मिडिल ईस्ट की जंग में अब अमेरिका और ब्रिटेन भी खुलकर उतर आए हैं. इजरायल के बाद यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों पर अमेरिका और ब्रिटेन ने तगड़ी एयर-स्ट्राइक की है. अमेरिका और ब्रिटेन की सेना ने हूती विद्रोहियों के एक दर्जन से अधिक सैन्य ठिकानों पर हमला करके हथियारों, अड्डों को नष्ट कर दिया है.
अमेरिकी अधिकारियों ने हूतियों पर की गई एयरस्ट्राइक की पुष्टि की है. पिछले एक साल से हूती विद्रोही, इजरायल पर हुए आतंकी हमले के बाद बेहद सक्रिय हो गए हैं. लगातार मालवाहक जहाजों को निशाना साध रहे हैं, जो इजरायल के हैं या इजरायल-समर्थक देशों के हैं.
हूतियों का काल बने अमेरिका और ब्रिटेन
लाल सागर और अदन की खाड़ी में हूती विद्रोही लगातार जहाजों को निशाना बना रहे हैं. हूतियों के ये हमले पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले के बाद बढ़ गए थे. हूतियों को ईरान पूरी तरह से ना केवल सिर्फ समर्थन करता है बल्कि हथियार और मिसाइल भी मुहैया कराता है. अमेरिका के मुताबिक, हूतियों के पांच ठिकानों पर बम बरसाए गए. काथीब में हूतियों के कंट्रोल वाले सैन्य अड्डे पर भी एयर स्ट्राइक की गई है. इसके अलावा राजधानी सना के सेयाना इलाके और धमार प्रांत में भी बम बरसाए गए. तकरीबन 15 ठिकानों पर अमेरिका और ब्रिटेन ने संयुक्त ऑपरेशन करके हूतियों पर वार करके, इजरायल की जंग के साथ प्रतिबद्धता जताई.
हूतियों ने दी थी इजरायल को धमकी
हिजबुल्लाह और हमास के साथ-साथ ईरान के मोर्चे पर घिरे इजरायल को हूती भी आंखे दिखा रहे थे. हाल ही में हूतियों ने इजरायल को धमकाते हुए कहा था कि वो तेल अवीव पर हमला करेंगे. हूती विद्रोहियों ने कहा था कि “7 अक्टूबर से पहले इजरायल हमलों के लिए तैयार रहे.” साथ ही हूती विद्रोहियों ने अमेरिका के एमक्यू 9 रीपर ड्रोन भी मार गिराने का दावा किया था. एक एमक्यू 9 रीपर ड्रोन की कीमत करीब 3 करोड़ डॉलर बताई जाती है.
हूतियों ने सेंट्रल इजरायल के पास हवाई हमला भी किया था जिसे नाकाम कर दिया गया था. पिछले सप्ताह हूतियों ने अमेरिकी युद्धपोतों को निशाना बनाकर किए गए हमले की जिम्मेदारी ली थी. पिछले एक साल में हूतियों ने कई मालवाहक जहाजों को निशाना बनाया है. कई को हाईजैक किया तो दो को तो डुबाने का दावा किया था. अब हूतियों को तोड़ने के लिए अमेरिका और ब्रिटेन साथ आ गए हैं. अमेरिका और ब्रिटेन ने हमले को लेकर बहुत अधिक जानकारी नहीं शेयर की है पर पिछले एक साल से लाल सागर में हूतियों के खिलाफ देशों का ज्वाइंट ऑपरेशन चल रहा है.
हूतियों ने हाइपरसोनिक मिसाइल से किया था हमला
पिछले महीने सितंबर में हूतियों ने हाइपरसोनिक मिसाइल से इजरायल की एक ट्रेन को निशाना बनाया था. इस मिसाइल को आयरऩ डोम भी पकड़ने में नाकाम रही थी. मिसाइल हमले में इजरायल में एयर सायरन बजने लगे थे. हूतियों ने दावा किया था इजरायल को भारी नुकसान पहुंचा था पर इजरायली सेना ने बताया था कि मिसाइल एक खाली जगह पर गिरी थी, जिससे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ. माना जा रहा है कि हूतियों को हाइपरसोनिक मिसाइल ईरान ने मुहैया कराया है. जुलाई के महीने में इजरायल ने भी हूतियों के खिलाफ बड़ी एयरस्ट्राइक की थी.