भारत ने अपने नागरिकों की निर्मम हत्या का बदला लेने के लिए पाकिस्तान और पाकिस्तान के गैर-कानूनी कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) के भीतर स्ट्राइक की और यह अभियान पूरी तरह सफल रहा. भारत ने इस अभियान के जरिए न केवल आतंकी हमले का बदला लिया, बल्कि आतंक के खिलाफ अपनी नीति और संकल्प की नई परिभाषा गढ़ी.
आइए देखें, इस ऑपरेशन से भारत ने क्या क्या हासिल किया-
1.नौ आतंकी कैंप तबाह किए
- भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर में 9 हाइ-वैल्यू आतंकी लॉन्चपैड खत्म किए. लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों को निशाना बनाया गया.
- ये ठिकाने भारत के खिलाफ हमले के षड्यंत्र रचने के मुख्य ट्रेनिंग और ऑपरेशनल सेंटर्स थे.
2. पाकिस्तान के घर में घुसकर कार्रवाई-
- – भारत ने जंग के नियम बदल दिए, भारत ने दिखा दिया हम दुश्मन के घर में घुसकर हमला भी कर सकते हैं और बदला भी ले सकते हैं.
- – भारत ने यह साफ कर दिया कि आतंकवादी और उनको पनाह देने वाले अलग नहीं हैं इसीलिए दोनों पर समान कार्रवाई की गई.
- – यह हमला सिर्फ PoJK तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पाकिस्तान के अंदर सैकड़ों किलोमीटर भीतर तक किया गया.
- – भारत ने पाकिस्तान के सैन्य गढ़ माने जाने वाले पंजाब प्रांत तक हमला किया. भारत ने बहावलपुर जैसे खतरनाक आतंकी ठिकानों को भी निशाना बनाया, जहां तक अमेरिका भी ड्रोन भेजने की हिम्मत नहीं कर पाया था.
- – भारत ने साफ कर दिया है कि अगर पाक भारत की धरती पर आतंकवाद करेगा तो जवाबी कार्रवाई के दायरे से न तो एलओसी बाहर होगी और न ही पाकिस्तान का अंदरूनी इलाका. इन हमलों के जरिए भारत ने दुनिया को दिखा दिया कि भारत पाकिस्तान का एक-एक इंच जमीन पर हमला करने में सक्षम है.
3. एक नई लक्ष्मण रेखा खींची गई-
- – भारत की कार्रवाई ने रणनीति के अंदर जवाब देने के सिद्धांत को निर्णायक कार्रवाई और जवाब देने के सिद्धांत में बदल दिया है.
- – ऑपरेशन सिंदूर ने एक ऐसी लक्ष्मण रेखा खींच दी है जिसे पाकिस्तान अब और नजरअंदाज नहीं कर सकता, अगर आतंक को राज्य नीति बनाओगे, तो उसका सीधा, करारा और दिखने वाला जवाब मिलेगा.
4. आतंक के खिलाफ में नया और करारा जवाब-
- – भारत ने पहली बार आतंकियों और उनके सरपरस्तों के बीच का फर्क साफ तौर पर नकार, दोनों पर एक साथ कार्रवाई की. इससे पाकिस्तान के उन नापाक तत्वों की छूट भी खत्म हो गई जो अब तक बिना डर के आतंक फैलाते रहे थे.
5. पाकिस्तान की कमजोर एयर डिफेंस बेनकाब-
- – भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की एयर डिफेंस को या तो चकमा दिया या पूरी तरह जाम कर दिया.
- – सिर्फ 23 मिनट में की गई सटीक और तेज कार्रवाई ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी.
- – राफेल लड़ाकू विमानों ने SCALP मिसाइल और HAMMER बमों से बिना किसी नुकसान के मिशन पूरा किया, जिससे भारत की तकनीकी और रणनीतिक बढ़त साबित हुई.
