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समंदर में कहीं भी युद्ध जीत सकते हैं : नौसेना प्रमुख

भारतीय नौसेना कभी भी, कहीं भी देश के समुद्री हित और समुद्री रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहेगी. ये भरोसा दिलाया है देश के नए नेवी चीफ एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने. मंगलवार को एडमिरल त्रिपाठी ने देश के 26वें नौसेना प्रमुख के तौर पर कमान संभाली. 

साउथ ब्लॉक स्थित लॉन में एडमिरल त्रिपाठी ने मौजूदा चीफ ऑफ नेवल स्टाफ एडमिरल आर हरि कुमार से भारतीय नौसेना की कमान संभाली. एडमिरल हरिकुमार अपने पद से मंगलवार को रिटायर हो गए. देश की नौसेना की कमान संभालने के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत करते हुए एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि “भारतीय नौसेना का छब्बीसवां नौसेना अध्यक्ष बनने पर मुझे अत्यंत गर्व और सम्मान की अनुभूति हो रही है. मुझसे पहले पच्चीस नौसेना अध्यक्षों ने अपनी कर्मठता और समर्पण से हमारी नौसेना को युद्ध तत्पर, विश्वसनीय, सुगठित और भविष्य की ताकत बनाई है.”

एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि “मेरा प्रयास रहेगा कि मैं भारतीय नौसेना को और आत्मनिर्भर, मजबूत और टेक्नोलॉजक्ली एडवांस सर्विस बनाऊं.” उन्होंने कहा कि मेरी पूरी कोशिश रहेगी भारतीय नौसेना, “हमारे देश के समुद्री हित और समुद्री रक्षा दोनों पर हरदम खरी उतरे– कभी भी, कहीं भी, कैसे भी.”

शं नो वरुणः और जय भारत के अभिवादन के साथ देशवासियों को आश्वस्त करते हुए नए नेवी चीफ ने कहा कि “आपकी नौसेना हरदम राष्ट्र प्रथम के मंत्र का पालन करते हुए आपके साथ खड़ी है.” नौसेना की कमान संभालने के दौैरान साउथ ब्लॉक लॉन में कुछ भावुक पल भी सामने आए. समारोह में मौजूद एडमिरल त्रिपाठी ने जैसे ही अपने मां के पांव छुए उनकी मां ने उन्हें गले से लगा लिया और उनकी कैप को छूकर अपने माथे से लगाया. 

नौसेना में कम्युनिकेशन एंड इलेक्ट्रोनिक वारफेयर स्पेशलिस्ट माने जाने वाले एडमिरल त्रिपाठी वर्ष 1985 में नेवी की एग्ज्यूकेटिव (कार्यकारी) शाखा में शामिल हुए थे. नौसेना प्रमुख बनने से पहले वे वाइस चीफ ऑफ स्टाफ (सह-नौसेना प्रमुख) और मुंबई स्थित पश्चिमी कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के पद पर भी कार्यरत रह चुके हैं. उनके पास करीब 39 सालों की प्रतिष्ठित सेवा का अनुभव है. 

एडमिरल त्रिपाठी ने भारतीय नौसेना के विनाश, किर्च और त्रिशूल जैसे युद्धपोतों की कमान संभाली है. उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण परिचालन और स्टाफ नियुक्तियों को भी संभाला है जिसमें पश्चिमी बेड़े के फ्लीट ऑपरेशन ऑफिसर, नौसेना संचालन निदेशक, प्रधान निदेशक नेटवर्क सेंट्रिक ऑपरेशंस और नई दिल्ली में प्रिंसिपल डायरेक्टर नेवल प्लान शामिल हैं.

रियर एडमिरल के रूप में, उन्होंने (वाइस एडमिरल त्रिपाठी) नौसेना स्टाफ (नीति और योजना) के सहायक प्रमुख और पूर्वी बेड़े के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग के रूप में कार्य किया है. वाइस एडमिरल के पद पर, उन्होंने प्रतिष्ठित भारतीय नौसेना अकादमी, एझिमाला के कमांडेंट, नौसेना संचालन महानिदेशक और फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, पश्चिमी नौसेना कमान के रूप में कार्य किया है. 

एडमिरल त्रिपाठी सुर्खियों में तब आए जब उन्होंने राजधानी दिल्ली में चीफ ऑफ पर्सनल (कार्मिक प्रमुख) के तौर पर सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ स्कीम को बेहद ही सरल और सहज तरीके से लागू करने में अहम भूमिका निभाई. उस दौरान (जून 2021) में जब अग्निवीर (अग्निपथ) योजना लागू की गई थी तब पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन और हिंसक घटनाएं सामने आई थीं. ऐसे में एडमिरल (उस वक्त वाइस एडमिरल) त्रिपाठी ने अग्निपथ स्कीम से जुड़ी सभी भ्रांतियों और दुष्प्रचार को काउंटर करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था. 

एडमिरल त्रिपाठी ऐसे समय में नेवी चीफ बने हैं जब नौसेना के सामने अरब सागर में सोमालियाई लुटेरों से निपटने की चुनौती है तो लाल सागर में हूती विद्रोहियों के ड्रोन अटैक की. हिंद महासागर में चीन की बढ़ती मौजूदगी और साउथ चायना सी में चीन की पड़ोसी देशों से बढ़ती अदावत है. कुछ दिन पहले ही खबर आई थी कि चीन ने पाकिस्तान के लिए बनाए जा रही आठ पनडुब्बियों में से पहली को समंदर में लॉन्च कर दिया है.

सैनिक स्कूल, रीवा और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला के पूर्व छात्र, वाइस एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन, नेवल हायर कमांड कोर्स, करंजा और यूनाइटेड स्टेट्स नेवल वॉर कॉलेज, यूएसए के नेवल कमांड कॉलेज में प्रशिक्षण प्राप्त किया है.