यूएस इंटेलिजेंस चीफ तुलसी गबार्ड के बाद भारत और अमेरिका के रिश्तों में मजबूती लाने के लिए दिल्ली आएंगे अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस. बताया जा रहा है इसी महीने के आखिरी सप्ताह में जेडी वेंस कर सकते हैं भारत का दौरा. जेडी वेंस का दौरा ऐसे वक्त में होगा, जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की 30 दिनों के युद्धविराम के लिए तैयार हो गए हैं.
अमेरिका उन देशों से सहमति बनाना चाहता है जो युद्ध रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं, माना जा रहा है कि जेडी वेंस का भारत दौरा इस लिहाज से अहम है कि वो पीएम मोदी से मिलकर समर्थन मांग सकते हैं. क्योंकि पीएम मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को समझाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं.
क्या कहता है जेडी वेंस का भारत दौरा, रूस-यूक्रेन युद्ध पर होगी बात
दावा किया जा रहा है कि इस महीने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अपनी भारतीय मूल की पत्नी ऊषा वेंस के साथ भारत आने वाले हैं. जेडी वेंस को ट्रंप प्रशासन का बेहद आक्रामक नेता माना जाता है. इसकी बानगी वेंस की जेलेंस्की से मुलाकात और जर्मनी के म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में देखने को मिली थी. वेंस ने दो टूक कह दिया था कि यूरोप अपनी सुरक्षा अब खुद करे, अमेरिका के भरोसे न रहे.
व्हाइट हाउस में जेलेंस्की से वेंस ने ये कह दिया था वो अहसान फरामोश हैं, अमेरिका को थैंक्यू तक नहीं कह सकते. जेडी वेंस की भारत यात्रा दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा और मजबूत करने के लिए हो रही है, जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है.
पुतिन को समझाने में पीएम मोदी से मदद ले सकता है अमेरिका
पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन बहुत अच्छे दोस्त है. युद्ध के दौरान कई बार पीएम मोदी, पुतिन को समझा चुके हैं. सऊदी अरब में अमेरिका ने रूस के साथ-साथ अब यूक्रेन से भी बातचीत कर ली है, जिसमें यूक्रेन ने शांति समझौते को स्वीकार करते हुए एक महीने के सीजफायर पर सहमति जताई है, लेकिन अब गेंद रूसी पाले में है. माना जा रहा है कि अमेरिका, पीएम मोदी के जरिए रूस को समझाने की कोशिश कर सकता है. ऐसे में जेडी वेंस की इस यात्रा में रूस-यूक्रेन युद्ध विराम शांति वार्ता को लेकर भी चर्चा होने की उम्मीद है. जेडी वेंस, पीएम मोदी से शांति वार्ता का प्लान साझा कर सकते हैं और डेवलेपमेंट के बारे में भी बात कर सकते हैं.
तीसरी बार पीएम मोदी से होगी जेडी वेंस की मुलाकात
अमेरिका की सत्ता में आने के बाद तीसरी बार जेडी वेंस और पीएम मोदी की मुलाकात होगी. पेरिस एआई एक्शन समिट के दौरान उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने अपने परिवार के साथ पीएम मोदी से मुलाकात की थी. इस दौरान पीएम मोदी को उन्होंने दयालु बताया था. पीएम मोदी ने जेडी वेंस के बच्चों को उपहार भी दिया था. इसके बाद वाशिंगटन में मुलाकात हुई थी और अब भारत में तीसरी बार मुलाकात होगी. जेडी वेंस भारत के कट्टर समर्थक माने जाते हैं, क्योंकि उनका भारत से कनेक्शन हैं. वेंस की पत्नी ऊषा भारतीय हैं.
वेंस की यात्रा का लेकर, हालांकि भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.
तुलसी गबार्ड भी आ रही हैं भारत
अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड भी इस हफ्ते भारत में एक सुरक्षा सम्मेलन में शामिल लेनी आ रही हैं. सोमवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में गबार्ड ने घोषणा की कि वह जापान, थाईलैंड और भारत की यात्रा कर रही हैं और वापस अमेरिका लौटते समय फ्रांस जाएंगी. अमेरिका के इतिहास में पहली बार कोई हिंदू महिला राष्ट्रपति के कैबिनेट का हिस्सा बनी हैं. डीएनआई एक कैबिनेट पद है जिसके अंतर्गत अमेरिकी की सभी इंटेलिजेंस एजेंसियां काम करती हैं.
चुनाव अभियान के दौरान तुलसी ने ट्रंप के खिलाफ डीप-स्टेट सक्रिय होने का आरोप लगाया था. तुलसी का आरोप था कि डीप-स्टेट, जो बाइडेन को राष्ट्रपति बनाने के फिराक में था. ट्रंप भी अमेरिका के डीप-स्टेट के खिलाफ रहे हैं और सत्ता संभालते ही डीप-स्टेट को मदद करने वाली संस्था यूएसएआईडी को बंद कर दिया है. हाल ही में अमेरिका के पूर्व अधिकारी ने इस बात का खुलासा किया था कि यूएसएआईडी ने पीएम मोदी को चुनाव हराने के लिए विरोधियों को फंडिंग की थी. यहां तक की सोशल मीडिया पर मोदी के विरोध वाले नैरेटिव को बढ़ावा दिया था.