हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा मजबूत करने के इरादे से नौसेना और कोस्टगार्ड, दोनों ने कमर कस ली है. मंगलवार से भारतीय नौसेना, श्रीलंका की नेवी के साथ साझा युद्धाभ्यास करने जा रही है तो कोस्टगार्ड के दो जहाज मालदीव पहुंच गए हैं.
भारतीय नौसेना के मुताबिक, पूर्वी कमान के तत्वावधान में श्रीलंकाई नेवी के साथ द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास एसएलआईएनईएक्स-24 (श्रीलंका-भारत नौसैनिक अभ्यास) 17 से 20 दिसंबर तक विशाखापत्तनम में आयोजित किया जाएगा.
श्रीलंकाई राष्ट्रपति हैं भारत दौरै पर
ये युद्धाभ्यास ऐसे समय में हो रहा है जब श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके भारत के दौरे पर आए हुए हैं. सोमवार को दिसानायके ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मूर्मु सहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री से खास मुलाकात की थी.
पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान दिसानायके ने ऐलान किया कि श्रीलंका की जमीन को भारत विरोधी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा. श्रीलंकाई राष्ट्रपति का ये बयान, चीन के जंगी जहाज और पनडुब्बियों के हिंद महासागर क्षेत्र में लगातार आने के संदर्भ में देखा जा रहा है. (श्रीलंकाई राष्ट्रपति का मोदी को भरोसा, जमीन का उपयोग भारत के खिलाफ नहीं होने देंगे)
क्या होगा युद्धाभ्यास में
नौसेना के मुताबिक, श्रीलंका से युद्धाभ्यास दो चरणों में आयोजित किया जाएगा-17 से 18 दिसंबर तक बंदरगाह चरण और 19 से 20 दिसंबर तक समुद्री चरण.
वर्ष 2005 में शुरू किया गया एसएलआईएनईएक्स-24 द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यासों की एक महत्वपूर्ण संस्करण है जिसने पिछले कुछ वर्षों में भारत और श्रीलंका के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत किया है.
अभ्यास के दौरान, प्रतिभागी आपसी समझ को मजबूत करने के लिए पेशेवर और सामाजिक आदान-प्रदान में संलग्न होंगे. 19 दिसंबर को शुरू होने वाले समुद्री चरण में विशेष बलों के संचालन, बंदूक फायरिंग, संचार अभ्यास, नाविक अभ्यास, नेविगेशन विकास और हेलीकॉप्टर संचालन सहित संयुक्त अभ्यास शामिल होंगे.
(https://x.com/indiannavy/status/1868645880670101758)
भाग लेने वाली जहाज:
भारत से : स्पेशल फोर्सेज के कमाडों के साथ भारतीय नौसेना जहाज आईएनएस सुमित्रा.
श्रीलंका से : एसएलएनएस सयूरा.
मालदीव पहुंचे कोस्टगार्ड के जहाज
इस बीच भारतीय तट रक्षक (आईसीजी) के ऑफशोर पेट्रोल वेसल आईसीजीएस वैभव और फास्ट पेट्रोलिंग जहाज आईसीजीएस अभिराज, हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में अपनी विदेशी तैनाती के हिस्से के रूप में सोमवार को मालदीव के माले बंदरगाह पर पोर्ट-कॉल के लिए पहुंचे हैं.
अपने चार दिवसीय प्रवास के दौरान, आईसीजीएस वैभव और आईसीजीएस अभिराज का दल मालदीव नेशनल डिफेंस फोर्स कोस्ट गार्ड (एमएनडीएफ सीजी) के साथ कई पेशेवर बातचीत में शामिल होगा.
इन वार्ताओं का फोकस समुद्री प्रदूषण प्रतिक्रिया, समुद्री खोज और बचाव, और समुद्री कानून प्रवर्तन जैसे महत्वपूर्ण समुद्री क्षेत्रों पर होगा. इसमें क्रॉस-डेक प्रशिक्षण, संयुक्त चर्चा और मैत्रीपूर्ण खेल कार्यक्रम भी शामिल होंगे जिनका उद्देश्य सौहार्द्र को बढ़ावा देना और पेशेवर संबंधों को मजबूत करना है. (https://x.com/IndiaCoastGuard/status/1868629735657406969)
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, यह यात्रा भारत और मालदीव के बीच स्थायी संबंधों को मजबूत करती है और क्षेत्रीय समुद्री सहयोग को बढ़ाने के लिए भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है.