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बांग्लादेश को तोड़ने पर क्यों तुला है अमेरिका ?

क्या भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश को तोड़कर एक अलग क्रिश्चियन देश बनाने की साजिश चल रही है ? कौन है वो व्हाइट-मैन जिसने शेख हसीना को दिया बड़ा ऑफर ? कौन है वो देश जो बांग्लादेश में बनाना चाहता है एयरबेस ? बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने इन बातों का खुलासा तो किया पर इन सबसे पीछे है कौन, इस पर चुप्पी साध ली है. 

बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने व्हाइटमैन और बांग्लादेश में एयरबेस को बनाने को लेकर ऐसा दावा किया है जिसने हड़कंप मचा दिया है. बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने दावा किया है कि “बांग्लादेश और म्यांमार के कुछ इलाकों को तोड़कर ईस्ट तिमोर जैसा देश बनाने की साजिश रची जा रही है. लेकिन शेख हसीना ने साफ कर दिया है कि वो ऐसा कभी भी नहीं होने देंगी.”

येे खबर ऐसे समय में आई है जब हाल ही में शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी के एक सांसद की कोलकाता (भारत) में बेरहमी से हत्या कर दी गई है. इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी बांग्लादेशी मूल का एक अमेरिकी नागरिक है. इस अमेरिकी नागरिक ने बांग्लादेश के सांसद अनावरुल अजीम अनार को हनी-ट्रैप में फंसाकर बड़े ही बेरहमी से कॉन्ट्रैक्ट किलिंग के जरिए हत्या करवाई है. भारत और बांग्लादेश की पुलिस इस अमेरिकी नागरिक को गिरफ्तार करने के लिए इंटरपोल की मदद ले रही हैं (Gold स्मगलिंग में हुई बांग्लादेशी सांसद की हत्या ?).

बांग्लादेशी पीएम को क्या ऑफर दिया गया ?
पीएम शेख हसीना को 7 जनवरी को बांग्लादेश में हुए चुनाव से पहले ये ऑफर दिया गया था कि अगर वो अपने देश की सीमा में एयरबेस बनाने की अनुमति देती हैं तो उन्हें बिना किसी परेशानी के चुनाव कराने दिया जाएगा. एयरबेस के ऑफर से जुड़े सवालों पर पीएम हसीना ने कहा कि “एक गोरा विदेशी शख्स (व्हाइट-मैन) उनके पास एक प्रपोजल लेकर आया था. कि अगर मैं उस देश को बांग्लादेश में एयरबेस बनाने की अनुमति देती, तो मुझे कोई समस्या नहीं होती.” शेख हसीना ने कहा, ऐसा लगता है कि “वे एक देश बनाना चाहते हैं, लेकिन उनकी सोच कहीं आगे की है. मैं जानती हूं कि वे कहां जाने का इरादा रखते हैं. मैं जानती हूं कि मैंने ऑफर नहीं माना इसलिए ही हमारी अवामी लीग पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार हमेशा संकट में रहती है. अभी और परेशानी होगी, लेकिन इस पर फिक्र करने की कोई जरूरत नहीं है.” प्रधानमंत्री शेख हसीना ने जब से व्हाइटमैन के बारे में पूछा गया कि आखिर वो शख्स कौन था और उन्होंने क्या जवाब दिया तो शेख हसीना ने बताया, “मैंने वही जवाब दिया, जो साल 2001 में दिया था जब अमेरिका ने भारत को देश की गैस बेचने की पेशकश की थी.”

देश विदेश में साजिश, ईसाई देश बनाने की कोशिश- शेख हसीना

शेख हसीना ने कहा कि “मैं राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की बेटी हूं. हमने अपना मुक्ति संग्राम जीता है. मैं देश का कोई हिस्सा किराए पर लेकर या किसी को सौंपकर सत्ता में नहीं आना चाहती. मुझे कोई अन्य देश और सत्ता की जरूरत नहीं है.”
शेख हसीना ने 14 दलों की अपनी पहली बैठक के संबोधन में कई सनसनीखेज बातें साझा की हैं. शेख हसीना ने अपने भाषण में साजिश का खुलासा करते हुए कहा कु “घरेलू और बाहरी दोनों ही मोर्चे पर कड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, वे ईस्ट तिमोर की तरह बांग्लादेश और म्यांमार के कुछ हिस्सों को लेकर ईसाई देश बनाने की फिराक में हैं जिसका आधार बंगाल की खाड़ी में होगा.” शेख हसीना ने कहा, “सदियों से बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के माध्यम से व्यापारिक गतिविधियां होती रही हैं, लेकिन अब कई लोगों की नजर इस इलाके पर है. इस इलाके में कोई विवाद नहीं है न ही कहीं संघर्ष की स्थिति है. हम इस इलाके में कभी ऐसा होने भी नहीं देंगे.

