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पाताल में भी नहीं छोड़ेगा इजरायल

हमास के खिलाफ जवाबी कारवाई में इजरायल की डिफेंस फोर्सेज ने आतंकी संगठन की खुफिया सुरंगों को तबाह करना शुरु कर दिया है. आतंकी संगठन हमास ने इन खुफिया टनल को मस्जिद के नीचे तक बना रखा है. एक ऐसी ही मस्जिद के नीचे बनी सुरंग का इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने भंडाफोड़ किया है.  

इजरायल के मुताबिक, आईडीएफ ने आतंरिक खुफिया एजेंसी शिन बेट के साथ एक ज्वाइंट ऑपरेशन में हमास और फिलिस्तीन अथॉरिटी के खुफिया रास्ते का पता लगाया है. ये खुफिया रास्ता (सुंरग) वेस्ट बैंक के जेनिन इलाके की अल-अंतसारी मस्जिद के नीचे थी. आईडीएफ के मुताबिक, इस सुरंग का इस्तेमाल इजरायली सेना पर हमले के लिए इस्तेमाल किया जाता था. 14 अक्टूबर को इस रास्ते के जरिए बॉर्डर फैन्स (कटीली बाड़) के करीब आईईडी बम को डेटोनेट करने के लिए इस्तेमाल किया गया था. 

आईडीएफ के मुताबिक, इस मस्जिद को हमास के ऑपरेशन्ल हेडक्वार्टर के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था और छापे के दौरान यहां से हथियार और आतंकियों का इंफ्रास्ट्रक्चर बरामद हुआ है. आईडीएफ ने जेनिन मस्जिद में अपने ऑपरेशन को ‘होम एंड गार्डन’ नाम दिया है. 

आतंकी संगठन हमास ने गाज़ा पट्टी और वेस्ट बैंक दोनों ही जगह छिपने के लिए सुरंगों का एक बड़ा जाल बिछा रखा है. इन सुरंगों के जरिए हमास के आतंकी इजरायल पर हमला करने के लिए इस्तेमाल करते हैं और फिर वहीं से भाग खड़े होते हैं. माना जाता है कि अकेले गाज़ा पट्टी में हमास ने 500 किलोमीटर लंबी अंडरग्राउंड टनल बना रखी है, जिसे ‘गाज़ा मैट्रो’ का नाम दिया गया है. 

आईडीएफ ने ऑपरेशन के दौरान एरियल स्ट्राइक भी किया जिसमें मस्जिद और करीब ही रिफ्यूजी सेंटर को भी नुकसान पहुंचा. हमले में कम से कम दो लोगों के मारे जाने की भी खबर है. 

आईडीएफ ने हमास के आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन तेज कर दिए हैं. इजरायल पर हमास द्वारा बनाए गए बंधकों को रिहा करने का दवाब लगातार बढ़ता जा रहा है. इजरायल के नागरिक अपने परिवारवालों की रिहाई के लिए जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं हमास के कब्जे में अभी भी इजरायल के करीब 200 नागरिक हैं जिनमें बच्चे, बुजर्ग और महिलाएं भी शामिल हैं. आईडीएफ के मुताबिक, 7 अक्टूबर के बाद शुरु हुई जवाबी कारवाई में अब तक हमास के एक दर्जन से ज्यादा टॉप कमांडर और आतंकियों को मार गिराया गया है. वहीं फिलिस्तीन का आरोप है कि इजरायल के हमलों में अब तक उसके 4000 से ज्यादा नागरिक मारे जा चुके हैं. 7 अक्टूबर को हमास के आतंकी हमले में इजरायल के 1400 नागरिक मारे गए थे. 

इजरायल की ग्राउंड फोर्सेज अभी भी गाज़ा पट्टी की घेराबंदी किए हुए हैं. हालांकि इजरायल की सेना जमीन के रास्ते गाज़ा में दाखिल होने के लिए तैयार है लेकिन सरकार की तरफ से हरी झंड़ी मिलने में देरी हो रही है. माना जा रहा है कि अंतर्राष्ट्रीय दवाब और ग्राउंड फोर्सेज के गाज़ा में दाखिल होने से आम नागरिकों के हताहत होने के चलते जमीन के रास्ते हमला करने में देरी हो रही है. हालांकि, आईडीएफ ने एक बार फिर उत्तरी गाज़ा के लोगों को साउथ गाज़ा जाने की एडवायजरी जारी की है. 

आईडीएफ ने लेबनान बॉर्डर पर ईरान सर्मिथत आतंकी संगठन हिजबुल्ला के खिलाफ भी ऑपरेशन तेज कर दिया है. इन ऑपरेशन में कई आतंकी ढेर हुए हैं और हिजबुल्ला को बड़ा नुकसान उठना पड़ा है. 

उधर खबर है कि राफा बॉर्डर पर आईडीएफ के एक टैंक ने गलती से मिस्र की सेना की पोस्ट (डिफेंस) पर गोला दाग दिया. इजरायल ने दुर्घटनावश हुई इस फायरिंग के लिए खेद जताया है. राफा बॉर्डर पर दूसरे दिन भी गाज़ा के लिए राहत सामाग्री भेजने का काम जारी रहा. 

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