चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जवाब देते हुए कहा है कि ट्रेड, टैरिफ और टेक्नोलॉजी में किसी की जीत नहीं होगी.
कनाडा और मैक्सिको को टैरिफ लगाने की धमकी देने वाले ट्रंप पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दिया है करारा जवाब. शी जिनपिंग का बयान डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने चीन पर 60 प्रतिशत टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है.
पिछले कुछ वर्षों में अमेरिका और चीन में तनाव बढ़ा हुआ है. दोनों ही देशों में वर्चस्व की जंग है और ये दिनों दिन बढ़ती जा रही है.
टैरिफ पर ट्रंप को शी जिनपिंग ने दिया जवाब
शी जिनपिंग ने मंगलवार को कहा है कि “अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ और टेक्नोलॉजी की लड़ाई में जीत किसी की नहीं होगी. चीन इस मामले में अपने हितों की पूरी मजबूती से रक्षा करेगा.” शी जिनपिंग ने ये बयान बीजिंग में विश्व बैंक, आईएमएफ और डब्ल्यूटीओ समेत 10 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों की बैठक में दिया है.
शी जिनपिंग ने कहा “टैरिफ, ट्रेड और टेक्नोलॉजी की लड़ाई आर्थिक कानूनों के विपरीत हैं और इनमें किसी की भी जीत नहीं होगी’
अमेरिका के साथ संबंधों को लेकर शी जिनपिंग ने चीन के सिद्धांतों पर जोर देते हुए कहा “चीन हमेशा अपने मामलों पर ध्यान देगा और अपनी संप्रभुता, सुरक्षा और विकास से जुड़े हितों की दृढ़तापूर्वक रक्षा करेगा. चीन मुक्त अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहेगा.”
डोनाल्ड ट्रंप ने की चीनी राष्ट्रपति से फोन पर बात
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तरह ही शी जिनपिंग से अच्छे रिश्ते का दावा करने वाले डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति के बीच फोन पर बात हुई है.
डोनाल्ड ट्रंप के मुताबिक चुनाव के बाद पहली बार उन्होंने चीनी राष्ट्रपति से फोन पर बात की है. ट्रंप ने कहा, “मेरा राष्ट्रपति शी के साथ समझौता था, जिनके साथ मेरा बहुत अच्छा तालमेल है. हमने हाल ही में इस सप्ताह बातचीत की है.”
हालांकि डोनाल्ड ट्रंप ने ये नहीं बताया कि किस मुद्दे पर शी और उनके बीच बातचीत हुई पर ट्रंप ने ये जरूर कहा कि “ताइवान के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई. किसी दूसरे मुद्दे पर बात हुई.” ट्रंप ने कहा, “हम एक दूसरे से संवाद कर रहे हैं, जैसे कि तीन दिन पहले, हमने कई चीजों के बारे में बात की.”
इससे पहले नवंबर के महीने में शी जिनपिंग ने ट्रंप को जीत की बधाई दी थी. बातचीत के बाद 6 नवंबर को चीन के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा था कि चीन और अमेरिका दोनों को “सहयोग से लाभ होगा और टकराव से नुकसान होगा”.
चीन ने इस बात पर जोर दिया था कि स्थिर संबंध दोनों देशों के हितों की सेवा करते हैं और “अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की अपेक्षाओं” को पूरा करते हैं.
ट्रंप के इलेक्शन कैंपेन में था चीन पर टैरिफ लगाने का मुद्दा
डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव के दौरान अपनी कैंपेनिंग के दौरान चीन पर 60 प्रतिशत टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी. ट्रंप ने कहा था कि अगर चीन फेंटेनाइल (ड्रग्स) पर लगाम कसने में नाकाम रहता है तो वह 10 फीसदी ज्यादा शुल्क लगा देंगे.
चीनी राष्ट्रपति खुली अर्थव्यवस्था के समर्थक हैं. जिसके बाद शी ने ट्रंप को जवाब देते हुए कहा है कि सभी देशों की अर्थव्यवस्थाओं को परेशानियां झेलनी पड़ती हैं. सभी देशों को एक खुली विश्व अर्थव्यवस्था बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए.