विदेश में चुन चुनकर मारे जा रहे हैं भारत के दुश्मन. पहले कनाडा और अब पाकिस्तान में भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले खल्लास हो रहे हैं. लगातार आतंकियों के पनाहगार पाकिस्तान में भारत के वांटेड आतंकियों का खात्मा हो रहा है. इन आतंकियों में सबसे ताजा नाम है अकरम खान उर्फ अकरम गाजी. भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचने और जहर उगलने वाले लश्कर के आतंकी अकरम खान उर्फ अकरम गाजी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. पाकिस्तान के बजौर इलाके में अज्ञात हमलावरों ने अकरम खान को गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया.
कौन है अकरम खान उर्फ अकरम गाजी?
लश्कर ए तैयबा का एक खूंखार आतंकी था अकरम गाजी. लश्कर का टॉप कमांडर माना जाता था. साल 2018 से 2020 तक आतंकियों के भर्ती सेल का हेड था. युवाओं का ब्रेनवॉश करके या लालच देकर आतंकी बनाता था. अकरम गाजी का नेटवर्क ऐसा था कि वो उन युवाओं को आतंकी बनाने के लिए टारगेट करता जो कट्टर थे और जिनमें भारत के खिलाफ जहर भरा हो. ऐसे युवाओं को लश्कर में भर्ती कराता, ट्रेनिंग दिलाता और फिर कश्मीर में आतंकी वारदातों के लिए घुसपैठ कराता था. मारा गया अकरम गाजी पाकिस्तान में भारत के खिलाफ कट्टर और जहरीले भाषणों के लिए कुख्यात था.
सुंजवां आर्मी कैंप का मास्टरमाइंड ढेर
अहमद गाजी की हत्या से 5 दिन पहले ही जम्मू कश्मीर के सुंजवां में हुए आर्मी कैंप के हमले के मास्टरमाइंड ख्वाजा शाहिद की हत्या हुई थी. ख्वाजा शाहिद ही वो आतंकी था जिसने साल 2018 में जम्मू-कश्मीर के सुंजवां में हुए आतंकी हमले की प्लानिंग की थी. हाल ही में ख्वाजा शाहिद को पाकिस्तान में किडनैप कर लिया गया और फिर पीओके में नियंत्रण रेखा के पास उसका कटा हुआ सिर पाया गया था.
मारा गया पठानकोट एयरबेस हमले का साजिशकर्ता
यह पहला मौका नहीं है, जब पाकिस्तान मे भारत के वांटेड आतंकी की हत्या हुई हो. पिछले महीने यानि अक्टूबर में भारत में पठानकोट एयरबेस में हुए आतंकी हमले के मास्टरमाइंड की भी पाकिस्तान में हत्या की गई थी. हिंदुस्तान के मोस्ट वांटेंड आतंकी शाहिद लतीफ की अज्ञात हमलावरों ने सियालकोट में गोली मारकर कत्ल कर दिया. शाहिद लतीफ वही आतंकी था जिसने साल 2016 में पठानकोट एयरबेस हमले की साजिश रची और हमले वाले दिन आतंकियों को निर्देश दे रहा था.
खालिस्तान कमांडो फोर्स का चीफ का काम तमाम
मई के महीने में खालिस्तान कमांडो फोर्स के प्रमुख परमजीत सिंह पंजवड़ की भी हत्या की गई. लाहौर में सुबह सैर के दौरान परमजीत सिंह पंजवड़ को घर के करीब ही हमलावरों ने गोली मारी. पंजवड़ पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसी आईएसआई का सबसे खास माना जाता था। पंजवड़ पाकिस्तान में बैठकर पंजाब में लगातार आतंक को जिंदा करने की फिराक में था. पंजवड़ अमृतसर का रहने वाला था और 1990 से पाकिस्तान में शरण लिए हुए था.
हत्या से आतंकियों में खलबली
अकरम गाजी, ख्वाजा शाहिद, शाहिद लतीफ ही केवल पाकिस्तान में नहीं मारे गए हैं, बल्कि पिछले 1 साल में मुफ्ती कैसर फारूक, खालिस्तानी आतंकी परमजीत सिंह पंजवड़, एजाज अहमद अहंगर, बशीर अहमद पीर जैसे आतंकियों को भी अज्ञात हमलावरों ने मार गिराया है.
इसी साल सितंबर के महीने में अज्ञात बंदूकधारियों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के रावलकोट में लश्कर-ए-तैयबा के एक कमांडर की हत्या की थी. मस्जिद के अंदर आतंकी रियाज अहमद उर्फ अबू कासिम मौजूद था और बंदूक लेकर पहुंचे लोगों ने सिर के बेहद नजदीक जाकर शूट किया
फरवरी के महीने में भी पाकिस्तान में भारत के दुश्मनों का खात्मा हुआ. 20 फरवरी को कुपवाड़ा जिले के रहने वाले बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम गोली मारकर हत्या हुई. बशीर अहमद हिजबुल मुजाहिदीन का लॉन्चिंग कमांडर था. बशीर की हत्या के 2 दिन बाद ही एजाज अहमद अहंगर की अफगानिस्तान के काबुल में हत्या की गई. अहंगर वो आतंकी था जो भारत में आईएस को खड़ा करने के लिए जैश के संपर्क में था. इन दो हत्याओं से पाकिस्तान में हड़कंप ही था कि 26 फरवरी को पाकिस्तान में अल बद्र के पूर्व कमांडर सैयद खालिद रजा की भी हत्या कर दी गई. सैयद खालिद रजा की हत्या कराची में हुई. सैयद खालिद रजा पाकिस्तान में आतंक फैलाने के लिए सक्रिय था. भारत के वांटेड आतंकियों में शामिल सैयद नूर शालोबर को भी खैबर पख्तूनख्वा इलाके में अज्ञात बंदूकधारियों ने मार डाला था। सैयद नूर आईएसआई के साथ मिलकर नए आतंकियों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग देता था.
आतंकियों की हत्याओं से पाकिस्तान की नींद उड़ गई है हालांकि आईएसआई और पाकिस्तानी एजेंसियां हत्या के पीछे आतंकी संगठनों का गैंगवार एंगल से जांच कर रही हैं. पर भारत के दुश्मन ढेर हो रहे हैं, ये भारत और कश्मीर के लोगों के लिए सुकून की बात है.