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ब्रिटेन-फ्रांस भारत के साथ, यूएन का पाकिस्तान रुदन जारी

भारत को जो सही लग रहा है वो करे. सैन्य कार्रवाई करे या कोई दूसरा एक्शन ले, ब्रिटेन हिंदुस्तान के साथ रहेगा.

—-यूनाइटेड किंगडम

पाकिस्तान के खिलाफ दुनियाभर से मिल रहा है भारत को समर्थन. विदेश मंत्री एस जयशकंर की कूटनीति का असर दिखने लगा है. ब्रिटेन की तरह ही फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी एक बार फिर कहा है कि आतंक के खिलाफ भारत, फ्रांस की मित्रता और एकजुटता पर आंख बंद करके भरोसा कर सकता है.

संयुक्त राष्ट्र में भारत की ओर से हुए विशेष कार्यक्रम में पहलगाम हमले को लेकर वैश्विक नेताओं ने भारत का साथ दिया और कहा कि “नागरिकों को निशाना बनाना अस्वीकार्य है.” वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने “भारत से संयम बरतने” की अपील की है.

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संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव से चिंता जताई है. ये कहा है गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने. स्टीफन दुजारिक ने कहा महासचिव गुटेरेस ने भारत और पाकिस्तान दोनों सरकारों से अपील की है कि वे अधिकतम संयम बरतें और यह सुनिश्चित करें कि स्थिति और जो घटनाक्रम हमने देखा है वह और न बिगड़े. दुजारिक ने कहा कि “हमारा मानना है कि पाकिस्तान और भारत के बीच कोई भी मुद्दा शांतिपूर्ण तरीके से, सार्थक, आपसी बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता है और सुलझाया जाना चाहिए. सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के फैसले पर दुजारिक ने कहा कि मुझे लगता है कि यह हमारे द्वारा अधिकतम संयम बरतने की अपील और ऐसी कोई कार्रवाई न करने के दायरे में आएगा जो पाकिस्तान के हितों को नुकसान पहुंचाए. यह स्थिति को और खराब करना या तनावपूर्ण क्षेत्र में तनाव बढ़ाना है.” 

आपको बता दें कि अक्सर फिलिस्तीन का रोना लेकर बैठने वाले यूएन महासचिव ने डायरेक्ट भारत से कोई संपर्क नहीं किया है. 

भारत को जो सही लग रहा है करे, ब्रिटेन है साथ-  ब्रिटिश सांसद 

लंदन में पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई है. इस कार्यक्रम में ब्रिटिश सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा, “भारत इस हमले के जवाब में जो भी कार्रवाई करेगा, उसे हमारा समर्थन रहेगा. जब भी आतंकी हमला होता है, यह मानवता पर हमला है. यह आतंकी हमला दिखाता है कि लोगों से उनके धर्म के आधार पर नफरत की जा रही है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. मैंने हाउस ऑफ कॉमन्स में ये मामला उठाया है.” ब्रिटिश सांसद ने कहा कि “नौ साल पहले मैं कश्मीर गया था तो उसकी प्राकृतिक सुंदरता हमेशा के लिए मन में मन में छप गई. आतंकी घाटी में पर्यटन खत्म करना चाहते हैं, लेकिन हम उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं दे सकते. आतंकियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए या उनका खात्मा किया जाए.ये मेरा मानना है कि ब्रिटेन की सरकार भारत का साथ देगी और भारत जो भी करना चाहता है, चाहे वो सैन्य कार्रवाई ही हो, उसका समर्थन करेगी.” 

भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद तनमनजीत सिंह धेसी ने भी पहलगाम आतंकी हमले पर अपना आक्रोश जताया है और कहा कि हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए.

फ्रांस की मित्रता और एकजुटता पर भरोसा करे भारत- इमैनुएल मैक्रों

जी 20 देशों के राजनयिकों से विदेश मंत्रालय की बैठक के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहलगाम आतंकी हमले के बारे में बात की है. फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ प्रतिबद्धता जताई है, इमैनुएल मैक्रों ने कहा, ‘भारत के लोग इस तरह के कठिन समय में फ्रांस की एकजुटता और मित्रता पर भरोसा कर सकते हैं हम हमेशा से आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ अपनी लड़ाई में एकजुट रहे हैं और हमेशा एकजुट रहेंगे.”

पहलगाम को किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं ठहरा सकते- यूएनजीए

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र के अध्यक्ष फिलेमोन यांग ने कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए हमलों के पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं. नागरिकों को निशाना बनाना अस्वीकार्य है और इसे किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं ठहराया जा सकता.

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