July 5, 2024
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इजरायल-हमास युद्ध से बढ़ रही हैं चुनौतियां–पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल-हमास युद्ध से पैदा हो रही चुनौतियों को लेकर दुनिया को आगाह किया है. ग्लोबल साउथ समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पश्चिम एशिया में चल रहे युद्ध को डायलॉग और डिप्लोमेसी के जरिए ही सुलझाया जा सकता है. उन्होनें ग्लोबल साउथ के देशों को एकजुट होने का भी आह्वान किया. 

शुक्रवार को पीएम मोदी ने वॉयस ऑफ ग्लोबल समिट को वर्चयुली संबोधित किया जिसके करीब 100 देश सदस्य हैं. इसी दौरान पीएम मोदी ने दुनिया के मंचों पर ग्लोबल साउथ की आवाज को पुरजोर तरीके से उठाने पर जोर दिया. पीएम ने कहा कि वैश्विक समृद्धि के लिए सबका साथ और सबका विकास जरूरी है. लेकिन हम सभी देख रहे हैं कि पश्चिम एशिया क्षेत्र की घटनाओं से नई चुनौतियां उभर रही हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने 7 अक्टूबर को, इजराइल में हुए जघन्य आतंकी हमले की निंदा की है. हमने रेस्ट्रेन्ट के साथ ही, डायलॉग और डिप्लोमेसी पर भी जोर दिया है.

पीएम ने इजराइल-हमास युद्ध में सामान्य नागरिकों की मौत की कठोर निंदा करते हैं हुए बताया कि उन्होनें फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात कर वहां के लोगों के लिए मानवीय सहायता भी भेजी है. उन्होनें कहा कि ये समय है जब ग्लोबल साउथ के देश greater ग्लोबल गुड के लिए एक स्वर में बात करें.

इजरायल-हमास युद्ध को 40 दिन बीत चुके हैं और इस दौरान 12 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 30 हजार लोग घायल हुए हैं. लाखों की तादाद में गाज़ा में रहने वाले लोग बेघर हो गए हैं. इजरायल की सेना ने हमास के खिलाफ निर्णायक जंग में उत्तरी गाज़ा पर कब्जा कर लिया है. गाज़ा के रिहायशी इलाकों हो या अस्पताल या फिर मस्जिद, अब सभी इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के घेरे में है. यही वजह है कि पीएम मोदी ने युद्ध को लेकर अपनी चिंता जाहिर की हैं. 

ग्लोबल साउथ समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर पर जोर देते हुए फाइव सी के जरिए आगे बढ़ने का आह्वान किया. ये फाइव-सी हैं कन्सलटेशन, कॉपरेशन, कम्युनिकेशन, क्रिएटिविटी और कैपेसिटी-बिल्डिंग. पीएम मोदी ने बताया कि ग्लोबल साउथ के मौसम और जलवायु की पूर्वानुमान के लिए एक सैटेलाइट पर काम कर रहा है. इसके साथ ही उन्होंने ग्लोबल साउथ के लिए एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के उद्घाटन की जानकारी दी. हम 100 से ज्यादा अलग-अलग देश हैं, लेकिन हमारे हित समान हैं, हमारी प्राथमिकताएं समान हैं.

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