Alert Breaking News Classified Geopolitics Indian-Subcontinent Reports

म्यांमार सीमा पर 200 रेडियो-सेट जब्त, साजिश बेनकाब

म्यांमार की सीमा के करीब नागालैंड में असम राइफल्स ने हथियारों की एक बड़ी खेप जब्त की है. हथियारों में 11 मोर्टार ट्यूब सहित 198 रेडियो सेट और सैटेलाइट फोन है. खास बात ये है कि पिछले हफ्ते ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल ने म्यांमार की समकक्ष से मुलाकात की थी. 

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, सोमवार की सुबह एक खुफिया जानकारी के आधार पर असम राइफल्स ने म्यांमार सीमा के करीब मून जिले में एक बोलेरो गाड़ी को इंटरसेप्ट किया. इस गाड़ी से 11 मोर्टार ट्यूब (81 एमएम), 04 आरसीएल ट्यूब (106 एमएम), 10 पिस्टल, 198 हैंड-हेल्ड रेडियो सेट और एक सैटेलाइट फोन शामिल है. इस ऑपरेशन के दौरान एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है जिसे असम राइफल्स ने नागालैंड पुलिस के हवाले कर दिया है. जानकारी के मुताबिक, ‘ऑपरेशन क्लाउडबर्स्ट’ के दौरान ये हथियारों की खेप जब्त की गई है (https://x.com/neeraj_rajput/status/1784897571627884963).

म्यांमार सीमा से सटे नागालैंड के मून इत्यादि जिलों में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन एनएससीएन सक्रिय रहता है. एनएससीएन ने पूर्व में सुरक्षाबलों पर कई बड़े आतंकी हमले किए हैं. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, बॉर्डर के करीब हाई कैलिबर मिलिट्री ग्रेड हथियारों की बरामदगी एक अहम सफलता है जो सीमा को सील करने की प्रक्रिया का हिस्सा है. हथियारों की इस खेप के जब्त होने से सीमावर्ती इलाकों की शांति भंग करने की कोशिशों पर पानी फिर गया है. मिलिट्री ग्रेड वेपन के साथ ही करीब 200 कम्युनिकेशन डिवाइस से उग्रवादियों के नापाक इरादे उजागर होते हैं.  

दरअसल, मणिपुर में भड़की हिंसा के बाद केंद्र सरकार म्यांमार बॉर्डर पर पाकिस्तान और बांग्लादेश की तर्ज पर तारबंदी करने की तैयारी कर रही है. अभी तक भारत और म्यांमार की सीमा पूरी तरह से पोरस है यानी किसी तरह का कोई अवरोध नहीं है. ऐसे में उग्रवादियों के भारत और म्यांमार के बीच आवाजाही में कोई खास मुश्किल नहीं आती है. भारत में हमला करने के बाद घने जंगलों के रास्ते ये उग्रवादी म्यांमार में जाकर शरण ले लेते हैं. ऐसे में बॉर्डर फैंस की सख्त जरूरत है. 

पिछले हफ्ते रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित 106 देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मीटिंग में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (एनएसए) अजीत डोवल ने म्यांमार के समकक्ष एडमिरल मोए ओंग से मुलाकात की थी. मुलाकात के दौरान भारत-म्यांमार सीमा और उससे जुड़ी सुरक्षा पर खास चर्चा की गई थी (https://x.com/IndEmbMoscow/status/1783096146845466913).