बांग्लादेश से चल रहे मौजूदा विवाद के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने ऐलान किया है कि सरकार जल्द ही बॉर्डर पर एंटी-ड्रोन यूनिट स्थापित कर देश की सीमाओं की सुरक्षा को अधिक सशक्त बनाएगी. गृह मंत्री का बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में बांग्लादेश ने भारत से सटी सीमा पर ‘बायरेक्टर’ कॉम्बेट ड्रोन को फ्लाई किया था.
गृह मंत्री ने देश की सीमाओं पर ‘ड्रोन-निरोधक यूनिट्स’ के स्थापित करने का ऐलान रविवार को राजस्थान के जोधपुर में दिया. अमित शाह, बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) के 60वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान जोधपुर में जवानों को संबोधित कर रहे थे.
ड्रोन समस्या का उल्लेख करते हुए अमित शाह ने कहा कि “आने वाले दिनों में यह समस्या और बड़ी हो जाएगी.” उन्होंने कहा कि इसका आकलन कर “सरकार के सभी अंगों के साथ देश की सभी सीमाओं की सुरक्षा कर रहे सभी सीमा सुरक्षा बलों, रक्षा मंत्रालय, डीआरडीओ और भारत सरकार के अनुसंधान में लगे विभागों ने मिलकर एक लेजर युक्त एंटी-ड्रोन गन माउंट प्रणाली तैयार की है. इसे देश की सीमाओं पर तैनात किया जाएगा.”
गौरतलब है कि बीएसएफ, देश के दो सबसे बड़े (और महत्वपूर्ण) बॉर्डर, पाकिस्तान और बांग्लादेश के लिए ‘फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस’ का काम करती है. (https://x.com/AmitShah/status/1865725652596580606)
पिछले दो-तीन साल से पंजाब से सटी पाकिस्तानी सीमा पर ड्रोन के जरिए हथियार और ड्रग्स की स्मगलिंग की घटनाओं में जबरदस्त इजाफा हुआ है. अब बांग्लादेश के साथ चल रही तनातनी के बीच ईस्टर्न फ्रंट पर भी ड्रोन का खतरा मंडराने लगा है.
शुक्रवार को टीएफए ने खुलासा किया था कि भारतीय सीमा पर निगरानी के लिए बांग्लादेश ने टर्की से लिए बायरेक्टर कॉम्बेट ड्रोन को फ्लाई किया था. ये घातक ड्रोन क्रूज मिसाइल तक दागने में सक्षम है. ऐसे में बांग्लादेश सीमा पर भी एंटी-ड्रोन सिस्टम की तैनाती बेहद जरूरी है. (बांग्लादेश ने उड़ाया Bayraktar ड्रोन, ईस्टर्न फ्रंट पर चौकसी जरूरी)
गृह मंत्री ने बताया कि पंजाब के साथ सटी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर 55 प्रतिशत ड्रोन हमलों को निरस्त कर ड्रोन को गिराया गया है जो पहले तीन प्रतिशत के आसपास मात्र था.
गृह मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि कुछ ही वर्षों में एक संपूर्ण ड्रोन निरोधी यूनिट बनाई जाएगी जो ड्रोन के कारण होने वाले खतरों से देश को सुरक्षित करेगी.
अमित शाह ने कहा कि बीएसएफ के जवानों ने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया है, जिसके लिए देश की जनता सदैव उनकी ऋणी रहेगी.
गृह मंत्री ने कहा कि छह दशकों से सीमा सुरक्षा बल ने हमारी सुरक्षा को चाक-चौबंद रखा है. देश की बढ़ती सुरक्षा ज़रूरतों को बीएसएफ के बिना पूरा करना असंभव है इसीलिए 25 बटालियन से शुरू हुआ ये बल आज 193 बटालियन तक पहुंच गया है.
अमित शाह ने कहा कि 2.70 लाख जवानों की संख्या वाला ये विश्व का सबसे बड़ा सीमा-रक्षक बल है. उन्होंने कहा कि बीएसएफ ने 2024 में भी जाली मुद्रा, नारकोटिक्स, घुसपैठ और वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ने का अपना रिकॉर्ड अनेक अभियानों के माध्यम से बरकरार रखा है. (इस्कॉन मंदिर में फिर आगजनी, ढाका पहुंच रहे हैं मिसरी)