By Khushi Vijai Singh
द्वितीय विश्वयुद्ध में जापान के सबसे ज्यादा जंगी जहाज को समंदर में डुबोने वाली अमेरिकी पनडुब्बी का मलबा 80 साल बाद दक्षिण चीन सागर में मिला है. यूएस सबमरीन यूएसएस हार्डर को उत्तरी फिलीपींस द्वीप लुज़ोन की सतह से 9114 मीटर नीचे खोजा गया है. 1944 में हार्डर के दल में शामिल सभी 79 लोग पनडुब्बी के साथ युद्ध में मारे गए थे.
अमेरिका के नेवी हिस्ट्री हेरिटेज कमांड (एनएचएचसी) का कहना है कि “अपने अंतिम युद्ध गश्त के दौरान (चार दिनों के भीतर) हार्डर ने तीन जापानी जहाजों को डुबो दिया था और दो अन्य को क्षतिग्रस्त किया था.” लेकिन जापानी एक्सकॉर्ट क्रूजर सीडी-22 को इंगेज करने के दौरान हार्डर मात खा गई थी. क्रूजर ने हार्डर पर टॉरपीडो से वार किए थे. पहले तीन टॉरपीडो को तो हार्डर ने चकमा दे दिया था. लेकिन सीडी-22 ने हार्डर को लगातार ट्रैक किया और फिर पांचवे प्रयास में हार्डर को डुबो दिया था.
जानकारी के मुताबिक, अमेरिका के ‘लॉस्ट 52’ प्रोजेक्ट के डेटा ने यह निर्धारित करने में मदद की कि यूएसएस हार्डर का मलबा दक्षिण चीन सागर में कहां पड़ा है. अमेरिका ने इस विशेष परियोजना के तहत उन पनडुब्बियों को ढूंढना शुरु किया है जो द्वितीय विश्वयुद्ध में खो गई थी (समंदर में समा गई थीं). अब तक की जांच पड़ताल में कम से कम छह पनडुब्बियों का पता लगाया चुका है. एनएचएचसी ने लॉस्ट 52 का आभार प्रकट किया है कि उन्हें पनडुब्बी के चालक दल की वीरता का एक बार फिर सम्मान करने का अवसर दिया है. एनएचएचसी ने कहा कि जहाज का मलबा “देश की रक्षा में अपनी जान देने वाले नाविकों का अंतिम विश्राम स्थल है और सभी पक्षों द्वारा युद्ध कब्र (‘वॉर ग्रेव’) के रूप में इसका सम्मान किया जाना चाहिए.” (https://x.com/USNHistory/status/1793755036377591880).
सेंकड वर्ल्ड वार के दौरान दिसंबर 1941 में पर्ल हार्बर पर हुए हमले के तुरंत बाद, फिलीपींस के अमेरिकी क्षेत्र पर अचानक से एक जापानी हमला हुआ था. जब 1942 में लूजॉन पर अमेरिका और फिलीपींस की सेना ने आत्मसमर्पण कर दिया, तो जापान दक्षिण पूर्व एशिया से आने वाले अपने आपूर्ति मार्गों यानि सप्लाई रुट्स के लिए जब्त किए गए द्वीपसमूह को बफर के रूप में उपयोग करने में सक्षम था. लेकिन 1944 के मध्य तक, युद्ध की गति बदल गई. संयुक्त राज्य अमेरिका ने पैसिफ़िक क्षेत्र में जापानी सेना को रोकने की रणनीति अपनाई और फिलीपींस को मुक्त करने की योजना बनाई गई.
हार्डर पनडुब्बी को पहली बार 2 दिसंबर 1942 को सर्विस में लाया गया था. हार्डर को दूसरे विश्व युद्ध में अपनी सेवाओं के लिए प्रेसिडेंशियल यूनिट साइटेशन मिला था. रिकॉर्ड्स की मानें तो हार्डर ने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान एक दर्जन से ज्यादा युद्धपोत और कमर्शियल जहाज को डुबोने का अविश्वसनीय कार्य किया था. पनडुब्बी के कैप्टन, कमांडर सैमुएल डी डीले को अमेरिकी मिलिट्री के सबसे बड़े सम्मान ‘मेडल ऑफ ऑनर’ से नवाजा गया था.