पीएम शेख हसीना ने क्यों किया ईस्ट तिमोर का जिक्र ?
ईस्ट तिमोर को तिमोर-लेस्ते भी कहते हैं जो ईसाई बाहुल्य देश है. ईस्ट तिमोर 16वीं शताब्दी से पुर्तगाली शासन के अधीन था. साल 1975 में पुर्तगाल ने ईस्ट तिमोर को आजाद कराया पर इंडोनेशिया ने कब्जा करके अपना राज्य घोषित कर दिया. विरोध के बाद साल 1999 में इंडोनेशिया, ईस्ट तिमोर में जनमत संग्रह करने पर सहमत हुआ. जनमत संग्रह के बाद साल 2002 में ईस्ट तिमोर एक स्वतंत्र देश बन गया. शेख हसीना ने ऐसी ही साजिश बांग्लादेश के लिए भी जाहिर की है, शेख हसीना का दावा है कि “बांग्लादेश और म्यांमार के कुछ इलाकों को तोड़कर ईस्ट तिमोर बनाने की साजिश चल रही है.”

शेख हसीना के करीबी पर अमेरिका ने लगाया प्रतिबंध
पीएम शेख हसीना ने अपने संबोधन में कहा है कि “बांग्लादेश उन देशों से कुछ भी नहीं खरीदेगा, जिन्होंने उस पर प्रतिबंध लगाए हैं.” अमेरिका ने पिछले सप्ताह ही बांग्लादेश सेना के पूर्व प्रमुख अजीज अहमद पर भ्रष्टाचार में कथित संलिप्तता के कारण उन पर प्रतिबंध लगा दिया है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक्शन के बारे जानकारी दी थी. मैथ्यू मिलर के मुताबिक, “पूर्व सेनाध्यक्ष के कदमों ने बांग्लादेशी लोकतांत्रिक संस्थाओं और सरकारी प्रक्रियाओं में लोगों के भरोसे को कमजोर किया है.” अमेरिका ने जिन पूर्व सेनाध्यक्ष अजीज अहमद पर प्रतिबंध लगाया है. वो बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के सहयोगी हैं और कभी भारत के करीबी माने जाते थे. बांग्लादेश के सेना प्रमुख बनने से पहले अजीज सीमा सुरक्षा बल, बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के डीजी थे. बीजीबी के महानिदेशक होने के नाते उनका भारत की बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स(बीएसएफ) से करीबी संबंध रहा था. 

क्या व्हाइटमैन बांग्लादेश से भारत पर रखना चाहता है नजर ?
बांग्लादेश ने भले ही एयरबेस बनाने का ऑफर देने वाले व्हाइटमैन के नाम का जिक्र ना किया हो, पर माना जा रहा है कि व्हाइटमैन जो बाइडेन का भेजा गया दूत हो सकता है. इसके पीछे वजह ये है क्योंकि अमेरिका, म्यांमार में विपक्षी ताकतों का समर्थन कर रहा है. म्यांमार में लगातार हिंसा के पीछे अमेरिका का नाम सामने आया था. वहीं अमेरिका की नजर बंगाल की खाड़ी में मौजूद एक छोटे से द्वीप सेंट मार्टिन पर है, जो बांग्लादेश के सबसे दक्षिणी भाग का हिस्सा है. द्वीप के जरिए अमेरिका दक्षिण एशियाई क्षेत्र में पैठ बनाने की कोशिश कर रहा है. बांग्लादेश में इस साल जनवरी में जब चुनाव हुए और सत्ता में शेख हसीना एक बार फिर काबिज हुई थी तो अमेरिका ही वो देश था जिसने चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए थे. अमेरिका ने कहा था कि “बांग्लादेश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं हुए हैं.”

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