कनाडा में आयोजित किए जा रहे जी-7 समिट में प्रदर्शनकारियों के लिए डेजिग्नेटेड डेमोंस्ट्रेशन जोन (डीडीजेड) बनाए गए हैं. खास बात ये है कि इन जोन में प्रदर्शनकारियों की पूरी कार्रवाई शिखर सम्मेलन में लाइव दिखाई जाएगी ताकि वहां मौजूद सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों को उनकी आवाज पहुंच सके. ऐसे में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कनाडा में मौजूद खालिस्तानियों के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रदर्शन की एक बड़ी साजिश रची है.
भारत की इंटेलिजेंस एजेंसियों ने कनाडा के कैलगरी में आयोजित होने वाले जी-7 समिट को लेकर अलर्ट भी जारी किया है. क्योंकि देश की खुफिया एजेंसियों को इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि ऑपरेशन सिंदूर में हुई किरकिरी के बाद आईएसआई ने कनाडा में अपने खालिस्तानी एजेंट को एक्टिव कर दिया है.
दरअसल, कनाडा की आरसीएमपी यानी रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने कैलगरी में दो (02) डीडीजेड तैयार किए हैं. साथ ही नजदीकी बन्फ शहर में एक ऐसा ही प्रदर्शन-स्थल तैयार किया गया है. आरसीएमपी के मुताबिक, कनाडा के संविधान के तहत ऐसे डीडीजेड तैयार किए गए हैं ताकि प्रदर्शनकारी अपनी शिकायतों को लोकतांत्रिक तरीके से उठा सकें.
आरसीएमपी ने इन डेमोंस्ट्रेशन जोन को इस तरह तैयार किया है कि ग्लोबल मीडिया तक भी उनकी कवरेज कर सके. इंटरनेशनल मीडिया सेंटर के बेहद करीब, ये डीजीजेड बनाए गए हैं. आरसीएमपी, कनाडा की फेडरल पुलिस एजेंसी है.
भारत की इंटेलिजेंस एजेंसियां इसलिए अलर्ट हैं, क्योंकि कनाडा में कट्टरपंथी खालिस्तानी संगठनों को बेहद मजबूत माना जाता है. पिछले कुछ सालों से कनाडा में सिख फॉर जस्टिस, वर्ल्ड सिख ऑर्गेनाइजेशन (डब्लूएसओ) और सिख फेडरेशन (ऑफ कनाडा) जैसे चरमपंथी संगठन ने भारत-विरोधी गतिविधियों को काफी तेज कर दिया है.
जी-7 समिट के दौरान पीएम मोदी की मौजूदगी का ये कट्टरपंथी संगठन विरोध कर रहे हैं. इन संगठनों ने पीएम मोदी के बॉयकॉट करने के साथ ही विरोध-प्रदर्शन की धमकी भी दी है. ज समिट से पहले ही ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी (6 जून) के दौरान कनाडा में जगह-जगह भारत के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन चल रहे हैं. इन प्रदर्शन में छोटे-छोटे बच्चों को भी पीएम मोदी के खिलाफ उकसाया जा रहा है.
भारत के लिए मुश्किल इसलिए भी दिखाई पड़ रही है, क्योंकि जी-7 समिट जिस कैलगरी शहर में हो रही है, उसकी मेयर है ज्योति गोलंडला नाम की एक महिला. ज्योति के पिता जसदेव एस ग्रेवाल का वर्ल्ड सिख ऑर्गेनाइजेशन से रहा है.