दक्षिण अमेरिकी देश वेनेजुएला ने यूएस इंटेलिजेंस एजेंसी, सीआईए पर तख्तापलट के सनसनीखेज आरोप लगाते हुए छह विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है और बड़ी संख्या में हथियार जब्त किए हैं. जिन विदेशी नागरिकों को वेनेजुएला ने गिरफ्तार किया है उनमें एक अमेरिकी नेवी सील कमांडो शामिल है. दो अन्य अमेरिकी नागरिकों के अलावा दो स्पेनिश और एक चेक गणराज्य का नागरिक है.
वेनेजुएला का आरोप है कि अमेरिका खुफिया एजेंसी सीआईए (सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी) ने स्पेन की खुफिया एजेंसी नेशनल इंटेलिजेंस एजेंसी के साथ मिलकर तख्तापलट करने की नाकाम कोशिश की है. वेनेजुएला के आंतरिक मंत्रालय के मुताबिक, जिस यूएस नेवी सील कमांडो को गिरफ्तार किया गया है, वो अफगानिस्तान, इराक और कोलंबिया में ओपरेट कर चुका है.
वेनेजुएला का आरोप है कि चेक गणराज्य का नागरिक, पूर्वी यूरोप में सक्रिय फ्रांसीसी लड़ाकों (किराए के सैनिकों) के संपर्क में था. जिन 400 राइफल को जब्त किया गया है, वे इन फ्रांसीसी लड़ाकों के लिए थी.
वेनेजुएला के मुताबिक, सीआईए और स्पेनिश खुफिया एजेंसी इन लड़ाकों के जरिए राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की हत्या करने की फिराक में थे.
अमेरिका और स्पेन ने हालांकि, वेनेजुएला के सभी आरोपों को एक सिरे से खारिज कर दिए हैं.
दरअसल, सीआईए पर ये आरोप ऐसे समय में आए हैं जब बुधवार को ही अमेरिका ने वेनेजुएला के करीब एक दर्जन नेताओं पर प्रतिबंध लगा दिया था. ये प्रतिबंध हाल ही में वेनेजुएला में संपन्न हुए आम चुनाव में भारी गड़बड़ी के चलते लगे हैं.
अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देशों का आरोप है कि जुलाई के महीने में वेनेजुएला में हुए आम चुनाव में राष्ट्रपति मादुरो ने धांधली की थी. अमेरिका का आरोप था कि मदुरो ने कई जगह पर वोटिंग के नतीजे घोषित नहीं किए थे. क्योंकि गिनती पूरी होने पर मदुरो को हारने की आशंका थी. अमेरिका का आरोप है कि चीन और रूस जैसे देशों की शह पर मदुरो ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित किया है. ऐसे में अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देश मादुरो को तानाशाह तक करार दे चुके हैं.