पाकिस्तान सीमा पर चल रही त्रिशूल एक्सरसाइज के बीच थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने अंबाला स्थित खड़गा स्ट्राइक कोर का दौरा किया है. इस दौरे की एक वीडियो जबरदस्त वायरल है जिसमें जनरल द्विवेदी, सेना के ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर की समीक्षा कर रहे हैं. वीडियो में बड़ी संख्या में ड्रोन और गोला-बारूद कतार में रखे हुए हैं.
वीडियो में सर्विलांस ड्रोन से लेकर स्वार्म ड्रोन और लोएटरिंग म्युनिशन देखे जा सकते हैं. वीडियो में ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसा ये कोई ड्रोन का शोरूम है. थलसेना प्रमुख, खुले एरिया में रखे ड्रोन के अलावा एक हॉल की रैक में रखे छोटे-बड़े ड्रोन का जायजा लेते देखे जा सकते हैं. उनके साथ सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद हैं. अंबाला स्थित सेना की खड़गा स्ट्राइक कोर (2 कोर) की जिम्मेदारी दुश्मन की सीमा में घुसकर हमला करने की है. (https://x.com/OsintUpdates/status/1985663448819302577)
त्रिशूल एक्सरसाइज में ड्रोन वॉरफेयर पर जोर
पाकिस्तान से सटे गुजरात के विवादित सर क्रीक और राजस्थान के थार रेगिस्तान में इनदिनों त्रिशूल एक्सरसाइज (1-13 नवंबर) चल रही है. इस एक्सरसाइज में सेना के तीनों अंग यानी थलसेना, वायुसेना और नौसेना हिस्सा ले रही हैं. थलसेना की दक्षिणी कमान ने एक्सरसाइज के दौरान ड्रोन वॉरफेयर में खास तौर से हाथ आजमाया है.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के हमले के जवाब में पाकिस्तान ने लगातार तीन दिन तक ड्रोन अटैक किए थे. पाकिस्तान ने करीब 1000 ड्रोन के जरिए भारत पर हमला किया था. भारत ने हालांकि, पाकिस्तान के 90 प्रतिशत ड्रोन आसमान में तबाह कर दिए थे.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बनाएगी अश्नि प्लाटून
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से भारतीय सेना ने ड्रोन वॉरफेयर को धार देना शुरु कर दिए हैं. ऐसे में सेना की सभी इन्फेंट्री बटालियन में खास ‘अश्नि’ ड्रोन प्लाटून तैयार की गई है. पौराणिक इतिहास में अश्नि को ‘वज्रपात’ के नाम से जाना जाता था. इस प्लाटून में 25-30 सैनिक ड्रोन ऑपरेटर हैं और किसी भी तरह के सर्विलांस से लेकर स्वार्म ड्रोन उड़ाने में महारत हासिल रखते हैं.
करीब 13 लाख सैनिकों वाली थलसेना (भारतीय सेना) में 380 इन्फैंट्री बटालियन हैं. निकट भविष्य में सेना के हर सैनिक को ड्रोन ऑपरेशन की ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि जंग के मैदान में ड्रोन का सामना कर सके.
हाल ही में सेना की पूर्वी कमान और पश्चिमी कमान (खड़गा कोर) ने खास एक्सरसाइज को आयोजित कर ड्रोन क्षमताओं का प्रदर्शन किया है.

