बकिंघम पैलेस में जासूसी की घटना के बाद इंग्लैंड में चीन को उन देशों की सूची में ऊपर रखने की मांग उठने लगी है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है. कंजर्वेटिव पार्टी की भारतीय मूल की सांसद प्रीति पटेल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और उनका मंत्रिमंडल चीन के साथ व्यापारिक संबंधों को राष्ट्रीय सुरक्षा से ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं.
ब्रिटेन की ‘शैडो’ विदेश मंत्री प्रीति पटेल का मानना है कि चीन एक असाधारण शासन है, जो पिछले एक दशक से ब्रिटेन में राष्ट्रीय सुरक्षा, इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी और साइबर गतिविधियों के जरिए घुसपैठ कर रहा है.
इंग्लैंड की पूर्व गृह सचिव (मंत्री) प्रीति पटेल ने चीन पर हमला करते हुए कहा कि हम एक ऐसे शासन का सामना कर रहे हैं, जिसने पिछले दशक में हमारे देश में कई तरह से घुसपैठ की है, जिसमें साइबर गतिविधियां और गलत सूचना फैलाना भी शामिल है.
भारतीय मूल की सांसद ने ब्रिटेन में चीन के लिए एक खास दूतावास के निर्माण पर भी सवाल उठाए, जिसके लिए 2018 में टावर ऑफ लंदन के पास एक साइट खरीदी गई थी. हालांकि स्थानीय प्रशासन ने 2022 में इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. लेकिन इस प्रस्ताव को एक बार फिर मौजूदा सरकार के पास समीक्षा के लिए भेजा गया है. (https://x.com/pritipatel/status/1868572671581008340)
कीर स्टार्मर ने हाल ही में ब्राजील में जी-20 सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी और कुछ ही घंटों बाद हांगकांग में 45 लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था. प्रीति पटेल ने इस मुद्दे को भी उठाया. (https://x.com/pritipatel/status/1858952095128330342)
प्रीति पटेल ने कहा, लेबर पार्टी, चीन के साथ संबंध मजबूत कर रही है. चीन को ब्रिटेन की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले देशों की सूची में शीर्ष स्थान पर रखा जाना चाहिए. प्रीति पटेल की ये टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है, जब हाल ही में ये खुलासा हुआ था कि चीन के जासूस की पहुंच बकिंघम पैलेस तक थी. चीन का जासूस प्रिंस एंड्यू का करीबी था. (बकिंघम पैलेस में चीनी जासूस H6, प्रिंस का निकला करीबी)