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इजरायल को फिर शुरु अमेरिकी गोला-बारूद की सप्लाई

By Akansha Singhal

करीब एक महीने इजरायल को हथियारों की सप्लाई रोकने के बाद अमेरिका ने एक बार फिर गोला-बारूद भेजना शुरु कर दिया है. माना जा रहा है कि हाल ही में अमेरिका रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन और इजरायली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के बीच हुई मुलाकात के बाद ये सप्लाई शुरु हुई है. माना जा रहा है कि 7 अक्टूबर (2023) के बाद से अब तक अमेरिका ने हजारों की तादाद में बम, मिसाइल और रॉकेट मुहैया कराए हैं. 

इसी महीने की 25 तारीख को अमेरिका और इजरायली रक्षा मंत्रियों के बीच बैठक हुई थी. गाजा के बाद इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) अब लेबनान में सक्रिय आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के खिलाफ जंग छेड़ने की तैयारी कर रही हैं. ऐसे में अमेरिकी प्रशासन ने गोला-बारूद की सप्लाई शुरु कर दी है. 
पिछले महीने ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राफा में हमले की तैयारी कर रही आईडीएफ को हथियारों की सप्लाई रोक दी थी. इस सप्लाई में  

900 किलोग्राम के 1800 बम हैं और 250 किलोग्राम के 1700 बम शामिल थे. ये सप्लाई एक जहाज के जरिए जाने को थी. तभी बाइडेन ने रोक लगा दी थी. क्योंकि राफा में करीब 10 लाख फिलिस्तीनी शरण लिए हुए थे. अमेरिका से सप्लाई रोकने को लेकर इजरायल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका की आलोचना भी की थी. गोला-बारूद की सप्लाई रोकने के बाद आईडीएफ ने गाजा और राफा के बजाए अपने ऑपरेशन लेबनान बॉर्डर पर हिजबुल्लाह के खिलाफ कर दिए हैं.

जानकारी के मुताबिक, बाइडेन प्रशासन ने गाजा युद्ध (7 अक्टूबर 2023) शुरू होने के बाद से इजरायल को 3000 हेलफायर मिसाइल और 14 हजार से अधिक एमके-84 (2000 पाउंड) बम मुहैया कराए हैं. इसके अलावा साढ़े छह हजार 500 पाउंड बम, एक हजार बंकर-बस्टर बम और 2600 एयर-ड्रॉप स्मॉल डायमीटर बम शामिल हैं. 

बाइडेन को अपने देश में फिलिस्तीन के समर्थन और एंटी-इजरायल विरोध प्रदर्शनों का सामना भी करना पडा है. अमेरिकी की कई यूनिवर्सिटी में छात्र-छात्राएं धरना-प्रदर्शन हुए थे. इसके अलावा इजरायल को सैन्य समर्थन देने के लिए दूसरे देशों की आलोचना का शिकार भी बनना पड़ा है. यही वजह है कि बाइडेन ने मई के महीने में ऑफेंसिव हथियारों की सप्लाई इजरायल जाने से रोक दी थी. हालांकि, बाइडेन प्रशासन ने उस वक्त ही कह दिया था कि इजरायल को आत्मरक्षा के लिए जरुरी हथियारों की सप्लाई जारी रहेगी. इनमें आयरन डोम से जुड़ी मिसाइल शामिल हैं जो रॉकेट अटैक से इजरायल की एयर-स्पेस को सुरक्षा प्रदान करती हैं.

इजरायल हमास युद्ध को आठ महीने पूरे हो चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के आंकड़ों की मानें तो अब तक गाजा में 30 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. वहीं 7 अक्टूबर को हमास के आतंकी हमले में इजरायल के 1200 लोगों की मौत हुई थी और 250 से ज्यादा लोगों का अपहरण कर लिया गया था. अभी भी 100 से ज्यादा बंधक हमास की कैद में हैं. ऐसे में इजरायल ने साफ कह दिया है जब तक सभी बंधकों को छुड़ा नहीं लिया जाता, हमास के खिलाफ ऑपरेशन जारी रहेंगे. लेकिन बाइडेन प्रशासन के कड़े रूख के बाद नेतन्याहू की आईडीएफ ने जंग का रूख मोड़कर हिजबुल्लाह की तरफ कर दिया है.

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