अमेरिका के बाल्टीमोर में मंगलवार को हुए दिल दहला देने वाले हादसे के पीछे क्या कोई आतंकी साजिश है ? क्या जानबूझकर जहाज को पुल को टक्कर मारी गई ? हादसे को क्यों 9/11 आतंकी हमले से जोड़ा जा रहा है ? या बाल्टीमोर पुल की टक्कर केवल हादसा महज थी ?
बाल्टीमोर ब्रिज हादसे के बाद ऐसे तमाम सवाल हैं जो एफबीआई से लेकर अमेरिकी पुलिस के जहन में कौंध रही हैं. हादसे के कुछ घंटों बाद कहा जाने लगा है कि जहाज की पुल से टक्कर को केवल हादसे के नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए. इंटरनेट पर ऐसी कई थ्योरी चल रही हैं, जिससे हादसे पर सवालिया निशान लगा दिए हैं. इस सबके बीच लेकिन भारतीय क्रू की तारीफ हो रही है जिन्होंने हादसे के दौरान हीरो की भूमिका निभाई.
पलक झपकते ही ढह गया ऐतिहासिक पुल
अमेरिका के बाल्टीमोर में मंगलवार को एक कार्गो शिप ‘ एमवी डीएएलआई (डाली)’ पेटाप्सको नदी पर बने ‘फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज’ से टकरा गया. जहाज पर सिंगापुर का झंडा लगा था और जहाज श्रीलंका की ओर जा रहा था. बाल्टीमोर में फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज पर जहाज ने इतनी जोरदार टक्कर मारी कि 47 साल पुराना ऐतिहासिक पुल ताश के पत्तों की तरह ढह गया. अमेरिकी प्रशासन के मुताबिक, आठ (08) लोग नदी में गिर गए, जिनमें से 2 को बचा लिया गया और 6 लोग लापता हैं. कई घंटों के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बचाव कार्य रोक दिया गया. हादसे के समय पुल पर कई श्रमिक काम कर रहे थे, जो पुल पर गड्ढे भरने का काम कर रहे थे. घटना के तुरंत बाद इलाके में इमरजेंसी घोषित कर दी गई (https://x.com/neeraj_rajput/status/1772597752045666446?s=20).
पुल हादसे पर क्या है अमेरिका का बयान ?
बाल्टीमोर ब्रिज हादसे पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दुख जताया है. जो बाइडेन ने कहा, ‘भयानक दुर्घटना में शामिल सभी लोगों और सभी परिवारों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं. खासकर उन लोगों के साथ जो इस समय हर एक मिनट अपने प्रियजनों की खबर का इंतजार कर रहे हैं. बाल्टीमोर पोर्ट पर जहाजों की आवाजाही को फिलहाल के लिए निलंबित कर दिया गया है. संघीय सरकार इस पुल के निर्माण का पूरा खर्च उठाएगी.’
हादसे का क्या है भारत से कनेक्शन ?
जिस ‘डाली’ (डीएएलआई) जहाज से पुल हादसा हुआ है, उसके चालक दल के 22 सदस्य भारतीय थे. जहाज का प्रबंधन करने वाली ‘सिनर्जी मरीन ग्रुप’ ने इस बात की जानकारी दी है. अमेरिका में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में लिखा-‘बाल्टीमोर में ‘फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज’ के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना से प्रभावित सभी लोगों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना’. वहीं दूतावास ने उन भारतीय नागरिकों के लिए एक समर्पित हॉटलाइन बनाई है जो इस घटना के कारण प्रभावित हुए हैं या उन्हें सहायता की आवश्यकता है. बाल्टीमोर शहर के मेयर ने क्रू के सदस्य को समय रहते मेय-डे अलर्ट जारी करने के लिए धन्यवाद दिया है.
हादसे के पीछे क्या है वजह, अधिकारियों ने क्या बताया ?
