रुस-यूक्रेन युद्ध रोकने को लेकर जहां भारत, चीन और ब्राजील की मध्यस्थता की बात कही जा रही है वहीं ब्रिटिश विदेश मंत्री डेविड लैमी और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के एक साथ यूक्रेन पहुंचने से हलचलें तेज हो गई हैं. क्योंकि दोनों देशों ने यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल देने की घोषणा की है जिनका इस्तेमाल रुस के खिलाफ किया जा सकता है.
ब्रिटेन और अमेरिका ने पिछले हफ्ते ही जेलेंस्की को खुलकर हथियार और लंबी दूरी की मिसाइलें देने की घोषणा की है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या यूक्रेन कुछ बड़ा प्लान कर रहा है. क्योंकि युद्ध की शुरुआत से पहली बार दो बड़े मददगार देशों के विदेश मंत्री एकसाथ कीव पहुंचे हैं. अचानक दोनों मंत्रियों के कीव पहुंचने से सुगबुगाहट शुरु है कि रूस-यूक्रेन युद्ध में कुछ बड़ा फैसला आने वाला है या ब्रिटेन और अमेरिका दोनों देश रूसी राष्ट्रपति को दिखाना चाहते हैं कि वो यूक्रेन के साथ मजबूती से खड़े हैं.
अमेरिका-ब्रिटेन के विदेश मंत्रियों का एकसाथ कीव दौरा
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी संयुक्त यात्रा पर ट्रेन से कीव पहुंचे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बीच ब्लिंकन का यह दौरा काफी अहम है. एंटनी ब्लिंकन की यह यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दोनों उम्मीदवारों (कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप) के बीच हुई प्रेसिडेंशियल डिबेट के ठीक बाद हो रही है. एंटनी ब्लिंकन और लैमी ने यूक्रेन को अपना समर्थन दिखाने हुए कीव में कहा है कि “यूक्रेन को रूस पर गोलीबारी करने का अधिकार है. दोनों यूक्रेन के लिए और अधिक हथियारों का समर्थन देने का अनुरोध करेंगे.”
ईरान, चीन. नॉर्थ कोरिया कर रहे रूस की मदद, अमेरिका चिंतित
रूस को ईरान, नॉर्थ कोरिया और चीन से मिल रहे समर्थन से बाइडेन प्रशासन चिंतित है. कीव पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने “ईरान पर रूस को कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों की आपूर्ति करने का आरोप लगाया और कहा कि इस कदम से स्थिति और गंभीर हुई”
जेलेंस्की ने अमेरिका और ब्रिटेन से मांगी हैं लंबी दूरी की मिसाइलें
पिछले सप्ताह ही यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने जर्मनी के रैमस्टीन बेस में यूक्रेन डिफेंस कॉन्टैक्ट ग्रुप की मीटिंग में हिस्सा लिया था. बैठक में अमेरिकी रक्षा मंत्री समेत 50 से अधिक मित्र देशों के प्रतिनिधि पहुंचे थे. बैठक में जेलेंस्की ने कहा है कि रूस को रोकने के लिए लंबी दूरी की मिसाइल की मांग की थी. अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन लॉयड ने यूक्रेन की मदद का आश्वासन दिया है. साथ ही अमेरिका ने कीव को सुरक्षा सहायता के तौर पर 25 करोड़ डॉलर और प्रदान करने की घोषणा की है.
वाशिंगटन ने दी मिसाइल तो हम भी देंगे उसी भाषा में जवाब: रुस
रूस को आशंका है कि युद्ध भड़काने के लिए अमेरिका यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल हमले की परमिशन दे सकता है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा है कि अगर अमेरिका ऐसा कुछ करता है तो रूस भी उसी के मुताबिक जवाब देगा. पेस्कोव ने बुधवार को आरोप लगाया कि “अमेरिकी विदेश मंत्री और ब्रिटेन के विदेश मंत्री की यात्रा रूस पर हमला करने की अनुमति देने का ही हिस्सा है.”