हमास चीफ इस्माइल हानिया (हनियेह) की मौत का बदला लेने के लिए ईरान ने लगा दिया है लाल झंडा. लाल झंडा यानी खतरे का निशान, दुश्मन से बदला लेने का ऐलान. ईरान के इतिहास में छठी बार पवित्र शहर क़ोम की जामकरन मस्जिद के गुंबद पर ‘बदले का लाल झंडा’ फहराया गया है. ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामनेई ने इस्माइल हानिया की मौत का बदला लेने के लिए ईरान को इजरायल पर सीधा हमला करने का आदेश दिया है.
ईरान के सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की इमरजेंसी मीटिंग के बाद खामनेई ने हमले का आदेश दिया है. खामनेई ने सैन्य कमांडरों को निर्देश दिया है कि वो युद्ध की स्थिति में हमले और बचाव दोनों की योजना तैयार करें.
इजरायल के सैन्य ठिकानों पर अटैक कर सकता है ईरान
ईरान की धमकी के बाद बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी सेना को तैयार रहने के आदेश दिए हैं. इजरायल को लगता है कि ईरान उसके मजबूत सैन्य ठिकाने पर अटैक कर सकता है. इजरायल की सेना ने भी साफ कर दिया है कि “वो ईरान की तरफ से होने वाले किसी भी संभावित हमले का जवाब देंगे”. इजरायल का सुरक्षा चक्र आयरन डोम भी एक्टिव है.
इजरायल को अंदेशा है कि प्रॉक्सी वॉर के जरिए ईरान अटैक कर सकता है. हूती या फिर हिजबुल्लाह के जरिए हमले किए जा सकते हैं. इजरायल सुरक्षा परिषद ने अपनी बैठक में खामेनेई की खुली धमकी के बाद तेल अवीव और हाइफा में अपने सैन्य ठिकानों को मजबूत करने का आदेश दिया है.
सुप्रीम लीडर ने पढ़ाई हानिया की जनाजे की नमाज
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई ने तेहरान में हमास चीफ इस्माइल हानिया की जनाजे की नमाज पढ़ाई है. इसके बाद शव को आजादी स्क्वायर पर लेकर जाया गया है. हालांकि, इस दौरान खामनेई लगातार आसमान की तरफ देखते रहे. ऐसा प्रतीत हुआ कि उन्हें आसमान से अटैक का डर सता रहा था. (https://x.com/AlinejadMasih/status/1818948777610182927)
2 अगस्त को हानिया को कतर की राजधानी दोहा में दफनाया जाएगा. तेहरान में अस्थायी उड़ान प्रतिबंध जारी किए गए हैं. ईरान के सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि “तेहरान यूनिवर्सिटी के केंद्र में 2 किलोमीटर सर्कल के दायरे में उड़ान गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया गया है.”
दो महीने पहली ही बम को कर दिया था प्लांट
पश्चिमी मीडिया ने दावा किया है कि जिस बिल्डिंग में हानिया को मौत के घाट उतारा गया था, उसमें दो महीने ही बम प्लांट कर दिया गया था. जैसे ही हानिया वहां रात गुजारने आया, बम को डेटोनेटर के जरिए ब्लास्ट कर दिया गया था.
ईरान की राजधानी तेहरान में जिस बिल्डिंग में हानिया को मारा गया, वो ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर (आईआरजीसी) का सेफ-हाउस था. ये बिल्डिंग ईरान के आधिकारिक निवास के करीब थी. (इजरायल ने कैसे की हानिया की हत्या, ईरान कन्फ्यूज)
हानिया की हत्या के बाद पहली बार बोले बेंजामिन नेतन्याहू
हानिया की मौत के बाद से इजरायल चुप है. पर इशारों ही इशारों में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बड़ा बयान दिया है. नेतन्याहू ने कहा, “पिछले कुछ दिनों में हमने दुश्मनों को करारा झटका दिया है.” रिकॉर्डेड मैसेज में नेतन्याहू ने कहा कि “अगर उनके देश पर किसी भी तरह का कोई हमला होता है तो उसकी भारी कीमत चुकानी होगी.” तेहरान में इस्माइल हानिया के मारे जाने के बाद यह उनका पहला सार्वजनिक बयान है.
नेतन्याहू ने कहा, “युद्ध की शुरुआत से ही मैंने यह स्पष्ट कर दिया था कि हम ईरान की बुराई के खिलाफ लड़ रहे हैं. आने वाले दिन चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं, और बेरूत में हमले के बाद से हर जगह से धमकियां दी जा रही हैं. हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं और हर खतरे के खिलाफ एकजुट और दृढ़ रहेंगे.” नेतन्याहू ने एक बार फिर कहा, “मैं उन आवाजों के आगे घुटने नहीं टेके हैं और न ही झुकूंगा.
ईरान मौत की मशीन चलाने वाला इंजन: इजरायल
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बोलते हुए इजरायल के प्रतिनिधि जोनाथन मिलर ने संयुक्त राष्ट्र से हिज्बुल्लाह और हमास जैसे समूहों के समर्थन को ईरान पर हमला बोला. इजरायल ने शांति की अपील पर यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में कहा कि “ईरान मौत की मशीन चलाने वाला इंजन है, जिससे सभी को खतरा है. जो लोग मिडिल ईस्ट में शांति चाहते हैं, उन्हें कट्टर आतंकियों के सफाए पर काम करना चाहिए. दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील करने का कोई मतलब नहीं है.जो लोग शायद ही कभी क्षेत्र में स्थिरता चाहते हैं, उन्हें कट्टर आतंकवादियों को हटाने पर काम करना चाहिए.”