भारत का दुश्मन और मुंबई आतंकी हमलों में दोषी तहव्वुर हुसैन राणा अब भारत के शिकंजे में आने से बच नहीं सकता. पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर की उस याचिका का अमेरिकी प्रशासन ने विरोध किया है, जिसमें राणा ने भारत में प्रत्यर्पण पर रोक लगाने की मांग की थी.
संयुक्त राज्य अमेरिका की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया है कि राणा की याचिका को खारिज कर दिया जाए. दरअसल भारत तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है, क्योंकि मुंबई आतंकी हमले के मामले में वांटेड है. अमेरिका में हर जगह कानूनी लड़ाई हार जाने के बाद अब राणा में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. अमेरिकी प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि राणा की याचिका खारिज कर दी जाए.
तहव्वुर की याचिका खारिज हो: बाइडेन प्रशासन
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में सॉलिसिटर जनरल एलिजाबेथ बी प्रीलोगर ने कहा कि तहव्वुर की याचिका को अस्वीकार कर दिया जाना चाहिए. अमेरिकी सरकार ने अपनी 20 पेज की दलील में कहा कि तहव्वुर भारत प्रत्यर्पण से राहत पाने का हकदार नहीं है.
इससे पहले 17 अगस्त को भी तहव्वुर को अमेरिकी कोर्ट से बड़ा झटका लगा था. कोर्ट ने कहा था कि तहव्वुर राणा भारत में प्रत्यर्पित किए जाने के योग्य है. कोर्ट ने कहा था कि भारत-अमेरिका के बीच जो समझौता है, उसके तहत उसे प्रत्यर्पित किया जा सकता है, क्योंकि राणा भी आतंकी हमलों का दोषी है.
जल्द भारत लाया जाएगा 26/11 हमलों का गुनाहगार!
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड में से एक पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली का खास साथी माना जाता है तहव्वुर. हमलों से पहले तहव्वुर और हेडली में कई बार मीटिंग हुईं. डेविड कोलमैन हेडली ने अपने बयान में तहव्वुर का नाम लिया है. डेविड कोलमैन हेडली ही वो आतंकी है, जो हमले से पहले मुंबई आया था और मुंबई के ताज होटल, चबाड हाउस, लियोपोल्ड कैफे समेत कई मुख्य जगहों की रेकी की.
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तानी सेना द्वारा प्रशिक्षण आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के आतंकियों ने मुंबई के ताज होटल, बार, रेस्टोरेंट और चबाड हाउस समेत कई जगहों पर हमला किया. तहव्वुर ने कई बार डेविड हेडली से मुलाकात की. तहव्वुर ने हेडली के लिए नकली वीजा बनवाया था.
आतंकी डेविड हेडली को नकली वीजा इसलिए दिए गए थे ताकि वह भारत में दिखाने के लिए एक फर्जी कारोबार करें और असल हमलों से पहले रेकी कर सके. तहव्वुर अच्छे से जानता था कि मुंबई में क्या होने वाला है.
हमले से पहले मुंबई के होटल में रुका था तहव्वुर
भारत में दाखिल चार्ज शीट के मुताबिक, 26 नवंबर को हमले से ठीक पहले मुंबई के पवई में एक होटल में दो दिनों तक तहव्वुर रुका था. तहव्वुर 11 नवंबर 2008 को भारत आया और 21 नवंबर तक भारत में रहा. इस दौरान ही वो दो दिन पवई के होटल में रहा.
तहव्वुर ने ही पाकिस्तानी अमेरिकी आतंकी डेविड कोलमैन हेडली के लिए नकली कागजातों के जरिए भारतीय टूरिस्ट वीजा दिलाने में मदद की थी. मुंबई हमले की प्लानिंग के दौरान हेडली और तहव्वुर के बीच ईमेल के जरिए हुई बातचीत भी एजेंसी को मिली.
तहव्वुर और हेडली के बीच ईमेल के जरिए बातचीत हुई जिसमें हेडली ने मेजर इकबाल की ईमेल आईडी मांगी थी. मेजर इकबाल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़ा है. क्योंकि 26/11 आतंकी हमले के पीछे आईएसआई की साजिश थी. मेजर इकबाल को भी भारतीय एजेंसियों ने राणा और कोलमैन हेडली के साथ आरोपी बनाया है.
पाकिस्तानी सेना में डॉक्टर के पद पर रह चुका भारत का वांटेड और मुंबई हमले का आरोपी तहव्वुर राणा फिलहाल लॉस एंजेलिस की जेल में बंद है.