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ईरान के परमाणु संयंत्रों पर हमले का समर्थन नहीं : US

ईरान की मिसाइल अटैक का बदला लेने के लिए भले ही इजरायल पूरी तरह तैयार है लेकिन अमेरिका ने अपना हाथ थोड़ा खींच लिया है. अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइ़डेन ने ईरान के परमाणु संयंत्रों पर इजरायल हमलों का समर्थन करने से इंकार कर दिया है.

बाइडेन ने कहा है कि इजरायल को जवाबी कार्रवाई का पूरा अधिकार है लेकिन वो उसी अनुपात में हो जैसी ईरान ने की है. ईरान के परमाणु संयंत्रों पर इजरायली हमलों को अमेरिका का समर्थन नहीं मिलेगा. 

दरअसल, इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद से जुड़े एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ईरान की एक न्यूक्लियर फैसिलिटी का एरियल-वीडियो साझा किया गया था. इससे अंदेशा जताया जा रहा है कि ईरान के मिसाइल हमले का जवाब, इजरायल इन परमाणु संयंत्रों पर अटैक कर से सकता है. 

क्योंकि, ईरान और इजरायल में किसी भी वक्त युद्ध शुरू हो सकता है. ईरान ने करीब 200 (181) मिसाइल दाग कर इजरायल को चुनौती दी है तो अब इजरायल ने कहा है कि “हमें पता है कि कब और कहां अटैक करना है. ऐसी कोई जगह नहीं जहां इजरायली अपने अंजाम तक ना पहुंचे.” 

साफ है कि किसी ने भी एक और सैन्य कदम उठाया तो युद्ध होना तय है. मिडिल ईस्ट में भयंकर तनाव है. लेबनान में इजरायली सेना घुस चुकी है. सीरिया में हवाई हमला किया गया है तो ईरान हाई अलर्ट पर है. भयंकर तनाव के बीच कतर पहुंचे हैं ईरानी राष्ट्रपति पेजेश्कियान. दो दिनों के कतर दौरे पर पहुंचे पेजेश्कियान ने हमास नेताओं से मुलाकात की है. कतर ही वो देश है जो हमास और इजरायल के बीच सीजफायर की कोशिश कर रहा था.

हम युद्ध नहीं चाहते पर हमला हुआ तो चुप नहीं बैठेंगे: पेजेश्कियान
कतर पहुंचे ईरानी राष्ट्रपति पेजेश्कियान ने इजरायल पर करारा वार किया है. पेजेश्कियान ने कहा है कि “हम युद्ध नहीं चाहते हैं, लेकिन इजरायल ने छोटी सी गलती भी की तो हमारी सेना उसका माकूल जवाब देगी. ईरान जवाबी कार्रवाई करना जानता है. अगर इजरायल ने अपना अपराध नहीं रोका तो कड़ा एक्शन का सामना करने के लिए तैयार रहे.”
ईरानी राष्ट्रपति का ये बयान कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के साथ मुलाकात के बाद आया है.

नसरल्लाह की मौत के बाद पहली बार नजर आएंगे खामेनेई
बताया जा रहा है कि हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्ला के जनाजे के दिन सुप्रीम लीडर खामनेई जुमे की नमाज की अगुवाई करेंगे. ठीक वैसे ही जैसे हमास चीफ हानिया के मारे जाने के बाद की थी. हालांकि उस वक्त खामेनेई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था, जिसमे खामेनेई के चेहरे पर खौफ नजर आ रहा था. खामनेई बार बार आसमान की ओर देख रहे थे. 

तस्वीरों से साफ था कि खामनेई को डर था कि कहीं इजरायल, ड्रोन या फिर एयरस्ट्राइक ना कर दे. 

बहरहाल हिजबुल्लाह चीफ के मारे जाने के बाद खामनेई एक सीक्रेट जगह पर रह रहे हैं . पहल बार शुक्रवार (4 अक्टूबर) को सार्वजनिक जगह पर दिखेंगे. 27 सितंबर को नसल्लाह के खिलाफ इजरायली ऑपरेशन के बाद सर्वोच्च लीडर को एक सुरक्षित जगह पर रखा गया है.

पुतिन की भाषा बोलने लगे खामेनेई
सीक्रेट जगह पर छिपे ईरान के सर्वोच्च लीडर ने कहा है कि “अब ज़ायोनियों (यहूदियों) का शासन खत्म हो चुका है. हमें उम्मीद है कि ईश्वर की मदद, ईरानी लोगों के कठिन प्रयास, इस्लामी क्रांति से मिली प्रेरणा और अन्य देशों के सहयोग से हम अपने दुश्मनों को हटा देंगे. अगर अमेरिका और कुछ यूरोपीय देशों की नजर इस क्षेत्र से हटा दी जाए तो ये संघर्ष और युद्ध पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा.”
यानी खामेनेई भी ठीक पुतिन की तरह बात कर रहे हैं. जैसे कि यूक्रेन के साथ युद्ध के दौरान पुतिन ने नाटो देशों को जिम्मेदार ठहराया है, ठीक वैसे ही खामेनेई भी कह रहे हैं कि “अगर अमेरिका और यूरोपीय देशों की नजर हट जाए तो क्षेत्र में सुख-समृद्धि आ जाएगा.”

ईरान ने बनाई इजरायली नेताओं की हिट लिस्ट
ईरान ने इजरायली नेताओं की हिट लिस्ट बनाई है. जिसे ईरान जिंदा या मुर्दा पकड़ना चाहता है. पहले नंबर पर पीएम बेंजामिन नेतन्याहू हैं, जिन्होंने आंतकवाद को खत्म करने की कसम खाई है. दूसरे नंबर पर इजरायली रक्षामंत्री यौव गैलेंट हैं. फिर ईरान का टारगेट है इजरायली सेना के प्रमुख जनरल हर्जी हलेवी. ईरान ने अपनी हिट लिस्ट में इजरायल के वायुसेना और नौसेना कमांडर को भी रखा है, जिनके एयरस्ट्राइक से आतंकियों की कमर टूट गई है. गाजा औक लेबनान में ग्राउंड एक्शन के लिए ईरान इजरायल के थल सेना प्रमुख को जिम्मेदार मानती है. इसके अलावा तीन और सेना कमांडर जिनके पास इजरायली कमांड की जिम्मेदारी है, उन्हें ईरान मारना चाहता है.

ईरान के खुफिया मंत्रालय ने हिब्रू में एक धमकी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि “वो जल्द ही इजरायल की सुरक्षा संस्थानों के प्रमुखों और प्रधानमंत्री को खत्म कर देंगा.”

हमें पता है, कब, कहां और कैसे बदला लेना है: इजरायल
इजरायली सेना प्रमुख ने एक बार फिर से प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा है कि ऐसी कोई जगह नहीं जहां हम नहीं पहुंच पाएं. इजरायल को पता है कि कब, कैसे, किसे और कहां टारगेट करना है. ईरान को दर्दनाक सबक मिलेगा, जैसा कि हिजबुल्लाह और हमास को मिला है. इजरायल के नए वर्ष ‘रोज हशाना’ पर बेंजामिन नेतन्याहू ने देश के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि ‘ये साल पूरी जीत का होगा.’ 

पीएम मोदी ने भी नेतन्याहू को नए वर्ष की बधाई देते हुए लिखा है कि “रोश हशाना पर मेरे मित्र नेतन्याहू और पूरे इजरायल के लिए शांति, आशा और अच्छा स्वास्थ्य लेकर आए.”

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