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सिलीगुड़ी कोरिडोर के करीब आईएसआई टीम, बांग्लादेश ने किया आमंत्रित

बांग्लादेश और पाकिस्तान आखिरकार चाहते क्या है. ये सवाल इसलिए, क्योंकि ढाका पहुंची पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारियों को बांग्लादेश ने रंगपुर छावनी का दौरा कराया है. भारत के लिए ये चिंता का विषय इसलिए है क्योंकि, रंगपुर से पश्चिम बंगाल का सिलीगुड़ी कोरिडोर सटा है.

बताया जा रहा है कि आईएसआई का रंगपुर (सीक्रेट) दौरा 21 जनवरी को किया गया. पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों और आईएसआई के बांग्लादेश में बढ़ी हलचल को देखते हुए भारत चौकस है. बांग्लादेश का हाल भी मुंह में राम बगल में छुरी जैसा है. क्योंकि पाकिस्तान के मिलिट्री डेलीगेशन का ये दौरा ऐसे वक्त में किया जा है जब अगले महीने (16-19 फरवरी) बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के महानिदेशक भारत दौरे पर बातचीत करने आ रहे हैं.

एक ओर तो बांग्लादेश भारत के संवेदनशील कॉरिडोर के पास पाकिस्तान को ले जा रहा है वहीं बीजीबी चीफ को भारत भेजकर संबंध सुधारने की बात कह रहा है. 

भारत के चिकन नेक के पास पहुंचे पाकिस्तान सैन्य अधिकारी

हाल में ही पाकिस्तानी सेना के एक उच्च अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल को भारत के चिकन नेक के नाम से मशहूर सिलीगुड़ी कॉरिडोर के पास स्थित रंगपुर का दौरा कराया है. रंगपुर रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण स्थान पर स्थित है.

बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के वरिष्ठ अधिकारियों की चार सदस्यीय टीम को बांग्लादेशी सेना के हेलीकॉप्टर से रंगपुर ले जाया गया था. ये सीक्रेट दौरा 21 जनवरी को किया गया. जिन अधिकारियों ने रंगपुर का दौरा किया उनमें आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक, मेजर जनरल शाहिद आमिर अफसर, मेजर जनरल आलम आमिर अवान और मुहम्मद उस्मान जतीफ शामिल थे.

बांग्लादेश के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने खुलासा किया कि पिछले सप्ताह की शुरुआत में इस्लामाबाद दौरे के दौरान सशस्त्र बल प्रभाग में प्रधान कर्मचारी अधिकारी (पीएसओ) लेफ्टिनेंट जनरल एस एम कमर-उल-हसन के निमंत्रण पर पाकिस्तानी सेना और आईएसआई बांग्लादेश पहुंचे थे. 

क्या है सिलिगुड़ी कॉरिडोर, जिसे कहते हैं चिकन नेक

सिलिगुड़ी कॉरिडोर भारत के लिए बेहद संवेदनशील और रणनीतिक तौर पर जरूरी है. यह कॉरिडोर नेपाल, भूटान, और बांग्लादेश की सीमा से सटा है. यह महानंदा और तीस्ता नदी के बीच स्थित है. ये कॉरिडोर देश के 8 राज्यों अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, और त्रिपुरा को जोड़ता है. चीन की इस कॉरिडोर पर पैनी नजर रहती है. 

भारत की ताकत सिलीगुड़ी कोरिडोर

हालांकि, हाल ही में भारतीय सेना के एक शीर्ष कमांडर ने साफ किया था कि सिलीगुड़ी कोरिडोर भारत की ताकत है. यहां भारतीय सेना की एक पूरी कोर (सुकना स्थित त्रिशक्ति कोर) तैनात रहती है. करीब में वायुसेना का सामरिक तौर से महत्वपूर्ण एयरबेस हासिमरा है जहां दुनिया के सबसे एडवांस एयरक्राफ्ट में से एक, राफेल (रफाल) की एक पूरी स्क्वाड्रन तैनात रहती है.

थलसेना और वायुसेना के साथ-साथ पूरी बांग्लादेश सीमा के चप्पे-चप्पे पर बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) की तैनाती है.

भारत आ रहे बांग्लादेश के बीजीबी चीफ, बाड़ेबंदी पर चर्चा होगी 

बांग्लादेश के सीमा रक्षक बल चीफ फरवरी में भारतीय अधिकारियों के साथ बैठक कर सकते हैं. बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के चीफ डायरेक्टर मेजर जनरल मोहम्मद अशरफज्जमां सिद्दीकी और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के प्रमुख दलजीत सिंह चौधरी की 16-19 फरवरी के दौरान बैठक होने की उम्मीद है.

शेख हसीना सरकार के पतन के बाद पहली बार बीजीबी चीफ का ये भारत दौरा होगा, जिसमें सीमा पर बाड़ लगाने और सीमा पार अपराध से निपटने जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. दरअसल बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ रोकने के लिए बीएसएफ बॉर्डर पर कंटीले तार लगा रही है, जिसका बांग्लादेश विरोध कर रहा है.

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