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चीन-टर्की के दुष्प्रचार पर लगाम, भारत के खिलाफ चला रहे थे पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा

By Nalini Tewari Rajput

पाकिस्तान के बाद भारत ने चीन और तुर्किए से चलाए जा रहे प्रोपेगेंडा पर सख्ती बरतनी शुरु की है.पाकिस्तान के साथ मिलकर पहलगाम नरसंहार के बाद चीन और तुर्किए से एक्टिव कई सोशल मीडिया अकाउंट ने प्रोपेगेंडा फैलाते रहे. जिनमें चीन के सरकारी भोंपू ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अलावा तुर्किये प्रसारक ‘टीआरटी वर्ल्ड’ शामिल हैं. 

ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ ने भारत विरोधी फर्जी खबरें फैलाने और पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा फैलाने की भरपूर कोशिश की थी. ऐसे में बुधवार को थोड़ी देर के लिए ग्लोबल टाइम्स, शिन्हुआ न्यूज एजेंसी और टीआरटी वर्ल्ड के एक्स अकाउंट को बैन कर दिया गया था. 

ग्लोबल टाइम्स, शिन्हुआ न्यूज समेत कईयों ने रची थी भारत के खिलाफ साजिश

दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तानी दुष्प्रचार और अफवाह फैलाने में चीन और तुर्किए भी आगे थे. चीन और तुर्की भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा और इनफॉर्मेशन वॉर में जुड़े हुए हैं.  पाकिस्तान की ओर से डीजीआईएसपीआर, पाकिस्तान स्ट्रेटेजिक फोरम, ट्रोल फार्म और मीडिया संस्थान जैसे डॉन, जिओ न्यूज, द न्यूज इंटरनेशनल आदि ऑपरेशन सिंदूर के बाद फर्जी वीडियो, फर्जी सूचनाओं को प्रसारित कर रहे थे.

पाकिस्तान के साथ चीन की ओर से ग्लोबल टाइम्स, सीजीटीएन, चाइना डेली और सीसीपी ट्रोल्स जैसे संस्थान सक्रिय हैं, वहीं तुर्किए के टीआरटी वर्ल्ड, Anadolu Agency भी  पूरी बेशर्मी के साथ झूठ फैलाने में लगा था.

ग्लोबल टाइम्स बार बार ये नैरेटिव फैलाने की कोशिश कर रहा था कि भारत बिना किसी उकसावे के पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई कर रहा था साथ ही शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ये कोशिश में जुटी हुई थी कि ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत एकतरफा एक्शन ले रहा है. ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ न्यूज एजेंसी भारत के खिलाफ निवेशकों को भड़का रहे थे.

आदमपुर एयरबेस नष्ट करने की फर्जी खबरें उड़ाईं

प्रोपेगेंडा फैलाते हुए चीनी मीडिया में पुराने युद्ध के वीडियो एडिट करके लगाए जा रहे थे. ग्लोबल टाइम्स, पाकिस्तान की सेना के हवाले से तमाम फर्जी खबरें चला रहा था. चीन के साथ-साथ तुर्किए भी भारतीय हथियारों को लेकर भ्रामक जानकारियां फैला रहा था. चीन के साथ साथ तुर्की की मीडिया में लिखा जा रहा था कि “पाकिस्तान के जेएफ-17 थंडर की हाइपरसोनिक मिसाइलों ने आदमपुर में भारत के एस-400 सिस्टम को नष्ट कर दिया है. एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की कीमत करीब 1.5 बिलियन डॉलर है.” भारतीय सेना ने जब इन दावों का खंडन कर दिया, फिर भी खबरों को अपडेट नहीं किया गया. 

ग्लोबल टाइम्स ने पाकिस्तानी वायु सेना के झूठे दावों के आधार पर राफेल की फर्जी खबर चलाई 

भारतीय दूतावास ने प्रेस इंफोर्मेशन ब्यूरो की एक फैक्ट चेक पोस्ट का  जिसमें पाकिस्तान समर्थक हैंडलों की तरफ से फैलाई जा रही गलत जानकारी का खुलासा किया गया था. एक पुरानी तस्वीर, जिसमें विमान को दुर्घटनाग्रस्त दिखाया गया है, उसे यह कहकर फैलाया जा रहा है कि पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बहावलपुर के पास एक रफाल (राफेल) जेट को मार गिराया. पीआईबी फैक्ट चेक ने बताया कि यह तस्वीर 2021 में पंजाब के मोगा जिले में भारतीय वायु सेना के मिग-21 फाइटर जेट के दुर्घटनाग्रस्त होने की पुरानी घटना की है. भारतीय दूतावास ने इसे गैर-जिम्मेदाराना और पत्रकारिता के नियमों के खिलाफ बताया था. 

बीजिंग में भारत के राजदूत ने भी जताई आपत्ति

बीजिंग में चीनी मीडिया ऑउटलेट को फटकार भी लगाई थी. चीन स्थित भारतीय दूतावास ने एक एक्स पर एक पोस्ट में कहा था, ‘डियर ग्लोबल टाइम्स, हम आपको सलाह देते हैं कि इस तरह की गलत सूचना फैलाने से पहले तथ्यों की की जांच करें और अपने सूत्रों की विश्वसनीयता की पुष्टि करें.’ 

सावधान रहें, सतर्क रहें, फर्जी वीडियों के जाल में न फंसें

पाकिस्तान, चीन, तुर्किए जैेसे देशों के ट्रोल अकाउंट्स और मीडिया संस्थानों द्वारा सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें, वीडियो और नैरेटिव फैलाए जाते हैं, जिनका उद्देश्य भारत की छवि को नुकसान पहुंचाना होता है. इंटरनेशनल स्तर पर गलत धारणाएं बनाई जाती हैं. सतर्क रहें और ऐसी झूठी सूचनाओं के जाल में न फंसें. देश की अखंडता और एकता बनाए रखने के लिए ये आवश्यक है कि ऐसे फर्जी मैसेज को फॉरवर्ड और सोशल मीडिया पर भी पोस्ट करने से बचना चाहिए.

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