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USAID ने रची भारत के खिलाफ साजिश, ट्रंप के दावे से संसद सकते में

अमेरिका में ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद सबसे ज्यादा चर्चा या तो टैरिफ की हो रही है या फिर यूएसएड की. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट यानी यूएसएड पर लगाम लगाया है, उसके बाद ही पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है. 

अमेरिका में यूएसएड पर चले चाबुक की गूंज भारत में भी सुनाई दी है. मामला सोमवार को संसद में उठाया गया है. वजह है डीप स्टेट का कुख्यात खिलाड़ी जॉर्ज सोरोस. ट्रंप का दावा है कि अरबपति जॉर्ज सोरोस के संगठनों (एनजीओ) को यूएसएड से 260 मिलियन डॉलर मिले हैं, जिसका इस्तेमाल भारत और बांग्लादेश समेत कई देशों में अस्थिरता फैलान के लिए किया गया है. संसद में जॉर्ज सोरोस और कांग्रेस के रिश्तों का मुद्दा उठा है.

ट्रंप ने मोदी विरोधी जॉर्ज सोरोस पर क्या खुलासा किया?

डोनाल्ड ट्रंप ने अरबपति व्यापारी जॉर्ज सोरोस की बड़ी साजिश का खुलासा किया है. ट्रंप ने कहा कि “अरबपति जॉर्ज सोरोस के संगठनों ने भारत और बांग्लादेश समेत कई देशों में उथल-पुथल मचाने के लिए यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएड) से 26 करोड़ डॉलर हासिल हुए हैं. सोरोस ने इस पैसे का इस्तेमाल दुनिया भर के देशों में अराजकता फैलाने और सरकारें बदलने के लिए काम किया.

अमेरिकी राष्ट्रपति के मुताबिक, जॉर्ज सोरोस ने यूएसएड के पैसों से श्रीलंका, बांग्लादेश, यूक्रेन, सीरिया, ईरान, पाकिस्तान, भारत, ब्रिटेन और अमेरिका में अराजकता फैलाने, सरकारें बदलने और निजी लाभ के लिए किया.” ट्रंप की टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब अमेरिका ने यूएसएड के बजट को फ्रीज कर दिया है और अमेरिकी विदेशी सहायता पर जांच शुरु कर दी है. 

देशों को तोड़ने के लिए इस्तेमाल हुए यूएसएड का पैसा: निशिकांत

बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने अमेरिकी कारोबारी जॉर्ज सोरोस के साथ कांग्रेस के संबंध होने का आरोप दोहराते हुए जांच की मांग की है. शून्य काल में निशिकांत दुबे ने अमेरिकी संस्था ‘यूएसएड’ द्वारा भारत को विभाजित करने के लिए विभिन्न संस्थाओं को धन दिए जाने का दावा किया और सरकार से मांग की कि इस मामले में जांच कराई जाए और दोषी पाए गए लोगों को जेल में डाला जाए.” 

जॉर्ज सोरोस ने भारत को विभाजित करने के लिए 5000 करोड़ दिए: निशिकांत

निशिकांत दुबे ने कहा, “अमेरिका में नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘यूएसएड’ संस्था को पूरी तरह बंद कर दिया है क्योंकि यह वर्षों से विभिन्न सरकारों को गिराने के लिए पैसा खर्च कर रही थी.” विपक्ष को बताना चाहिए, ‘‘क्या यूएसएड ने जॉर्ज सोरोस की ओपन सोसाइटी फाउंडेशन को पांच हजार करोड़ रुपये भारत को विभाजित करने के लिए दिये या नहीं. उसने राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा दिया या नहीं.’’

निशिकांत का आरोप, विपक्ष ने की नारेबाजी

निशिकांत ने कहा, “यूएसएड ने तालिबान को पैसा दिया था? इस अमेरिकी संस्था ने आतंकवादी और नक्सलवादी गतिविधियां बढ़ाने वाले कुछ संगठनों को पैसा दिया या नहीं, विपक्ष यह बताए. देश में मानवाधिकार के नाम पर और ‘सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च’ के नाम पर विभिन्न संस्थाओं को ‘यूएसएड’ द्वारा पैसा दिए जाने का आरोप लगाते हुए निशिकांत ने सरकार से मामले की जांच करने को कहा.” निशिकांत के आरोपों के बाद सदन में कांग्रेस समेत विपक्षी सांसदों ने जमकर नारेबाजी की.

बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुखिया से सोरोस के बेटे की मुलाकात

पिछले महीने जनवरी में जब ट्रंप ने मोहम्मद यूनुस को झटका देते हुए वित्तीय मदद रोकने की घोषणा की तो जॉर्ज सोरोस ढाका में मोहम्मद यूनुस से मिलने पहुंच गए थे.एलेक्स सोरोस अपने पिता जॉर्ज सोरोस के उस पैसे वाले एनजीओ ‘द ओपन सोसायटी फाउंडेशन’ के चेयरमैन हैं. मुलाकात के बाद एलेक्स ने अपने एनजीओ द ओपन सोसायटी की ओर से बांग्लादेश को वित्तीय मदद देने का भरोसा दिया है. 

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