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दिल्ली पहुंचा बांग्लादेशी सेना का दल, सहयोग की दरकार

तरंग-शक्ति एक्सरसाइज से गोल होने वाले पड़ोसी देश बांग्लादेश का एक सैन्य दल इनदिनों समुद्री-सुरक्षा के गुर सीखने के लिए भारत आया हुआ है. राजधानी दिल्ली के करीब भारतीय नौसेना के इंडियन फ्यूजन सेंटर (आईएफसी) में बांग्लादेशी सेना का प्रतिनिधिमंडल मेरीटाइम सिक्योरिटी से जुड़ी  जानकारी और जरुरत के समय सहयोग करने पर चर्चा करने आया है.

आईएफसी के मुताबिक, बांग्लादेश के वॉर कॉलेज (एएफडब्लूसी) का 20 सदस्य दल, ब्रिगेडियर जनरल ममून उर रशीद के नेतृत्व में इनदिनों हिंद महासागर क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर आया हुआ है. बांग्लादेशी दल के साथ मेरीटाइम सिक्योरिटी पर जानकारी साझा करने और समंदर में ऑपरेशन के दौरान आपसी सहयोग करने पर चर्चा हुई है.  

हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा के लिए भारतीय नौसेना ने गुरुग्राम में आईएफसी-आईओआर स्थापित किया है. ये भारतीय नौसेना का इंटरनेशनल कमांड एंड कंट्रोल सेंटर है. यहां भारतीय नौसेना के अधिकारियों के साथ-साथ अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस, श्रीलंका और सिंगापुर इत्यादि मित्र-देशों के लाइजनिंग ऑफिसर तैनात रहते हैं. यहां से भारतीय नौसेना सभी मित्र देशें की नौसेनाओं के साथ हिंद महासागर की सुरक्षा सुनिश्चित करती है.

आईएफसी में हिंद महासागर में ऑपरेट करने वाले सभी युद्धपोत, कार्गो जहाज और छोटी बोट्स की निगरानी की जाती है. इसके लिए नौसेना ने समुद्री तटों लगे सीसीटीवी, रडार और सैटेलाइट की मदद ली है. माना जाता है कि आईएफसी की निगाहों से इस क्षेत्र में आने वाला कोई भी जहाज बच नहीं सकता है.

निगहबानी के साथ-साथ आईएफसी, भारतीय नौसेना के युद्धपोतों से सीधे संपर्क में रहता है ताकि जरूरत पड़ने पर अलर्ट किया जा सके. अरब सागर में हूती विद्रोहियों और सोमालियाई डकैतों के खिलाफ मिशन में आईएफसी ने एक अहम भूमिका निभाई है. यहां तक की समुद्री चक्रवात के दौरान भी भारतीय नौसेना यहां से सर्च एंड रेस्क्यू और मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए कॉर्डिनेशन का कार्य करती है.

यही वजह है कि बंगाल की खाड़ी में सहयोग के लिए बांग्लादेशी सेना के सदस्य दल ने आईएफसी का दौरा किया है.

ये दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से दोनों देशों के संबंधों में थोड़ी खटास आ गई है. हाल ही में जोधपुर बेस पर आयोजित वायुसेना की पहली मल्टीनेशनल एयर एक्सरसाइज तरंग-शक्ति (1-14 सितंबर) में बांग्लादेश के एयर चीफ और सी-130 एयरक्राफ्ट ने शिरकत नहीं की थी. हालांकि, उनके एक ऑफिसर ऑब्जर्वर के तौर पर जरूर शामिल हुए थे.

शनिवार को अमेरिका के दौरे पर जा रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद युनूस से मुलाकात पर भी अभी संशय बना हुआ है.

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