पहलगाम नरसंहार के बाद से पाकिस्तान को कूटनीतिक तौर पर बर्बाद करेगा भारत. मोदी सरकार के सांसद और मंत्री अमेरिका, यूके, कतर और यूएई समेत कई देशों में जाएंगे और पाकिस्तान की हार के बारे में सटीक जानकारी देंगे.
खास बात ये है कि सरकार के डेलिगेशन में विपक्ष के सांसद भी शामिल होंगे, जो पाकिस्तान की कारस्तानी और हार और भारतीय सेना के शौर्य को बखान करेंगे. विश्व में सर्वदलीय डेलिगेशन भेजने का लक्ष्य सीमा पार आतंकवादी के शिकार के तौर पर भारत का पक्ष मजबूत करना है.
विदेशों में भारत का पक्ष मजबूत करेंगे सांसद
भारत सरकार पाकिस्तान को दुनियाभर में बेनकाब करके के लिए अलग-अलग देशों में सर्वदलीय डेलिगेशन भेजने पर विचार कर रही है. इस मुहिम का लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय मंच के सामने पाकिस्तान से पनप रहे आतंकवाद पर भारत का रुख स्पष्ट रूप से रखना है. यह पहली बार होगा जब केंद्र सरकार की ओर से आतंकवाद पर भारत का पक्ष रखने के लिए कई दलों के सांसद देशों का दौरा करेंगे. विदेश मंत्री एस जयशंकर की टीम डिप्लोमेटिक मिशन को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही है.
डिप्लोमेटिक स्क्वायड
जानकारी के मुताबिक, सरकार ने पाकिस्तान को बेपार्दा करने के लिए जिस डिप्लोमेटिक स्क्वायड का गठन है, उसमें कांग्रेसी सांसद शशि थरुर सहित मनीष तिवारी, अनुराग ठाकुर, प्रियंका चतुर्वेदी और श्रीकांत शिंदे शामिल हैं.
पाकिस्तान के फेक नैरेटिव का किया जाएगा पर्दाफाश
पहलगाम नरसंहार के बाद ऑपरेशन सिंदूर से पस्त हुआ पाकिस्तान सोशल मीडिया और अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर फेक नैरेटिव बनाने की कोशिश में जुटा है. फर्जी फोटो और वीडियो के जरिए चीन और तुर्किए के साथ मिलकर फेक नैरेटिव की नापाक कोशिश की जा रही है. सैन्य एक्शन के साथ-साथ भारत ने इस मोर्चे पर भी बेहतरीन काम किया है. अब सरकार का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अलग-अलग देशों में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता गिनाएगा साथ ही पाकिस्तान के चलाए फेक नैरेटिव का भी पर्दाफाश किया जाएगा.
कई देशों का दौरा करेगा सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल
पाकिस्तान के फेक नैरेटिव को रोकने के लिए सांसदों का डेलिगेशन अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, यूएई, कतर के अलावा कई और देशों का दौरा करेगा. इस दौरे में ऑपरेशन सिंदूर के सबूत रखे जाएंगे, साथ ही ये बताया जाएगा कि आखिर भारत को ये कार्रवाई क्यों करनी पड़ी और भविष्य में भी अगर पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया, आतंकियों को पनाह, ट्रेनिंग देता रहा तो भारत फिर से ऐसी कार्रवाई करेगा. प्रतिनिधिमंडल उन आतंकियों के नाम भी गिनाएगा, जिन्हें भारत ने मारा है और ये भी बताएगा कि वो आतंकवादी वैश्विक दृष्टिकोण से कितने खतरनाक थे. पीओके में कैसे ट्रेनिंग कैंप को बसाया गया था.
पाकिस्तान पर एक्शन से पहले 30 से ज्यादा देशों से भारत ने की थी बात
पहलगाम नरसंहार के बाद विदेश मंत्रालय ने भारत में मौजूद 30 से ज्यादा देशों के राजदूतों और राजनयिकों से बात की थी. भारत ने साफ तौर पर एक्शन को लेकर राजदूतों के साथ बैठक करके बताया था, कि भारत, पाकिस्तानी आतंकियों के खिलाफ एक्शन लेगा, और भारत के एक्शन के बाद अगर पाकिस्तान ने कोई हिमाकत की तो पाकिस्तान पर भी अटैक किया जाएगा. शुरुआत से ही कूटनीतिक तौर पर पाकिस्तान की घेराबंदी की जा रही है. भारत की ओर से अब विदेशों में जा रहा प्रतिनिधिमंडल विदेशी सरकारों, थिंक टैंक और मीडिया संस्थानों से बातचीत करेगा.