फ्लोरिडा के गोल्फ कोर्स में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर घात लगाकर हमला करने की कोशिश करने वालेशूटर रायन राउथ को लेकर अमेरिकी सीक्रेट एजेंसी ने बड़ा खुलासा किया है. जांच में पता चला है कि रायन राउथ ने ट्रंप पर हमले से पहले यूक्रेन को लेकर की थी बड़ी प्लानिंग. यूक्रेन के समर्थन में रायन राउथ एक ऐसे सैनिकों की फौज बना रहा था, जो तालिबान से बचकर आए थे. रायन राउथ के पास से पुलिस ने एके-47 राइफल के अलावा गोप्रो कैमरा और टेलीस्कोप भी बरामद किया है.
अफगान सैनिकों को यूक्रेन के लिए भर्ती करना चाहता था शूटर !
रायन राउथ अक्सर सोशल मीडिया पर कीव के पक्ष में बोलता दिखता था. साल 2023 में रायन ने कहा था कि वो अफगान सैनिकों को यूक्रेन के लिए भर्ती करना चाहता है. रायन ने कहा था कि वो अवैध रूप से पाकिस्तान और ईरान के जरिए सैनिकों को यूक्रेन ले जाने का प्लान कर रहा है. रायन का दावा था कि कीव के पक्ष में दर्जनों लोगों ने ऐसा करने के लिए रुचि दिखाई है. रायन कीव भी जा चुका था.
एक इंटरव्यू में रायन ने कहा था कि जब रूस के साथ युद्ध शुरू हुआ तो वो खुद यूक्रेनियन की मदद के लिए कीव गया था. कीव पहुंचने पर युद्ध लड़ने के लिए लोगों की भर्ती की, क्योंकि ‘रूस के साथ लड़ाई लड़ने के लिए लोगों की जरूरत थी’. रायन ने कहा था कि “मैं कीव में इसलिए हूं क्योंकि मेरा उद्देश्य यूक्रेनियन की मदद के लिए लोगों को एक साथ लाना है.”
डोनाल्ड ट्रंप का कट्टर दुश्मन है रायन राउथ
बताया जाता है कि रायन राउथ को डोनाल्ड ट्रंप बिल्कुल भी पसंद नहीं थे. रायन, ट्रंप को थोड़ा सा भी नहीं पसंद करता था. अक्सर उनके विरोध में बोलता था. रायन कहता था कि अगर ट्रंप राष्ट्रपति बने तो अमेरिकी गुलाम बन जाएंगे. (ट्रंप पर फिर जानलेवा हमले की कोशिश, एलन मस्क का बड़ा सवाल)
मोहरा या फिर हमले का मास्टरमाइंड?
अमेरिकी सीक्रेट एजेंसी के मुताबिक राउथ का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है, साल 2002 में भी हथियार के साथ राउथ की गिरफ्तारी की गई थी. बहरहाल सीक्रेट एजेंसी ये पता कर रही है कि राउथ को ट्रंप की लोकेशन की इतनी सटीक जानकारी कैसे हाथ लगी. कहीं राउथ मोहरा भर तो नहीं है, कहीं किसी ने राउथ को ट्रंप पर हमला करने के लिए पैसे तो नहीं दिए थे. सीक्रेट एजेंसी की सतर्कता के चलते ट्रंप पर एक और बड़ा हमला टल गया है.
ट्रंप रहे हैं जेलेंस्की के विरोधी
चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने साफ कर दिया है कि अगर वे राष्ट्रपति बने तो यूक्रेन को सैन्य और वित्तीय सहायता पूरी तरह बंद कर दी जाएगी. ट्रंप ने जेलेंस्की को दुनिया का सबसे बड़ा सेल्समैन तक करार दिया है जो अमेरिका में आकर लाखों डॉलर की सहायता लेकर चला जाता है. ट्रंप ने तो यहां तक कहा है कि अगर वे राष्ट्रपति होते तो रुस-यूक्रेन युद्ध ही नहीं छिड़ता.
हालांकि, ट्रंप की प्रतिद्वंदी और उपराष्ट्रपति ने जवाब देते हुए कहा था कि अगर डोनाल्ड ट्रंप के समय में युद्ध होता तो रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कीव में दिखाई पड़ते.