटैक का प्लान ग्रुप में भेज दिया था. हालांकि विवाद होने के बाद पीट हेगसेथ ने पत्रकार को फर्जी बताया था तो राष्ट्रपति ट्रंप ने मैगजीन पर तंज कसते हुए कहा था, कि “मैगजीन जल्द बंद होने वाली है.”