ईरान की सेना ने शुरुआती जांच रिपोर्ट में साफ कर दिया है कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत किसी साजिश का नतीजा नहीं है बल्कि उनका हेलीकॉप्टर पहाड़ से टकराने के कारण क्रैश हो गया था.
ईरान की आर्मी के मुताबिक, पहाड़ से टकराने के कारण रईसी के बैल-212 हेलीकॉप्टर में आग लग गई थी. इस क्रैश में राष्ट्रपति रईसी और विदेश मंत्री हौसेन अमीर अब्दुलहियन समेत हेलीकॉप्टर में सवाल सभी नौ लोगों की मौत हो गई थी. क्रैश के बाद से ही सोशल मीडिया पर हेलीकॉप्टर क्रैश को लेकर षड्यंत्र की चर्चा की जा रही थी. लेकिन ईरानी सेना ने कहा है कि हेलीकॉप्टर के मलबे में किसी भी तरह की कोई फायरिंग (गोली लगने) इत्यादि का सबूत नहीं मिला है.
18 मई को रईसी और अब्दुलहियन ईरान के पूर्वी अज़रबैजान प्रांत में एक डैम के उद्घाटन के बाद तेहरान लौट रहे थे. उसी दौरान तबरीज के करीब हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. माना जा रहा है कि खराब मौसम के चलते 45 साल पुराना हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया था. ये डैम अजरबैजान की सीमा से लगे इलाके में बनाया गया है और खुद अजरबैजान के राष्ट्रपति भी उद्घाटन समारोह में शामिल हुए थे. इजरायल के अजरबैजान से नजदीकियों को लेकर रईसी की मौत को लेकर साजिशों का बाजार गर्म था. लेकिन ईरान की सेना ने जांच रिपोर्ट के जरिए सभी षड्यंत्रकारी खबरों पर विराम लगा दिया है (रईसी का हेलीकॉप्टर क्रैश: हादसा या साजिश ?).
ईरान की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि क्रैश से 90 सेकंड पहले ही रईसी के हेलीकॉप्टर के पायलट ने एटीसी से और दूसरे हेलीकॉप्टर के पायलट से बातचीत की थी. रईसी के पायलट ने अचानक मौसम खराब होने और हेलीकॉप्टर के सामने बादल आने से बाकी दो पायलट को आगाह किया था. रईसी के हेलीकॉप्टर के साथ कुल तीन हेलीकॉप्टर उड़ान भर रहे थे. लेकिन रईसी का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था और बाकी दो अपने गंतव्य पर सुरक्षित पहुंच गए थे. रिपोर्ट में बताया गया कि रईसी का हेलीकॉप्टर अपने रूट से डायवर्ट नहीं हुआ था. लेकिन खराब मौसम और धुंध के चलते मलबे को ढूंढने में वक्त लगा. आखिरकार ड्रोन के जरिए क्रैश साइट का पता लगाया गया (ईरान के राष्ट्रपति की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत).
करीब 15 घंटे की सर्च के बाद रईसी के हेलीकॉप्टर का मलबा बरामद हुआ था. मलबे से ही रईसी और अब्दुलहियान समेत सभी नौ लोगों के शवों को बरामद किया गया था.
गुरुवार (23 मई) को रईसी के शव का अंतिम संस्कार किया गया था. भारत ने रईसी की मौत पर एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया था और उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ खुद अंतिम संस्कार में तेहरान में शामिल हुए थे. रईसी की मौत के बाद अंतरिम राष्ट्रपति मोहम्मद मुखबेर को बनाया गया है. राष्ट्रपति पद के लिए 28 जून को चुनाव कराए जाएंगे.
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