6. भारत की मजबूत एयर डिफेंस तैयारियों का प्रदर्शन-
- – भारत ने आधुनिक एयर डिफेंस क्षमता का दमदार प्रदर्शन किया. देश की हवाई सीमाएं बहुस्तरीय सुरक्षा ढांचे से पूरी तरह सुरक्षित रहीं.-
- – पाकिस्तान द्वारा लगाए गए चीनी एयर डिफेंस सिस्टम को भारत ने आसानी से भेद कर ये दिखा दिया कि सुरक्षा केवल हथियार खरीदने से नहीं, उन्हें प्रभावी तरीके से जोड़ने और इस्तेमाल करने से मिलती है.
- – ‘आकाशतीर’ एयर डिफेंस सिस्टम ने सैकड़ों पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया और अब यह वैश्विक स्तर पर एक निर्यात योग्य हथियार प्रणाली के रूप में उभर रहा है.
7. बिना युद्ध एस्केलेशन के सटीक वार
- – भारत ने किसी सैन्य या नागरिक ढांचे को नुकसान नहीं पहुंचाए बिना सिर्फ आतंक के अड्डों को निशाना बनाया.
- – जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलते हुए भारत ने आतंक पर कड़ा प्रहार किया, लेकिन हालात को युद्ध में नहीं बदलने दिया.
8. प्रमुख आतंकियों का सफाया
- – कई खतरनाक आतंकियों को मार गिराया गया, जो भारत की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल थे.
- – एक रात में कई आतंकवादी मॉड्यूल्स के प्रमुखों का खात्मा कर दिया गया.
9. पाकिस्तान की सैन्य ठिकानों पर तबाही-
- – 9 और 10 मई की रात को जवाबी कार्रवाई कर भारत एक परमाणु संपन्न देश के वायुसेना शिविरों को निशाना बनाने पहला और एकमात्र देश बन गया. तीन घंटों में 11 एयरबेस पर हमला किया गया, जिनमें नूर खान, रफीकी, मुरिद, सुक्कर, सियालकोट, पसूर, चूनियां, सरगोढ़ा, स्कारू, भोलारी और जैकबाबाद शामिल थे.
- – भारतीय सेना ने अपनी तबाही भरी कार्रवाई में पाकिस्तान की वायुसेना के 20% ढांचे को नष्ट कर दिया.
भारत ने पाकिस्तान के भोलारी एयरबेस पर बमबारी की, जिसमें 50 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें पाकिस्तान के स्क्वाड्रन लीडर उस्मान यूसुफ, 4 एयरमैन और अन्य लोग शामिल थे, साथ ही पाकिस्तान के लड़ाकू विमान भी नष्ट हो गए.
10. त्रिसंयुक्त बल सहयोग-
- – भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने मिलकर हमले किए, यह भारत की बढ़ती संयुक्त सैन्य ताकत का प्रमाण है.
11. वैश्विक संदेश दिया गया-
- – दुनिया को दिखाया कि भारत अपनी जनता की रक्षा के लिए किसी की लोगों की रक्षा के लिए किसी की इजाजत का इंतजार नहीं करेगा.
- – आतंकवाद को सजा दी जाएगी कहीं भी, कभी भी.
- – यह भी दिखाया कि आतंकवादी और उनके मास्टरमाइंड कहीं भी छिप नहीं सकते.
- – यदि पाकिस्तान जवाबी हमला करता है, तो भारत न सिर्फ उसका सामना कर सकता है, बल्कि जरूरत पड़ी तो करारा जवाब भी देगा.
12. दुनिया भर से समर्थन-
- – पिछले संघर्षों में, जैसे ही पाकिस्तान के खिलाफ कुछ भी बढ़ता था, अधिकांश देशों ने भारत से संयम बरतने की अपील की जाती थी.
- – लेकिन इस बार, कई वैश्विक नेताओं ने भारत के आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष का समर्थन किया.
13. कश्मीर पर नैरेटिव बदला-
- – पहली बार, भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को आतंकवाद की नजर से देखा गया.
- – इसे कश्मीर मुद्दे से पूरी तरह से अलग कर दिया गया.
- – यह केवल आतंकवादी ढांचों पर ऑपरेशन सिंदूर द्वारा किए गए सटीक हमलों से ही संभव हुआ है.