ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को कितना नुकसान पहुंचा है अब पाकिस्तान कबूल करने लगा है. अब तक प्रोपेगेंडा फैलाने वाले पाकिस्तानी अफसरों ने पहली बार स्वीकार किया है कि भारत की करारी चोट में पाकिस्तानी सेना के 11 जवान मारे गए, जबकि 78 जवान घायल हुए हैं. मारे गए सैनिकों में पाकिस्तान एयरफोर्स के 5 अफसर भी शामिल हैं.
अपने कबूलनामे में चालबाजी करने से पीछे नहीं हटा है पाकिस्तान. टेरर कैंप में मारे गए आतंकियों को पाकिस्तान ने बताया है नागरिक. ऑपरेशन सिंदूर का बदला लेने के लिए पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों को टारगेट करने की कोशिश की थी, जिसके बाद भारत ने पाकिस्तानी आतंकियों के साथ-साथ पाकिस्तान के 11 एयरबेस और मिलिट्री स्टेशन को ध्वस्त किया.
भारत की जवाबी कार्रवाई में मारे गए ये पाकिस्तानी सैनिक
- नायक अब्दुल रहमान
- लांस नायक दिलावर खान
- लांस नायक इकरामुल्ला
- नाइक वकार ख़ालिद
- सिपाही मुहम्मद अदील अकबर
- सिपाही निसार
- स्क्वाड्रन लीडर उस्मान यूसुफ
- मुख्य तकनीशियन औरंगजेब
- वरिष्ठ तकनीशियन नजीब
- कॉर्पोरल तकनीशियन फारूक
- वरिष्ठ तकनीशियन मुबाशिर
पाकिस्तान के स्क्वाड्रन लीडर उस्मान युसूफ सहित जो पाकिस्तानी वायुसेना के कुल पांच वायुसैनिक मारे गए हैं, वो सभी जकोकाबाद एयरबेस (सिंध प्रांत) में तैनात थे. उस्मान और उसके साथी जेएफ-17 से भारत के खिलाफ फ्लाई करने की तैयारी कर रहे थे, उसी दौरान भारत ने शहबाज एयरबेस पर अटैक कर दिया.
मरियम नवाज घायल सैनिकों से मिलने पहुंची, साथ में थे मुल्ला मुनीर
पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने खुद पाकिस्तान की पोल खोल दी. मरियम नवाज ने लाहौर के कंबाइंड मिलिट्री हॉस्पिटल में जाकर उन पाकिस्तानी सैनिकों और अधिकारियों से मुलाकात की, जो भारत के अटैक में घायल हुए थे.तस्वीरों में मरियम नवाज को अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती सैनिकों और अधिकारियों के स्वास्थ्य की जानकारी लेते देखा गया, इस दौरान पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर भी मौजूद रहे. पाकिस्तान कभी भी घायल सैनिकों और मृत सैनिकों की संख्या का खुलासा नहीं करना चाहता था, लेकिन मरियन नवाज की वायरल तस्वीरों के बाद पाकिस्तान ने रोते-गाते 11 सैनिकों और अफसरों के नाम घोषित किए जो भारत की जवाबी कार्रवाई में मारे गए थे.
भारत के प्रचंड प्रहार के बाद पाकिस्तान ने लगाई सीजफायर की गुहार
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है. आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया और पाकिस्तान में आतंकी कैंपों को ध्वस्त कर दिया. भारत की कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने भारतीय शहरों को टारगेट किया. भारत ने पाकिस्तान के हमलों के नाकाम करते हुए पलटवार किया. भारत की ओर से किए गए हमलों में पाकिस्तान के 11 एयरबेस में भारी तबाही हुई. भारतीय सैन्य अधिकारियों ने अपनी प्रेसकॉन्फ्रेंस कर बताया था कि इन हमलों में 40 से 45 पाकिस्तान जवान मारे गए.