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, सिंगापुर का झंडा लगे पोत ‘डली’ में ‘बिजली संबंधी’ समस्या थी और इसके पुल से टकराने से ही पहले तकनीकी खराबी के संबंध में संपर्क किया गया था. जहाज पर सवार कर्मियों ने मैरीलैंड परिवहन विभाग को सचेत कर दिया कि उन्होंने अपने पोत से नियंत्रण खो दिया है. जिसके बाद स्थानीय अधिकारों ने पुल के ढहने से पहले यातायात को रोक दिया. जिसकी वजह से ज्यादा लोगों को नदी में गिरने से बचाया जा सका. अगर ऐसा नहीं होता तो ब्रिज पर बड़ी संख्या में गाड़ियां मौजूद रहती और ये हादसा भीषण हो सकता था.
अमेरिका ने आतंकी कनेक्शन से किया इनकार
एफबीआई ने पुल हादसे के पीछे किसी भी आतंकी एंगल से इनकार किया है. हादसे के बाद दिए गए बयान में अधिकारियों ने बार-बार कहा कि शुरुआती जांच में इस हादसे के पीछे किसी आतंकी संगठन का हाथ होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं. जहाज के पुल से टकराने से पहले उसकी लाइट्स बंद थीं, जिससे लगता है कि जहाज में कोई पावर कट की दिक्कत आ सकती है. कथित तौर पर रास्ते से भटकने और पुल से टकराने से पहले ‘डाली’ जहाज जल गया और पुल से टकरा गया.
जहाज का कप्तान यूक्रेनी, जहाज था अनफिट !
दावा किया जा रहा है जहाज का कप्तान यूक्रेन का नागरिक है. उसे सर्गेई नाम से बुलाया जाता है. यूक्रेन का नागरिक होने के चलते इस बात की अफवाह उडा़ई जा रही है कि अमेरिका द्वारा रुस के खिलाफ जंग में यूक्रेन की मदद ने करने के चलते कैप्टन ने इस हादसे को अंजाम दिया है. हालांकि, ऐसी किसी भी तरह की कोई पुख्ता जानकारी या रिपोर्ट सामने नहीं आई है. खास बात ये है कि जहाज में एक स्थानीय (अमेरिकी) पायलट भी मौजूद था, जो किसी भी जहाज के लिए बाल्टिमोर बंदरगाह में आवाजाही के लिए अनिवार्य है.
मालवाहक जहाज ‘डाली’ साल 2016 में भी बेल्जियम के एंटवर्प बंदरगाह पर एक दुर्घटना में शामिल रह चुका है. कंटेनर शिप ‘डॉली’ 11 जुलाई, 2016 को नॉर्थ सी कंटेनर टर्मिनल से बाहर निकलने की कोशिश करते समय पोर्ट के एक सिरे से टकरा गया था. 2016 में एंटवर्प में हुए हादसे के बाद जहाज ‘डाली’ का रिव्यू किया गया था, इस जहाज को कुछ खामियों के कारण समुद्री संचालन के अयोग्य ठहराया गया था. बताया जा रहा है कि जहाज डेनिश शिपिंग दिग्गज मेर्सक ने किराए पर लिया था.
9 मिलियन फॉलोअर्स वाले इन्फ्लुएंसर एंड्रयू टेट ने छेड़ी बहस
सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर 9 मिलियन फॉलोअर्स वाले इन्फ्लुएंसर एंड्रयू टेट ने पोस्ट में दावा किया कि 300 मीटर के मालवाहक जहाज पर ‘साइबर अटैक’ किया गया. यूएस में रहने वाले ब्रिटिश इन्फ्लुएंसर टेट ने लिखा, ‘जहाज की लाइट बंद थीं और इसे जानबूझकर पुल के पास लाया गया. विदेशी एजेंट अमेरिका के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमला कर रहे हैं. कुछ भी सुरक्षित नहीं है. टेट के पोस्ट के बाद बाल्टीमोर पुल की घटना को लेकर पोस्ट की बाढ़ आ गई (https://x.com/Cobratate/status/1772584641024741519?s=20).
बहरहाल हादसे की जांच की जा रही है. पर प्रशासन किसी भी तरीके के आतंकी घटना को हादसे से जोड़ने से इनकार कर दिया है. पर ये हादसा अमेरिका के लिए एक बड़ा नुकसान है, क्योंकि बाल्टीमोर का बंदरगाह अमेरिका में 11वां सबसे बड़ा बंदरगाह है. पुल टूटने से आवाजाही पूरी तरह से रुक जाएगी, जिससे आर्थिक नुकसान बहुत ज्यादा होगा.