चुनाव जीतने में भारी मदद करने के लिए अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक्स (ट्विटर) के मालिक एलन मस्क को अपनी कैबिनेट में जगह देकर बड़ा इनाम दिया है. साथ ही भारतीय मूल के रिपब्लिकन विवेक रामास्वामी को एलन मस्क के साथ कैबिनेट में स्थान दिया गया है. एलन और विवेक के लिए ट्रंप ने अमेरिकी कैबिनेट में एक नया विभाग (मंत्रालय) बनाने की घोषणा की है, जो अमेरिका के ‘डीप-स्टेट’ को काउंटर करने का काम करेगा.
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पहुंचने से पहले ही अपनी मंशा साफ कर दी है. चुनावी अभियान में किए गए भाषण के अनुरूप, ट्रंप ने अमेरिकी ब्यूरोक्रेसी के मकड़जाल को तोड़ने और फेडरल एजेंसियों को कम करने के लिए लिए एक नए विभाग की घोषणा की है. ट्रंप ने इसे ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफेसेयेंसी’ (डीओजीई) यानी ‘डॉग’ का नाम दिया गया है.
अपने नाम के अनुरूप ट्रंप का ये डॉग सरकार के कामकाज पर नजर रखेगा.’ ग्रेट’ एलन और ‘देशभक्त’ विवेक को ट्रंप ने इस खास डिपार्टमेंट की साझा जिम्मेदारी सौंपी है. इन दोनों की नियुक्ति को लेकर जारी बयान में ट्रंप ने कहा है कि ये डिपार्टमेंट “सरकार और सरकार के बाहर से सलाह लेकर व्हाइट हाउस (अमेरिका राष्ट्रपति के कार्यालय) के साथ मिलकर अमेरिका में बड़े सुधारों के लिए काम करेगा.” (https://x.com/elonmusk/status/1856502787930050927)
चुनावी अभियान के दौरान ट्रंप ने ‘सेव अमेरिका’ और ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ (एमएजीए) जैसे स्लोगन दिए थे, जिसे जनता ने काफी सराहा था. ट्रंप का आरोप है कि अमेरिका ब्यूरोक्रेसी (नौकरशाही) बेहद असरदार नहीं है. जनता पर काफी पाबंदियां हैं. साथ ही भारी भरकम बजट का दुरुपयोग भी किया जाता है. ऐसे में डॉग डिपार्टमेंट इन सुधारों को लागू करने में काम करेगा.
अमेरिका का फिलहाल आम बजट 6.5 ट्रिलियन डॉलर है. ट्रंप का आरोप है कि इतने बड़े बजट में धांधली और ‘जालसाजी’ होती है. इसे बजट को कम कर अमेरिकी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का काम इस ‘डॉग’ डिपार्टमेंट का होगा. एलन और विवेक को 4 जुलाई 2026 तक अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की टाइम लाइन भी ट्रंप ने जारी कर दी है.
ट्रंप के मुताबिक, इस तारीख (4 जुलाई, 2026) को अमेरिका की स्वतंत्रता के 250 वर्ष पूरे हो रहे हैं. तब तक एक ‘छोटा’ यूएस प्रशासन, ‘कम लेकिन असरदार ब्यूरोक्रेसी’ पूरे अमेरिका के लिए एक बड़ा ‘गिफ्ट’ होगा, जो पूरी तरह अमेरिका जनता के प्रति जवाबदेह भी होगा.
चुनाव के दौरान ट्रंप और उनकी रिपब्लिकन पार्टी ने कई बार डीप-स्टेट का आरोप लगाया था. यही वजह है कि ट्रंप के निशाने पर अमेरिकी ब्यूरोक्रेसी सबसे पहले है. डीप-स्टेट यानी ऐसी ब्यूरोक्रेसी, खुफिया एजेंसी, मीडिया, एनजीओ और नॉन-स्टेट एक्टर्स, जो पर्दे के पीछे से अमेरिका प्रशासन को कंट्रोल करते हैं. (Deep State चाहता है बाइडेन को राष्ट्रपति बनाना)
ट्रंप के ऐलान के तुरंत बाद ही एलन ने अमेरिका के भारी भरकम डिफेंस बजट को कम करने और फेडरल डिपार्टमेंट को 100 से नीचे लाने के संकेत दे दिए. फिलहाल अमेरिका में करीब 500 फेडरल विभाग और एजेंसियां हैं.
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