खुलासा होने पर पाकिस्तानी सेना ने माना मारे गए सैनिक
ये वही पाकिस्तान है, जिसने बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद मारे गए पाकिस्तानी लड़ाकू विमान के पायलट की शहादत को स्वीकार करने से मना कर दिया था. जिसके बाद पाकिस्तान में विद्रोह हो गया था. पायलट के परिवार और जानने वालों ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और सोशल मीडिया पर भी पाकिस्तान की बदनामी हुई थी. अंतर्कलह के डर से पाकिस्तान ये मानने के लिए मजबूर हो गया ये मानने के लिए कि हां, भारत के हमले में उसके पाकिस्तानी जवान मारे गए हैं. अभी भी 11 सैनिकों के मारे जाने की लिस्ट सामने आई है, माना जा रहा है कि पाकिस्तान और सैनिकों के नाम भी जारी करेगा, जो मारे गए हैं.
हार के बावजूद पाकिस्तान का फर्जी जश्न, प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिश
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की प्रतिबंधित जमात-उद-दावा से जुड़े संगठन पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग ने लाहौर के लिबर्टी चौक पर ‘विजय मार्च’ निकाला. इस रैली का नेतृत्व पीएमएमएल के लाहौर अध्यक्ष इंजीनियर आदिल खालिक और महासचिव मुजम्मिल इकबाल हाशमी ने किया. आतंकी ठिकानों के ध्वस्त होने और 100 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने के बावजूद पाकिस्तान ‘जश्न’ मना रहा है.
भारत की एयरस्ट्राइक में खूंखार आतंकियों का खात्मा, कंधार हाईजैक का मास्टमाइंड भी शामिल
1.ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकियों में सबसे बड़ा नाम है यूसुफ अजहर का. यूसुफ अजहर आईसी-814 अपहरण मामले का मास्टरमाइंड था. यूसुफ अजहर जैश-ए-मोहम्मद के लिए हथियार प्रशिक्षण का काम करता था और जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल था. जैश ए मोहम्मद सरगना मसूद अजहर के बाद दूसरे नंबर पर यूसुफ अजहर ही था.
2.यूसुफ अजहर के अलाव अब्दुल रऊफ अजहर को ढेर किया गया. अब्दुल रऊफ, मसूद अजहर का छोटा भाई है और भारत के कई आतंकी हमलों में वांटेड था. अजहर ने इंडियन एयरलाइंस के विमान आईसी 814 के अपहरण की साजिश रची थी. 24 दिसंबर, 1999 को पांच नकाबपोश आतंकवादियों ने दिल्ली जाने वाले विमान का अपहरण कर लिया. यात्रियों को छोड़ने के बदले अहमद उमर सईद शेख, मुश्ताक जरगर और मसूद अजहर को भारतीय सरकार को छोड़ना पड़ा था. अब खुले आम पीओके में आतंकी टेरर कैंप चलाता था और आतंकियों को ट्रेनिंग देता था.
3.तीसरा बड़ा आतंकी जिसे वायुसेना ने मार गिराया उसमें अहमद उमर सईद शेख शामिल था. अहमद उमर सईद शेख वो आतंकी है, जिसे कंथार हाईजैक में यात्रियों के बदले छोड़ा गया था. उमर शेख पाकिस्तान में संयुक्त राज्य अमेरिका के पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या में शामिल था.
4.वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर में जिन 9 आतंकी कैंप पर अटैक किया उसमें मुदासिर अहमद भी मारा गया है. मुदासिर अहमद पुलवामा हमले सहित कई आतंकी हमले में शामिल था.
भारतीय सेना के डीजी ऑपरेशन लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, “पहलगाम नरसंहार के बाद भारत के प्रतिशोध के डर से कई आतंकी कैंप से फरार हो गए. लेकिन खुफिया तंत्रों को सक्रिय करने के बाद सिर्फ उन कैंप पर टारगेट किया जहां आतंकी छिपे हुए थे. हमारी लड़ाई आतंकियों के खिलाफ है, पाकिस्तान के आर्मी बेस हमारा टारगेट नहीं था, लेकिन पाकिस्तान ने हमें सैन्य ठिकानों पर एक्शन लेने के लिए मजबूर किया.”