तीन इजरायली बंधकों की रिहाई से पहले नेतन्याहू एक बार फिर गरजे हैं. इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने समझौते को अस्थाई बताते हुए कहा कि अगर भविष्य में दोबारा जरूरत हुई तो और भी सशक्त होकर आतंकियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.
नेतन्याहू ने कहा है कि “युद्धविराम समझौते का पहला चरण अस्थायी है. साथ ही बताया कि इसके लिए उनके पास जो बाइडेन और ट्रंप का समर्थन हासिल है.” इजरायल के सैन्य प्रवक्ता ने भी कहा है कि सेना अभी भी गाजा क्षेत्र के अंदर हमला कर रही और जब तक हमास समझौते का पालन नहीं करता, तब तक हमला जारी रहेगा. हमास के कारण युद्ध विराम की शुरुआत में देरी हुई है. इजरायल की चेतावनी के बीच हमास ने तीन बंधकों की लिस्ट सौंप दी है.
युद्धविराम से पहले नेतन्याहू ने बंदियों की लिस्ट देने की शर्त रखी
इजरायल और फिलिस्तीन का रविवार को सीजफायर शुरू होना था. लेकिन इजरायली प्रधानमंत्री ने कहा है कि जब तक हमास उन बंदियों के नाम नहीं सौंप देता जिन्हें वह आज बाद में रिहा करेगा, तब तक युद्ध विराम नहीं होगा. वहीं हमास ने बंधकों की लिस्ट को लेकर कहा- कि हम युद्धविराम को लेकर प्रतिबद्ध हैं. अपनी शर्तों से पीछे नहीं हटेंगे. हमास ने टेलीग्राम में अपना बयान जारी करके रिहा होने वाले बंदियों के नाम बताने में हो रही देरी के पीछे तकनीकी कारणों को जिम्मेदार ठहराया है.
हमास ने रविवार को रिहा होने वाले बंदियों की लिस्ट सौंपी
हमास ने बंधकों की सूची इजरायल को भेज दी है, जिन्हें आज रिहा किया जाएगा. हमास ने कहा कि बंधक रोमी गोनेन, एमिली दमारी और डोरोन स्टीनब्रेचर को आज रिहा किया जाएगा. हमास जिन तीन महिलाएं को रिहा कर रहा है, वह इजराइली सैनिक नहीं हैं और 50 साल से अधिक उम्र की, या नाबालिग हैं. हमास ने कहा था कि बंधक रोमी गोनेन, एमिली दमारी और डोरोन स्टीनब्रेचर को आज रिहा किया जाएगा. इजरायल सरकार ने पुष्टि कर दी है कि हमास की सूची उन्हें मिल गई है.
नेतन्याहू ने सीजफायर शुरु होने से पहले राष्ट्र को किया संबोधित
युद्ध विराम शुरू होने से ठीक 12 घंटे पहले राष्ट्र को संबोधित करते हुए नेतन्याहू ने दावा किया कि उन्हें अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन प्राप्त है. नेतन्याहू ने लेबनान और सीरिया में इजरायल की सैन्य सफलताओं को भी हमास द्वारा युद्ध विराम के लिए सहमत होने का कारण बताया. नेतन्याहू ने कहा, ‘‘हमने मिडिल ईस्ट का चेहरा बदल दिया है. मगर जब तक हमास बंधकों की सूची नहीं देता है, तब तक यह युद्ध विराम प्रभावी नहीं होगा.
युद्ध विराम का विरोध, दो बड़े नेताओं ने छोड़ा नेतन्याहू का साथ
युद्ध विराम समझौते के विरोध में दक्षिणपंथी पार्टी ओत्जमा येहुदित ने नेतन्याहू सरकार का साथ छोड़ दिया है. पार्टी के नेता और इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के मंत्री इतामार बेन गविर ने भी कहा है कि उनकी पार्टी के कैबिनेट मंत्रियों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया. गवीर वो नेता हैं, जो कट्टर राष्ट्रभक्त माने जाते हैं.
इतामार बेन गविर ने हाल ही में एक्स पर लिखा था कि यह समझौता जल्दबाजी में किया जा रहा है. इसमें सैकड़ों हत्यारे आतंकियों की रिहाई, गाजा पट्टी में आतंकियों की वापसी, फिलाडेल्फिया से वापसी और लड़ाई की समाप्ति शामिल है. यह समझौता युद्ध की सारी उपलब्धियों को खत्म कर देगा. उन फिलिस्तीनियों को इजरायल छोड़ेगा, जिनके हाथ इजरायली लोगों के खून से रंगे हुए हैं.